ITC-HUL समेत इन FMCG कंपनियों पर रहेगा बाजार का फोकस, डिमांड बढ़ने से शेयरों में आएगी तेजी
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ITC-HUL समेत इन FMCG कंपनियों पर रहेगा बाजार का फोकस, डिमांड बढ़ने से शेयरों में आएगी तेजी

FMCG Share Price:  भारत में आने वाले अच्छे मॉनसून की वजह से एफएमसीजी सेक्टर में अच्छी ग्रोथ देखने को मिलेगी. अगर आपके पोर्टफोलियो में भी कोई एफएमसीजी स्टॉक शामिल हैं तो इस समय बड़ा पैसा कमाने का मौका मिल सकता है.

ITC-HUL समेत इन FMCG कंपनियों पर रहेगा बाजार का फोकस, डिमांड बढ़ने से शेयरों में आएगी तेजी

FMCG Stocks: अगर आपने भी शेयर मार्केट में पैसा लगा रखा है तो उससे पहले ये जानना जरूरी है कि आने वाले दिनों में किन सेक्टर्स में तेजी देखने को मिल सकती है. भारत में आने वाले अच्छे मॉनसून की वजह से एफएमसीजी सेक्टर में अच्छी ग्रोथ देखने को मिलेगी. अगर आपके पोर्टफोलियो में भी कोई एफएमसीजी स्टॉक शामिल हैं तो इस समय बड़ा पैसा कमाने का मौका मिल सकता है.

देश की प्रमुख एफएमसीजी कंपनियों में चालू वित्त वर्ष में मांग बढ़ने के संकेत नजर आ रहे हैं. इन संकेतों और अच्छे मॉनसून की वजह से फसलों में भी सुधार मिलने की उम्मीद है. मार्च तिमाही में कमजोर परिचालन परिस्थितियों के बीच में FMCG सेक्टर में कंज्यूमर की डिमांड कम रही है. 

FMCG सेक्टर ने मार्च में पकड़ी रफ्तार

पिछली कुछ तिमाहियों में सुस्त चल रही ग्रामीण मांग ने जनवरी-मार्च से गति पकड़ी है और कुछ एफएमसीजी निर्माताओं ने शहरी मार्केट के साथ अंतर कम होता देखा है. ग्रामीण देश में एफएमसीजी बिक्री में लगभग 35 से 38 प्रतिशत का योगदान देता है. डाबर, मैरिको और गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स जैसी प्रमुख लिस्टेड एफएमसीजी कंपनियों ने अपने तिमाही अपडेट में कहा कि मार्जिन और विस्तार से कंपनियां अपने ब्रांडों पर विज्ञापन और प्रचार का खर्च बढ़ा सकेंगी. 

मार्केट में लिस्टेड एफएमसीजी कंपनियां

FMCG कंपनियों की लिस्ट में HUL, ITC, नेस्ले इंडिया, वरुण बेवरेजेज, गोदरेज कंज्यूमर, ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज, टाटा कंज्यूमर, डाबर इंडिया, यूनाइटेड स्पिरिट्स शेयर प्राइस, ज्यूबलियंट फूड्स समेत कई कंपनियां मार्केट में लिस्ट हैं. 

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस समय मार्केट में छोटी एफएमसीजी कंपनियां बड़ी कंपनियों को टक्कर दे रही हैं. बीच में कंपनियों ने छोटे पैक में वजन को बढ़ाना भी शुरू कर दिया था. इससे कंपनियों की हिस्सेदारी में इजाफा हुआ. कंपनियों को उम्मीद है कि कीमत में सुधार और पैक का वजन बढ़ाने की वजह से वह क्षेत्रीय कंपनियों से मुकाबला कर सकती हैं. 

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