मंहगाई दर जनवरी में घटकर शून्य से 0.39% नीचे, खाद्य कीमतें बढ़ीं
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मंहगाई दर जनवरी में घटकर शून्य से 0.39% नीचे, खाद्य कीमतें बढ़ीं

मुद्रास्फीति जनवरी में शून्य से 0.39 प्रतिशत घटकर साढ़े पांच साल के न्यूनतम स्तर पर आ गई। ऐसा विनिर्माण और ईंधन उत्पादों की कीमत में गिरावट के कारण हुआ हालांकि इस दौरान खाद्य कीमतें बढ़ीं।

मंहगाई दर जनवरी में घटकर शून्य से 0.39% नीचे, खाद्य कीमतें बढ़ीं

नई दिल्ली : मुद्रास्फीति जनवरी में शून्य से 0.39 प्रतिशत घटकर साढ़े पांच साल के न्यूनतम स्तर पर आ गई। ऐसा विनिर्माण और ईंधन उत्पादों की कीमत में गिरावट के कारण हुआ हालांकि इस दौरान खाद्य कीमतें बढ़ीं।

थोकमूल्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति दिसंबर में 0.11 प्रतिशत थी। नवंबर का संशोधित आंकड़ा घटकर शून्य से 0.17 प्रतिशत नीचे रहा जबकि अस्थाई अनुमान शून्य प्रतिशत था। सरकार द्वारा आज जारी आंकड़े के मुताबिक जनवरी में खाद्य मुद्रास्फीति में तेजी दर्ज हुई और यह आठ प्रतिशत के छह महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई।

जनवरी में दाल, सब्जी और अनाज की मूल्य-वृद्धि दर पिछले महीने के मुकाबले अधिक रही। समीक्षाधीन अवधि में इधर आलू, दूध, चावल और अंडा, मांस व मछली जैसे प्रोटीन युक्त उत्पादों की मूल्य-वृद्धि दर जनवरी के दौरान कमतर रही।

ईंधन एवं उर्जा खंड में मुद्रास्फीति शून्य से 10.60 प्रतिशत कम रही जबकि विनिर्मित उत्पादों की कीमत 1.05 प्रतिशत थी। आंकड़ों के मुताबिक जनवरी में पेट्रोल के लिए थोक मूल्य आधारित मुद्रास्फीति जनवरी में 17.08 प्रतिशत का संकुचन हुआ जो दिसंबर में 11.96 प्रतिशत था। इसी तरह पिछले महीने डीजल की कीमत में गिरावट पिछले महीने के मुकाबले अधिक रही। प्राथमिक उत्पादों में मुद्रास्फीति जनवरी में बढ़कर 3.27 प्रतिशत तक रही जो दिसंबर में 2.17 प्रतिशत थी। मुद्रास्फीति ने इससे पहले जून 2009 में उक्त स्तर को छुआ था, जबकि यह शून्य से 0.4 प्रतिशत कम रही।

आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन ने इस महीने पेश मौद्रिक नीति की समीक्षा में मुख्य दर यह कहते हुए अपरिवर्तित रखी थी कि केंद्रीय बैंक चाहता है कि मुद्रास्फीति ज्यादा सुकूनदेह स्थिति में आए क्योंकि उसे वित्त मंत्री अरण जेटली के पहले पूर्ण बजट के संकेतों को इंतजार है। राजन ने कहा कि खुदरा मुद्रास्फीति जनवरी 2016 तक छह प्रतिशत के लक्षित स्तर के आस-पास पहुंच जाएगी लेकिन कहा कि मानसून तथा तेल की कीमत जोखिम पैदा कर सकती है।

गौरतलब है कि नए आधार वर्ष के मुताबिक खुदरा मुद्रास्फीति जनवरी में महीने दर महीने के आधार पर बढ़कर 5.11 प्रतिशत रही। ऐसा मुख्य तौर पर फल-सब्जी समेत मंहगे खाद्य उत्पादों के कारण हुआ।

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