EPFO Alert: पीएफ खाताधारकों के लिए ईपीएफओ ने अलर्ट जारी किया है. ईपीएफओ ने एक ट्वीट में लिखा है. कभी भी अपने सदस्यों से व्यक्तिगत विवरण जैसे आधार, पैन, यूएएन, बैंक खाता या ओटीपी फोन या सोशल मीडिया पर साझा करने के लिए नहीं कहता है.
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नई दिल्ली: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने सभी यूजर्स के लिए अलर्ट जारी किया है. ईपीएफओ ने अपने सभी मेंबर से कहा है कि कोई भी खाताधारक सोशल मीडिया पर खाते से जुड़ी जानकारी भूल से भी शेयर न करें. इससे अकाउंट होल्डर्स बड़े धोखाधड़ी (Online Fraud) के शिकार हो सकते हैं. अगर ईपीएफ खाते (EPF Account) की जानकारी धोखेबाजों के हाथ लग गई, तो वे आपके खाते से पैसे उड़ा सकते हैं.
ईपीएफओ ने कहा है कि ईपीएफओ अपने मेंबर से कभी आधार (Aadhaar), पैन, यूएएन, बैंक डिटेल की जानकारी नहीं मांगता. अगर कोई फोन या सोशल मीडिया पर ऐसी जानकारी मांगे तो सावधान हो जाएं और कतई इसे लीक न करें. इस तरह के फर्जीवाड़े वाले फोन कॉल पर जवाब न दें या ऐसे किसी मैसेज का रिप्लाई न करें.
ईपीएफओ ने अपने सभी यूजर्स के लिए अलर्ट जारी करते हुए एक ट्वीट में लिखा है, 'कभी भी अपने सदस्यों से व्यक्तिगत विवरण जैसे आधार, पैन, यूएएन, बैंक खाता या ओटीपी फोन या सोशल मीडिया पर साझा करने के लिए नहीं कहता है. ईपीएफओ आगे कहता है, किसी भी सेवा के लिए ईपीएफओ कभी भी व्हाट्सऐप, सोशल मीडिया आदि के माध्यम से कोई राशि जमा करने के लिए नहीं कहता.'
#EPFO never asks its members to share their personal details like Aadhaar, PAN, UAN, Bank Account or OTP over phone or on social media.#EPFO कभी भी अपने सदस्यों से व्यक्तिगत विवरण जैसे आधार, पैन, यूएएन, बैंक खाता या ओटीपी फोन या सोशल मीडिया पर साझा करने के लिए नहीं कहता है। pic.twitter.com/4NhovLQ3xH
— EPFO (@socialepfo) January 29, 2022
गौरतलब है कि पीएफ खाते में लोगों की मोटी कमाई जमा रहती है जिसे लोग रिटायरमेंट के खर्च के लिए जमा करते हैं. फ्रॉड करने वालों को भलीभांति पता होता है कि यहां उनके हाथ एक झटके में बड़ी रकम आएगी इसलिए फिशिंग अटैक के जरिये वे खाते पर अटैक करते हैं. दरअसल, फिशिंग ऑनलाइन फ्रॉड का हिस्सा है जिसमें जमाकर्ता को थोखे में फंसाया जाता है, उनसे खाते से जुड़ी जरूरी जानकारी हासिल की जाती है और फिर खाता साफ कर दिया जाता है.
पीएफ खाताधारक गलती से भी खाते में शामिल जरूरी जानकारियों में पैन नंबर, आधार नंबर, यूएएन और आपका पीएफ अकाउंट नंबर शेयर न करें. क्योंकि ये ऐसी जानकारियां हैं जिसके लीक होने से आपका खाता खाली हो सकता है. इस तरह के फर्जीवाड़े अक्सर एक नौकरी छोड़ने और कहीं और जॉइन करने वाले लोगों में देखे जाते हैं. ऐसे में, इन लोगों को कोई भी फिशिंग कॉल या मैसेज जिसमें आपकी व्यक्तिगत डिटेल मांगी जा रही हो, उसके खिलाफ पुलिस में जरूर शिकायत दर्ज कराना चाहिए.