अमेरिका-चीन सब छूटेंगे पीछे,दुनिया में बजेगा भारत का डंका, USISPF चीफ ने की भारत की जय-जयकार
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अमेरिका-चीन सब छूटेंगे पीछे,दुनिया में बजेगा भारत का डंका, USISPF चीफ ने की भारत की जय-जयकार

भारत की अर्थव्यवस्था तेज रफ्तार से भाग रही है. दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था 2030 तक जर्मनी और जापान को छोड़कर दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति बनने की ओर तेजी से बढ़ रहा है. . अगर ऐसा हो जाता है तो उससे आहगे सिर्फ चीन और अमेरिका होंगे.

  अमेरिका-चीन सब छूटेंगे पीछे,दुनिया में बजेगा भारत का डंका, USISPF चीफ ने की भारत की जय-जयकार

Indian Economy: भारत की अर्थव्यवस्था तेज रफ्तार से भाग रही है. दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था 2030 तक जर्मनी और जापान को छोड़कर दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति बनने की ओर तेजी से बढ़ रहा है. . अगर ऐसा हो जाता है तो उससे आहगे सिर्फ चीन और अमेरिका होंगे. दुनिया की अधिकतर बड़ी अर्थव्यवस्थाओं की रफ्तार सुस्त पड़ रही है, लेकिन भारत अपनी पूरी ताकत से आगे बढ़ रहा है. भारत की मजबूत अर्थव्यवस्था का लोहा अब दुनियाभर ने माना है. अमेरिका-भारत रणनीतिक साझेदारी मंच के अध्यक्ष जॉन चैंबर्स (John Chambers) ने भारत की इकोनॉमी को लेकर दिल खुश कर देने वाली बात कही. 

उन्होंने दावा किया कि भारत प्रमुख आर्थिक मापदंडों में चीन और संयुक्त राज्य अमेरिका से आगे निकल जाएगा. नई दिल्ली में यूएसआईएसपीएफ द्वारा आयोजित  भारत नेतृत्व शिखर सम्मेलन 2024 में बोलते हुए जॉन चैंबर्स ने कहा कि भारत अमेरिका और चीन से आगे निकल सकता है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत की आर्थिक प्रगति की तेज गति की तारीफ की.
 
चैंबर्स ने कहा कि महत्वपूर्ण क्षण वह था जब राष्ट्रपति बाइडेन और प्रधानमंत्री मोदी ने वाशिंगटन में मुलाकात की और घोषणा की कि यह अब तक की सबसे रणनीतिक साझेदारी है. यूएसआईएसपीएफ अध्यक्ष ने कहा, कि जीडीपी प्रति व्यक्ति आय वृद्धि के मामले में भारत चीन से लगभग 100 प्रतिशत और अमेरिका से 33 प्रतिशत बड़ा होगा. यहां जीवन स्तर और समग्र विकास दुनिया के किसी भी अन्य देश से आगे निकल जाएगा. चैंबर्स ने जोर देते हुए कहा, 'यह भारत की सदी है. उन्होंने आगे कहा कि अमेरिका के साथ मिलकर व्यापार, सरकार, शिक्षा जगत के लीडर्स के साथ काम करके भारत वैश्विक विकास के लिए एक मॉडल बन सकता है. 

यूएसआईएसपीएफ अध्यक्ष ने आगे भविष्यवाणी की कि मजबूत अमेरिकी-भारत साझेदारी के माध्यम से, 'हम संभावित रूप से भारत की जीडीपी वृद्धि को दो प्रतिशत वार्षिक दर से बढ़ा सकते हैं और अमेरिकी जीडीपी वृद्धि को एक प्रतिशत तक बढ़ा सकते हैं. यूएसआईएसपीएफ शिखर सम्मेलन प्रधानमंत्री मोदी की संयुक्त राज्य अमेरिका की सफल यात्रा के बाद हो रहा है. इस कार्यक्रम का उद्देश्य द्विपक्षीय व्यापार को मजबूत करना, सप्लाई चेन को बढ़ावा देना, सेमीकंडक्टर निवेश, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और नेक्स्ट जेनरेशन टेक्नोलॉजी सहयोग को बढ़ावा देना है. 

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