Indian Railways Interesting Facts: भारतीय रेलवे के देशभर में करीब साढ़े आठ हजार रेलवे स्टेशन हैं, जिनके जरिए लोग अपने गंतव्य पर आते-जाते हैं. लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि एक राज्य ऐसा भी है, जहां आज भी केवल एक स्टेशन है और उसके बाद पटरी खत्म हो जाती है.
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State Lonely Railway Station: भारतीय रेलवे का नेटवर्क के मामले में दुनिया में चौथा स्थान है. कहते हैं कि रोजाना करीब 4 करोड़ लोग भारतीय रेलवे से सफर करते हैं. जम्मू-कश्मीर समेत देश के हर राज्य में रेलवे का नेटवर्क पहुंच चुका है, जहां पर लोग विभिन्न स्टेशनों से आने-जाने के लिए ट्रेन पकड़ते हैं. कई जिलों में तो रेलवे के एक से ज्यादा स्टेशन भी हैं लेकिन देश का एक राज्य ऐसा भी है, जहां पर आज तक केवल एक ही रेलवे स्टेशन है. इस स्टेशन के आगे पटरी खत्म हो जाती है और लोगों को सड़क मार्ग के जरिए ही आगे का सफर तय करना पड़ता है.
इस राज्य में है केवल एक रेलवे स्टेशन
यह राज्य और कोई नहीं बल्कि पूर्वोत्तर भारत का मिजोरम (Mizoram) है. इस पूरे राज्य में केवल एक ही रेलवे स्टेशन है, जिसका नाम 'बइराबी रेलवे स्टेशन' (Bairabi Railway Station) है. इसी स्टेशन के जरिए मिजोरम रेल संपर्क के जरिए देश के दूसरे हिस्सों से जुड़ा हुआ है. राज्य के लोग यात्रा करने और माल ढुलाई के लिए इसी स्टेशन पर पहुंचते हैं. इस स्टेशन के आगे रेल पटरी खत्म हो जाती है. इसलिए आमतौर पर इस स्टेशन को राज्य का आखिरी रेलवे स्टेशन भी कहा जाता है.
स्टेशन पर चार ट्रैक और तीन प्लेटफॉर्म
'बइराबी रेलवे स्टेशन' (Bairabi Railway Station) का कोड BHRB है. इस स्टेशन पर 4 रेलवे ट्रैक और 3 प्लेटफॉर्म हैं. राज्य का एकमात्र रेलवे स्टेशन होने के बावजूद यहां पर फिलहाल आधुनिक सुविधाओं की कमी है. रेलवे अधिकारियों के मुताबिक शुरुआत में बइराबी एक छोटा रेलवे स्टेशन हुआ करता था. बाद में वर्ष 2016 में उसका रि-डेवलपमेंट कर विस्तार किया गया. इसके साथ ही वहां पर कई सुविधाएं भी बढ़ाई गईं.
दूसरा स्टेशन बनाने के लिए बन रहा प्लान
मिजोरम (Mizoram) घने जंगलों और पहाड़ियों वाला राज्य है, जिसके चलते वहां पर पटरियां बिछाने में तमाम दिक्कतें हैं. लेकिन अब भारतीय रेलवे इस राज्य में भी अपनी उपस्थिति बढ़ाने के लिए काम कर रही है. राज्य में दूसरे रेलवे स्टेशन के लिए प्लान बनाया जा रहा है. साथ ही पटरियों का विस्तार करने के लिए राज्य का सर्वे किया जा रहा है. आने वाले कुछ वर्षों में वहां पर भी रेल नेटवर्क का विस्तार हो जाए तो कोई बड़ी बात नहीं होगी.