Post Office Scheme: पोस्ट ऑफिस की जीरो रिस्क वाली जबरदस्त स्कीम! 10 साल में रकम हो जाएगी दोगुनी
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Post Office Scheme: पोस्ट ऑफिस की जीरो रिस्क वाली जबरदस्त स्कीम! 10 साल में रकम हो जाएगी दोगुनी

Post Office scheme: पोस्ट ऑफिस स्कीम्स लंबी अवधि के निवेश हैं. ये स्कीम्स उनके लिए हैं जो परंपरागत निवेश पसंद करते हैं और लंबी अवधि का नजरिया रखते हैं. पोस्ट ऑफिस स्कीम्स पर सरकारी गारंटी मिलती है, यानी इसमें रिस्क बिल्कुल नहीं है. 

Post Office Scheme

नई दिल्ली: निवेश इकलौता ऐसा जरिया है जिससे आप अपना और अपने परिवार का भविष्य सुरक्षित कर सकते हैं. मौजूदा समय में रिस्क क्षमता (Risk Capacity) के हिसाब से कई तरह के निवेश विकल्प मौजूद है. अगर आपमें में जोखिम लेने की क्षमता ज्यादा है तो आप इक्विटी में निवेश करते हैं, जैसे म्यूचुअल फंड्स, लेकिन अगर आप एक सुरक्षित और जीरो रिस्क वाला निवेश खोज रहे हैं तो पोस्ट ऑफिस सेविंग स्कीम्स (Kisan Vikas Patra) बेहतर विकल्प हो सकता है.

  1. पोस्ट ऑफिस की शानदार है स्कीम
  2. इसमें 10 साल में रकम हो जाएगी दोगुनी
  3. जीरो रिस्क वाली पोस्ट ऑफिस स्कीम

लंबी अवधि के निवेश

पोस्ट ऑफिस स्कीम्स लंबी अवधि के निवेश हैं. ये स्कीम्स उनके लिए हैं जो परंपरागत निवेश पसंद करते हैं और लंबी अवधि का नजरिया रखते हैं. पोस्ट ऑफिस स्कीम्स पर सरकारी गारंटी मिलती है, यानी इसमें रिस्क बिल्कुल नहीं है. साथ ही निवेश पर एक गारंटीड रिटर्न भी मिलता है. हम यहां पर आपको एक ऐसी ही पोस्ट ऑफिस स्कीम के बारे में बताने जा रहे हैं जिसका नाम है किसान विकास पत्र (Kisan Vikas Patra).

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क्या है किसान विकास पत्र (KVP)

इस स्कीम की अवधि 124 महीने यानी 10 साल 4 महीने है. अगर आपने इस स्कीम में 1 अप्रैल 2022 से 30 जून 2022 तक निवेश किया है, तो आपकी ओर से जमा की गई एकमुश्त रकम (lump sum amount) 10 साल और 4 महीने में दोगुनी हो जाती है. किसान विकास पत्र पर पर आपको 6.9 परसेंट का सालाना कंपाउंड ब्याज मिलता है.

जितना चाहें निवेश कर सकते हैं 

आप किसान विकास पत्र सर्टिफिकेट को 1,000 रुपये के न्यूनतम निवेश से खरीद सकते हैं, इस स्कीम में निविश की कोई अधिकतम सीमा नहीं है, यानी आप जितना चाहें इस स्कीम पैसा डाल सकते हैं. इस स्कीम की शुरुआत 1988 में हुई थी, तब इसका मकसद था किसानों के निवेश को दोगुना करना, लेकिन अब इसे सभी के लिए खोल दिया गया है. अब ये कह सकते हैं कि किसान विकास पत्र का फिलहाल किसानों से कोई लेना देना नहीं है.

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लेकिन देना होगा PAN और आधार

निवेश की कोई सीमा नहीं होने से मनी लॉन्ड्रिंग का खतरा भी है, इसलिए सरकार ने 2014 में 50,000 रुपये से ज्यादा के निवेश पर PAN कार्ड अनिवार्य कर दिया था. अगर 10 लाख या इससे ज्यादा निवेश करते हैं तो इनकम प्रूफ भी जमा करना होगा, जैसे ITR, सैलरी स्लिप और बैंक स्टेटमेंट वगरैह. इसके अलावा पहचान पत्र के तौर पर आधार भी देना होता है.

तीन तरह से खरीद सकते हैं

1. सिंगल होल्डर टाइप सर्टिफिकेट: इस तरह का सर्टिफिकेट खुद के लिए या किसी नाबालिग के लिए खरीदा जाता है
2. ज्वाइंट A अकाउंट सर्टिफिकेट: इसे दो वयस्कों को ज्वाइंट रूप से जारी किया जाता है. दोनों होल्डर्स को भुगतान होता है, या जो जीवित हो
3. ज्वाइंट B अकाउंट सर्टिफिकेट: इसे दो वयस्कों को ज्वाइंट रूप से जारी किया जाता है. दोनों में से किसी एक को भुगतान होता है या जो जीवित हो

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किसान विकास पत्र के फीचर्स  

1. इस स्कीम पर गारंटीड रिटर्न मिलता है, इसका बाजार के उतार चढ़ाव से कोई लेना देना नहीं है, इसलिए ये निवेश का बेहद सुरक्षित जरिया है. अवधि खत्म होने के बाद आपको पूरी रकम मिल जाती है
2. इसमें इनकम टैक्स के सेक्शन 80C के तहत टैक्स छूट नहीं मिलती है. इस पर मिलने वाला रिटर्न पूरी तरह से टैक्सेबल है. मैच्योरिटी के बाद निकासी पर कोई टैक्स नहीं लगता है
3. मैच्योरिटी पर यानी 124 महीने बाद आप रकम निकाल सकते हैं, लेकिन इसका लॉक -इन पीरियड 30 महीनों का होता है. इससे पहले आप स्कीम से पैसा नहीं निकाल सकते, बशर्ते खाताधारक की मृत्यु हो जाए या कोर्ट का आदेश हो
4. इसमें 1000, 5000, 10000, 50000 के मूल्य वर्ग (denominations) में निवेश किया जा सकता है. 
5. किसान विकास पत्र को कोलैटरल के तौर या सिक्योरिटी के तौर पर रखकर आप लोन भी ले सकते हैं. 

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