भारत की तेज रफ्तार इकॉनमी पर अब दुनियाभर की निगाहें हैं। भारत जल्द ही दुनिया की ताकतवर इकॉनमी बनकर उभर रहा है। भारत की बढ़ती अर्थव्यवस्था को लेकर नया अनुमान सामने आया है। ताजा रिपोर्ट सेंटर फॉर इकोनॉमिक्स एंड बिजनेस रिसर्च (Centre for Economics and Business Research ) की ओर से जारी
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नई दिल्ली: भारत की तेज रफ्तार इकॉनमी पर अब दुनियाभर की निगाहें हैं। भारत जल्द ही दुनिया की ताकतवर इकॉनमी बनकर उभर रहा है। भारत की बढ़ती अर्थव्यवस्था को लेकर नया अनुमान सामने आया है। ताजा रिपोर्ट सेंटर फॉर इकोनॉमिक्स एंड बिजनेस रिसर्च (Centre for Economics and Business Research ) की ओर से जारी किया गया है। CEBR की लेटेस्ट वर्ल्ड इकोनॉमिक लीग टेबर रिपोर्ट (World Economic League Table Report) के मुताबिक भारत आर्थिक सुपरपावर बनकर उभरेगा। 27 दिसंबर को जारी की गई इस रिपोर्ट के मुताबिक भारत चीन, अमेरिका जैसे ताकतवर देशों को इकॉनमी के मामले में पीछे छोड़ देगा।
क्या है CEBR की रिपोर्ट
सीईबीआर (CEBR) की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2024 से 2028 तक भारत का औसतन जीडीपी ग्रोथ 6.5 फीसदी रहेगा। इस रफ्तार से भारत साल 2027 तक जर्मनी को पीछे छोड़कर वर्ल्ड की चौथी सबसे बड़ी इकॉनमी बन जाएगा। इस रफ्तार से साल 2032 तक जापान को पछाड़कर भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन जाएगा। सीईबीआर की रिपोर्ट के मुताबिक डेमोग्रॉफिक एस्टीमेट और प्रोजेक्शंस के दम पर साल 2080 के बाद भारत चीन और अमेरिका को पीछे छोड़कर दुनिया की सबसे बड़ी इकॉनमी और आर्थिक महाशक्ति बन जाएगा।
साल 2024 भारत के लिए अहम
हालांकि सुपरपावर इकॉनमी बनने के लिए भारत को कई चुनौतियों से पार पाना होगा। भारत की बड़ी और युवा आबादी उसकी सबसे बड़ी ताकत हैं तो वगीं गरीबी, असमानता , ह्यूमन कैपिटल और इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार, पर्यावरण की स्थिरता जैसी चुनौतियों से पार पाना होगा। रिपोर्ट के मुताबिक साल 2024 भारत के लिए काफी अहम है। आम चुनावों के बाद भारत की इकॉनमी सुधार की दिशा में बड़े बदलाव हो सकते हैं।
कितनी बड़ी होगी भारत की इकॉनमी
इस रिपोर्ट के मुताबिक भारत अपनी युवा शक्ति, बढ़ते मध्यम वर्ग, गतिशील उद्यमी सेक्टर,ग्लोबल इकॉनमी में बढ़ती भागीदारी भारत की इकॉनमी को बूस्ट करेगी। सीबीईआर की रिपोर्ट के मुताबिक विश्व की सबसे बड़ी आर्थिक महाशक्ति बनने के साथ ही भारत की जीडीपी चीन के मुकाबले 90 फीसदी और अमेरिका के मुकाबले 30 फीसदी ज्यादा होगी। रिपोर्ट के मुताबिक साल 2100 अमेरिका की जीडीपी चीन के मुकाबले 45 फीसदी तक अधिक हो सकती है।