10 हजार का है मामला, पेट्रोल पंपों पर लगी है लाइन, जानिए क्या है माजरा
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10 हजार का है मामला, पेट्रोल पंपों पर लगी है लाइन, जानिए क्या है माजरा

Motor Vehicles Act 2019 : 1 सितंबर से देश में नया मोटर व्हीकल एक्ट 2019 लागू हो गया है. नए नियमों के सख्ती से लागू होने के बाद पेट्रोल पंप पर लंबी लाइन देखी जा रही है. यह भीड़ पेट्रोल-डीजल के रेट में भारी उतार-चढ़ाव से नहीं बल्कि पल्यूशन चेक कराने वाली की है.

दिल्ली में रोजाना 30 हजार से ज्यादा गाड़ियों का पल्यूशन चेक हो रहा है. (प्रतीकात्मक फोटो)

नई दिल्ली : 1 सितंबर से देश में नया मोटर व्हीकल एक्ट 2019 (Motor Vehicles Act 2019) लागू हो गया है. नए नियमों के लागू होने के बाद पेट्रोल पंप पर लंबी लाइन देखी जा रही है. यह भीड़ पेट्रोल-डीजल के रेट में भारी उतार-चढ़ाव से नहीं बल्कि पल्यूशन चेक (Pollution Check Certificates ) कराने वाली की है. दरअसल, नया मोटर व्हीकल एक्ट में पलूशन के चालान में पहले के मुकाबले भारी बढ़ोतरी की गई है. पहले यह चालान 1000 रुपये का था, जो अब बढ़कर 10 हजार का हो गया है. राजधानी दिल्ली में बने 950 सेंटर पर चार दिन में 1 लाख से ज्यादा गाड़ियों का PUC सर्टिफिकेट जारी किया जा चुका है.

पहले रोजाना 15 हजार गाड़ियों का होता था पलूशन चेक
एक आंकड़े के अनुसार पहले दिल्ली में करीब 15 हजार गाड़ियों का पलूशन चेक होता था, लेकिन अब यह संख्या बढ़कर दोगुने से ऊपर पहुंच गई है. इस दौरान पल्यूशन चेक कराने वाली कुछ वाहन मालिक ऐसे भी हैं, जिन्होंने सालों से अपनी गाड़ी पलूशन चेक नहीं कराया था. पेट्रोल पंप पर लगी लंबी कतार से पेट्रोल-डीजल भराने आ रहे वाहनों को भी ज्यादा समय लग रहा है. इसके अलावा पल्यूशन सेंटर पर भी लोगों को ज्यादा समय लग रहा है.

भीड़ बढ़ने से सर्वर में भी परेशानी
पल्यूशन सेंटर पर भीड़ बढ़ने से सर्वर में भी परेशानी आ रही है. लोगों का कहना है कि सर्वर में परेशानी से उन्हें ज्यादा समय लग रहा है. सर्वर स्लो होने पर ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट ने आईटी विभाग से पूरी स्थिति पर नजर रखने के लिए कहा है. आईटी विभाग से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि एक साथ सर्वर पर लोड बढ़ने से स्पीड हल्की हो गई है. सर्वर ठप होने जैसी कोई समस्या नहीं है. इस प्रॉब्लम को जल्द ही हल कर लिया जाएगा.

आपको बता दें पल्यूशन की जांच कराते समय गाड़ी मालिक से उसका मोबाइल नंबर लिया जाता है. पल्यूशन सर्टिफिकेट की समय सीमा समाप्त होने के एक हफ्ते पहले मैसेज से गाड़ी मालिक को सूचित किया जाता है. उसके बाद जिस दिन सर्टिफिकेट खत्म होने वाला होता है, उस दिन भी मैसेज भेजा जाता है.

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