नुकसान की भरपाई के लिए पेट्रोल-डीजल पर सेस लगाया जा रहा है.
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नई दिल्ली: अगर आप सोच रहे हैं कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत गिरने से आपको फायदा होने वाला है तो भूल जाइए. पेट्रोल और डीजल के दामों में कमी के आसार कम ही नजर आ रह हैं. लेकिन इससे भी बड़ी बात ये है कि अब राज्य दामों में कमी करने की बजाए कोरोना वायरस टैक्स लगाकर इसे महंगा ही कर रहे हैं.
इस राज्य ने लगाया कोरोना वायरस टैक्स
महामारी कोरोना वायरस (Coronavirus Pandemic) से लड़ाई में नुकसान की भरपाई के लिए पेट्रोल-डीजल पर सेस लगाया गया है. हमारे सहयोगी ज़ीबिज के अनुसार देशव्यापी लॉकडाउन (Lockdown) के बीच नागालैंड ने पेट्रोल (Petrol) और डीजल (Diesel) पर कोविड-19 सेस (Covid-19 Cess) लगाने का फैसला किया है. नागालैंड ने पेट्रोल पर 6 रुपए प्रति लीटर और डीजल पर 5 रुपए प्रति लीटर का कोविड-19 सेस लगाया है. फैसला 28 अप्रैल की मध्यरात्रि से लागू हो गया है.
जानकारों का कहना है कि जनवरी के बाद ही कच्चे तेल की कीमतों में विभिन्न वजहों से कमी आई है. इसके बावजूद विभिन्न कर या सेस लगाकर कीमतों को कम नहीं होने दिया गया है. इससे पहले, असम सरकार ने भी डीजल पर 5 रुपए प्रति लीटर और पेट्रोल पर 6 रुपए प्रति लीटर टैक्स बढ़ाया था.
असम-मेघालय में भी महंगा हुआ पेट्रोल-डीजल
असम ने भी कोरोना वायरस के चलते जारी लॉकडाउन में नुकसान की भरपाई के लिए पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी की थी. असम में पेट्रोल का भाव 71.61 रुपए से बढ़कर 77.46 रुपए प्रति लीटर और डीजल का दाम 65.07 रुपए से चढ़कर 70.50 रुपए प्रति लीटर हो गया. संशोधित दरें 22 अप्रैल की मध्य रात्रि से लागू हैं. टैक्स में बढ़ोतरी से असम में पेट्रोल-डीजल की कीमतें 6 रुपए तक बढ़ गई हैं.
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पेट्रोल-डीजल का आज का भाव
भारत में पेट्रोल-डीजल के दाम में आज भी कोई बदलाव नहीं हुआ है. 16 मार्च के बाद इक्का-दु्कका शहरों में कीमत में अप्रैल की शुरुआत में बदलाव आया था, जिसका कारण मांग की कमी नहीं बल्कि वैट था. तमाम शहरों में पेट्रोल-डीजल के दाम स्थिर बने हुए हैं. सरकार फिर एक्साइज ड्यूटी बढ़ा सकती है. हालांकि इस बार एक्साइज बढ़ने से दाम बढ़ने की गुंजाइश नहीं दिख रही.