ICICI-Yes Bank समेत चार बैंकों से जुड़ा बड़ा अपडेट, कमाई से जुड़ी ये बात आई सामने
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ICICI-Yes Bank समेत चार बैंकों से जुड़ा बड़ा अपडेट, कमाई से जुड़ी ये बात आई सामने

Q1 Results: ICICI Bank, Yes Bank, Kotak Mahindra Bank और Karnataka Bank से जुड़ा बड़ा अपडेट सामने आया है. ये अपडेट बैंक से जुड़े सभी लोगों के लिए काफी अहम हो सकता है.

पैसा

Banking Share Price: आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank), यस बैंक (Yes Bank), कोटक महिंद्रा बैंक (Kotak Mahindra Bank) और कर्नाटक बैंक (Karnataka Bank) से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर काफी लोग जुड़े होंगे. कुछ लोगों का इन बैंकों में अकाउंट होगा तो कुछ लोग इन बैंकों के शेयर धारक भी होंगे. ऐसे में इन बैंकों से जुड़े लोगों के लिए बड़ा अपडेट सामने आया है. दरअसल, इन चारों बैंकों ने चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के आंकड़े जारी कर दिए हैं और इनमें चौंकाने वाली बात सामने आई है.

  1. आईसीआईसीआई बैंक का मुनाफा बढ़ा
  2. कोटक महिंद्रा बैंक ने दिया शानदार प्रॉफिट

ICICI Bank

आईसीआईसीआई बैंक, यस बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक और कर्नाटक बैंक इन चारों बैंकों ने ही चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में शानदार नतीजे पेश किए हैं. चारों बैंकों ने ही पहली तिमाही में मुनाफा दर्ज किया है. निजी क्षेत्र के आईसीआईसीआई बैंक का चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में समेकित आधार पर शुद्ध लाभ 55.04 प्रतिशत बढ़कर 7,384.53 करोड़ रुपये हो गया जो एक साल पहले की समान अवधि में 4,616 करोड़ रुपये रहा था. वहीं एकल आधार पर शुद्ध लाभ 50 प्रतिशत बढ़कर 6,905 करोड़ रुपये हो गया. एक साल पहले की समान तिमाही में उसका शुद्ध लाभ 4,616 करोड़ रुपये रहा था.

कुल आय

वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही में बैंक की कुल आय बढ़कर 28,336.74 करोड़ रुपये हो गई जो एक साल पहले की इसी तिमाही में 24,379.27 करोड़ रुपये थी. हालांकि पहली तिमाही में गैर-ब्याज आय घटकर 36 करोड़ रुपये पर आ गई जो अप्रैल-जून 2021 की अवधि में 290 करोड़ रुपये रही थी.

Yes Bank

वहीं फंसे कर्जों में कमी आने और आय बढ़ने से निजी क्षेत्र के यस बैंक का चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में समेकित शुद्ध लाभ 54.17 प्रतिशत बढ़कर 314.14 करोड़ रुपये हो गया. इसके साथ ही बैंक का एकल आधार पर शुद्ध लाभ 206.84 करोड़ रुपये से बढ़कर 310.63 करोड़ रुपये हो गया. मार्च तिमाही में एकल शुद्ध लाभ 367.46 करोड़ रुपये रहा था.

शुद्ध ब्याज आय

समेकित आधार पर बैंक की शुद्ध ब्याज आय 32 प्रतिशत बढ़कर 1,850 करोड़ रुपये हो गई. वहीं गैर-ब्याज आय 10.1 प्रतिशत गिरकर 781 करोड़ रुपये हो गई. बैंक के सकल गैर निष्पादित परिसंपत्ति (जीएनपीए) अनुपात में सुधार आया है लेकिन इस तिमाही में भी 13.4 प्रतिशत के उच्च स्तर पर बनी रही. हालांकि फंसे कर्जों को जेसी फ्लॉवर्स के साथ गठित होने वाली परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनी के सुपुर्द किए जाने के बाद इसका जीएनपीए घटकर 1.5-2 प्रतिशत पर आ जाएगा.

Kotak Mahindra Bank

दूसरी तरफ कोटक महिंद्रा बैंक का वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही में शुद्ध लाभ 26 फीसदी बढ़कर 2,071.15 करोड़ रुपये रहा है. फंसे कर्ज में कमी आने से उसका लाभ बढ़ा है. कोटक महिंद्रा बैंक ने बताया कि 2021-22 की समान तिमाही में उसे 1,641.92 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था. बैंक ने बताया कि जून तिमाही में समेकित आधार पर उसकी शुद्ध आय 53 फीसदी बढ़कर 2,755 करोड़ रुपये रही है.

कुल आय

अप्रैल-जून 2022 तिमाही में बैंक की कुल आय बढ़कर 8,582.25 करोड़ रुपये हो गई जो पिछले वर्ष की समान तिमाही में 8,062.81 करोड़ रुपये थी. समीक्षाधीन तिमाही में ब्याज से प्राप्त आय बढ़कर 7,338.49 करोड़ रुपये हो गई. पिछले वर्ष अप्रैल-जून में यह 6,479.78 करोड़ रुपये थी. शुद्ध ब्याज आय 19 फीसदी बढ़कर 4,697 करोड़ रुपये हो गई जो पिछले वर्ष अप्रैल-जून तिमाही में 3,942 करोड़ रुपये थी. शुद्ध एनपीए यानी फंसा कर्ज भी 1.28 फीसदी से घटकर 0.62 फीसदी रह गया.

Karnataka Bank

इसके अलावा कर्नाटक बैंक का अप्रैल-जून तिमाही में शुद्ध लाभ प्रमुख आय में वृद्धि और फंसे कर्ज में कमी आने से करीब आठ फीसदी बढ़कर 114 करोड़ रुपये हो गया. पिछले वर्ष की जून तिमाही में उसे 105.91 करोड़ रुपये का लाभ हुआ था. कर्नाटक बैंक ने कहा कि अप्रैल-जून 2022-23 के दौरान उसकी कुल आय एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले 0.73 फीसदी की मामूली बढ़त के साथ 1,762 करोड़ रुपये हो गई.

आय बढ़ी

समीक्षाधीन तिमाही में शुद्ध ब्याज के संदर्भ में बैंक की प्रमुख आय 20 फीसदी बढ़कर 687.56 करोड़ रुपये रही जो पिछले पिछले वर्ष की समान अवधि में 574.79 करोड़ रुपये थी. बैंक ने बताया कि अन्य स्रोतों से आय 41 फीसदी गिरकर 133 करोड़ रुपये रह गई. पिछले वर्ष की समान तिमाही में यह 226 करोड़ रुपये थी. बैंक की सकल गैर निष्पादित संपत्तियां घट गईं और कुल कर्ज का 4.03 फीसदी रह गया. अप्रैल-जून 2021 के अंत में यह 4.84 फीसदी थीं. (इनपुट: भाषा)

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