ऑटोमोबाइल कंपनियों ने ''पर्सनल लीज स्कीम'' की शुरुआत की है. इस स्कीम के तहते आपको कार खरीदने की जरूरत नहीं है. आप जो गाड़ी चाहते हैं वह कंपनी से लीज पर ले सकते हैं.
Trending Photos
नई दिल्ली: कई लोग ऐसे हैं जो कार इसलिए नहीं खरीदना चाहते हैं, क्योंकि उनका लगातार ट्रांसफर होता है. कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो कार खरीदने के बाद सर्विस करवाना, बार-बार मैकेनिक के पास जाने से कतराते हैं. कुछ लोग ऐसे भी हैं जिनके पास कार तो है, लेकिन वे ज्यादा महंगी गाड़ी से चलना चाहते हैं. इसके लिए उन्हें फिर से एक नई कार खरीदनी होगी. नई कार के लिए पहले तो मोटी रकम डाउन पेमेंट करना होगा और उसके बाद हर महीने किश्त चुकानी होगी. इन सभी लोगों के लिए ऑटोमोबाइल कंपनियों के पास गुड न्यूज है.
लंबे समय से ऑटो सेक्टर में मंदी छाई हुई है. जुलाई महीने में पैसेंजर्स व्हीकल की बिक्री में 36 फीसदी तक गिरावट आई है. हर महीने लगातार बिक्री गिरती जा रही है. डीलरशीप और कंपनी के सामने स्टॉक क्लियरेंस बड़ी प्रॉब्लम बन चुकी है. कई कंपनियों ने अपने प्रोडक्शन को रोक दिया है. इस परेशानी से बचने के लिए इन कंपनियों ने नया रास्ता निकाला है.
ऑटोमोबाइल कंपनियों ने ''पर्सनल लीज स्कीम'' की शुरुआत की है. इस स्कीम के तहते आपको कार खरीदने की जरूरत नहीं है. आप जो गाड़ी चाहते हैं वह कंपनी से लीज पर ले सकते हैं. हालांकि, एक छोटा सा अमाउंट आपको कंपनी को जमा करना पड़ता है जो पूरा रिफंडेबल है. वर्तमान में हुंडई, फॉक्सवैग, निशान, एमजी मोटर्स, स्कोडा और फिएट जैसी कंपनियां इस तरह की सुविधा दे रही हैं.
ऑटो सेक्टर को राहत का इंतजार, पैसेंजर्स व्हीकल की बिक्री में 36 फीसदी की गिरावट
इस सेक्टर के लोगों का कहना है कि भारत में यह स्कीम या प्रोग्राम फिलहाल शुरुआती चरण में है. हालांकि, आने वाले दिनों में इस क्षेत्र में काफी संभावनाएं हैं. जानकारों का कहना है कि युवाओं की सोच पहले की तरह नहीं रह गई है. उनकी प्राथमिकताएं और जरूरतें बदल गई हैं. पहले की तरह वे कार खरीदने को सामाजिक रुतबे से जोड़कर नहीं देखते हैं. वे जरूरत और अपनी इनकम के हिसाब से कार लीज पर रखना भी पसंद करते हैं.
कार लीज पर लेने के कई फायदे हैं. जैसे कोई डाउन पेमेंट नहीं करना पड़ता है. घटते रीसेल वैल्यू से उनका कोई वास्ता नहीं है. EMI में मेंटीनेंस कॉस्ट शामिल होता है. अगर कोई समय से पहले कार वापस करता है तो उसे कुछ पेनाल्टी के रूप में देना पड़ता है. ऑटो सेक्टर के लोगों का कहना है कि ज्यादातर लीज पर लेने वाले कस्टमर्स में डॉक्टर, इंजीनियर, चार्टर्ड एकाउंटेंट जैसे प्रोफेशनल्स शामिल हैं. धीरे-धीरे युवाओं का इंटरेस्ट बढ़ रहा है.