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Delhi Metro News: दिल्ली मेट्रो में रोजाना लाखों लोग यात्रा करते हैं. यही कारण है कि इसे दिल्ली की लाइफलाइन भी कहा जाता है. दिल्ली मेट्रो को अपडेट करने के लिए समय-समय पर जरुरी बदलाव किए जाते रहे हैं. यात्रियों की सुविधाओं को देखते हुए मेट्रो की शुरुआत के बाद से अब तक कई बदलाव किए जा चुके हैं. अब दिल्ली मेट्रो ने यात्रियों के लिए टोकन की लाइन में देर तक खड़े रहने की झंझट को दूर करने की ठान ली है. इसके लिए दिल्ली मेट्रो ने नई टिकट व्यवस्था की शुरुआत की है. आइये आपको बताते हैं इसके बारे में सबकुछ
दिल्ली मेट्रो ने यात्रियों के लिए सभी लाइनों टोकन के साथ-साथ क्यूआर कोड आधारित कागज़ के टिकट की नई व्यवस्था को लागू किया है. क्यूआर कोड आधारित कागज़ के टिकट टोकन की लाइन से ही खरीदे जा सकेंगे. दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) ने सोमवार को इस नई व्यवस्था का ऐलान किया है.
क्यूआर कोड आधारित कागज़ के टिकट के चलन में आ जाने के बाद डीएमआरसी धीरे-धीरे टोकन आधारित व्यवस्था को खत्म कर देगी. अभी के लिए यात्री स्टेशन पर बने टिकट काउंटर से टोकन के साथ-साथ क्यूआर कोड आधारित कागज के टिकट खरीद सकेंगे.
अब आपको बताते हैं कि क्यूआर कोड आधारित कागज़ के टिकट से जुड़े जरूरी नियमों के बारे में. क्यूआर कोड वाला टिकट गंतव्य से पहले बीच यात्रा में किसी स्टेशन पर उतरने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकेगा. अगर यात्री को बीच में किसी स्टेशन पर उतरना होगा तो उन्हें कस्टमर केयर काउंटर से फ्री एग्जिट टिकट लेना होगा.
अधिकारी ने कहा कि डीएमआरसी ने एएफसी (ऑटोमेटिक फेयर कलेक्शन) द्वार और टोकन या ग्राहक सेवा काउंटर का उन्नयन किया है ताकि वे इसके अनुरूप हो सकें. डीएमआरसी ने कहा कि शुरू में, क्यूआर-आधारित कागज़ के टिकट के लिए सभी स्टेशनों पर दो एएफसी द्वार का उन्नयन किया गया है जिनमें से एक प्रवेश के लिए और एक निकास के लिए है.
डीएमआरसी ने एक बयान में कहा कि यात्री क्यूआर टिकट (गैर वापसी योग्य) के जरिए उसी स्टेशन से प्रवेश कर पाएगा जहां से यह जारी हुआ है इसके अलावा किसी ओर स्टेशन से नहीं. उसने कहा कि यह टिकट जारी होने के बाद मुसाफिर को 60 मिनट के भीतर मेट्रो स्टेशन में प्रवेश करना होगा और अगर वह इतने वक्त में स्टेशन में प्रवेश नहीं कर पाता है तो यह टिकट अमान्य हो जाएगा.
वहीं अगर मुसाफिर अपने तय स्टेशन से आगे उतरना चाहेगा तो भी एएफसी द्वार नहीं खुलेंगे और यात्री से किराए के अंतर का भुगतान करने के लिए कहा जाएगा. अधिकारियों ने कहा कि क्यूआर आधारित कागज़ के टिकट के मोबाइल से खींचा फोटो या प्रति मान्य नहीं होगी और जिन यात्रियों के पास मोबाइल से खींची फोटो होगी या टिकट की प्रति होगी उन्हें ‘बिना टिकट’ माना जाएगा तथा नियमों के तहत उनसे निपटा जाएगा.
मेट्रो के बयान के मुताबिक, इन अधिक पारदर्शी, मानव रहित व नकदरहित तंत्र को लागू करने के साथ ही धीरे-धीरे टोकन जारी करने के चलन को खत्म कर दिया जाएगा. अधिकारियों ने कहा कि मेट्रो का लक्ष्य मई के अंत तक मोबाइल आधारित क्यूआर टिकट लाने का भी है. मोबाइल आधारित क्यूआर टिकट की व्यवस्था फिलहाल एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन पर उपलब्ध है. डीएमआरसी की योजना जून के अंत तक सभी एएफसी द्वार को क्यूआर कोड के अनुरूप करने की योजना है तथा क्यूआर-आधारित कागज़ के टिकट के वितरण के लिए टिकट वेंडिंग मशीन का उन्नयन करने का भी लक्ष्य है.
(एजेंसी इनपुट के साथ)