ईडी ने अब तक केजरीवाल को तीन समन जारी किये हैं लेकिन वह ईडी के सामने पेश नहीं हुए. उन्हें को दो बार अक्टूबर में और एक बार नवंबर में समन जारी किया गया. इस मामले में पहले ही मनीष सिसौदिया और संजय सिंह को गिरफ्तार किया जा चुका है.
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Arvind Kejriwal News: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शराब घोटाले के आरोपों को लेकर फिर से चर्चा में हैं. पिछले दिनों आम आदमी पार्टी के दो बड़े नेताओं आतिशी सिंह और सौरभ भारद्वाज ने केजरीवाल की गिरफ्तारी की आशंका जाहिर की थी. मीडिया रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया था कि शराब घोटाले के आरोप में उन्हें ईडी चौथी बार समन जारी कर सकती है. ईडी ने अब तक केजरीवाल को तीन समन जारी किये हैं लेकिन वह ईडी के सामने पेश नहीं हुए. उन्हें को दो बार अक्टूबर में और एक बार नवंबर में समन जारी किया गया. इस मामले में पहले ही मनीष सिसौदिया और संजय सिंह को गिरफ्तार किया जा चुका है. लेकिन क्या आपको पता है जिस घोटाले में केजरीवाल के शामिल होने का आरोप लगाया जा रहा है, उसी की बिक्री से दिल्ली सरकार मालामाल हो रही है.
शराब बिक्री में इजाफा दर्ज किया गया
दिल्ली में शराब की ज्यादा दुकानें होने और अलग-अलग ब्रांड की उपलब्धता होने के कारण शराब बिक्री में इजाफा दर्ज किया गया. दिल्ली सरकार के एक्साइज डिपार्टमेंट के राजस्व में पिछले वित्तीय वर्ष की समान अवधि के मुकाबले 2023-24 की तीसरी तिमाही में 9% की बढ़ोतरी दर्ज की गई. आंकड़ों से सामने आया कि एक्साइज डिपार्टमेंट ने 1 अक्टूबर से 31 दिसंबर के बीच करीब 635 शराब दुकानों और 920 होटल, क्लब व रेस्तरां के माध्यम से शराब की बिक्री पर एक्साइज ड्यूटी और वैल्यू एडिड टैक्स से 1,889.4 करोड़ रुपये कमाए.
पिछले साल इसी समय 1725 करोड़ का राजस्व मिला
पिछले फाइनेंशियल ईयर की तीसरी तिमाही के दौरान शराब बिक्री पर एक्साइज ड्यूटी से कुल 1,725.6 करोड़ रुपये का राजस्व मिला था. अधिकारियों ने बताया कि राजधानी दिल्ली में बियर, व्हिस्की, वोदका, जिन, वाइन और अन्य एल्कोहल युक्त पेय पदार्थों की बिक्री में लगातार इजाफा हो रहा है. दिसंबर के आखिरी आठ दिन में ही दिल्ली वालों ने दुकानों से 245 करोड़ रुपये से ज्यादा की करीब 1.4 करोड़ शराब की बोतलें खरीदीं. यह पिछले साल की इसी अवधि के दौरान 218 करोड़ रुपये की बिक्री की 1.1 करोड़ शराब की बोतलों से काफी ज्यादा है.
एक दिन में बिक गई 45 करोड़ की शराब
इतना ही नहीं नए साल की पूर्व संध्या पर दिल्ली की शराब की दुकानों पर अलग-अलग ब्रांड की करीब 48 करोड़ रुपये मूल्य की 24 लाख से ज्यादा शराब की बोतलें बिकीं. 31 दिसंबर 2022 को दिल्ली में एक ही दिन में 45 करोड़ रुपये की 20 लाख से ज्यादा बोतल की बिक्री हुई. शराब की बिक्री पर लगने वाली एक्साइज ड्यूटी और वैल्यू एडेड टैक्स से होने वाली कमाई दिल्ली सरकार के लिए राजस्व का अहम जरिया है. एक्साइज फी से 2023-24 की तीन तिमाहियों 1 अप्रैल से 31 दिसंबर 2023 तक कुल 5,453.6 करोड़ रुपये जुटाए हैा.
क्या है दिल्ली शराब घोटाला
राजधानी दिल्ली में 2003 से ही शराब बिक्री के लिए वेंडर्स को एल 1 (L1) और एल 10 (L10) लाइसेंस दिया जाता था. एल 1 दुकानें डीडीए मार्केट और लोकल शॉपिंग सेंटर में होती थीं. एल 10 वाइन शॉप का लाइसेंस शॉपिंग माल के लिए था. हर साल लाइसेंस का रिन्यूअल होता था. 22 मार्च 2021 को मनीष सिसौदिया को नई शराब नीति का ऐलान किया. उस समय दिल्ली में 60 परसेंट दुकानें सरकारी और 40 परसेंट प्राइवेट थीं. इसके बाद शराब नीति 2021-22 को लागू कर दिया गया. इससे दिल्ली को 32 जोन में बांट दिया गया और हर जोन में शराब की 27 दुकानें खोली गईं.
बाद में जुलाई 2022 में नई शराब नीति में घोटाले का आरोप लगा. एलजी वीके सक्सेना ने मुख्य सचिव की रिपोर्ट के आधार पर सीबीआई जांच की मांग की. इस मामले में अगस्त 2022 में मनीष सिसौदिया, तीन रिटायर्ड सरकारी अफसर, 9 बिजनेसमैन और दो कंपनियों पर केस दर्ज किया गया. इस मामले में 26 फरवरी 2023 को मनीष सिसौदिया को गिरफ्तार किया गया. अक्टूबर 2023 में संजय सिंह को भी गिरफ्तार किया गया.