डीजल के थोक रेट में 25 रुपये की बढ़ोतरी, आम आदमी पर क्या होगा असर?
Advertisement
trendingNow11130549

डीजल के थोक रेट में 25 रुपये की बढ़ोतरी, आम आदमी पर क्या होगा असर?

इस महीने पेट्रोल पंपों की बिक्री में 20 प्रतिशत का उछाल आया है. बस ड्राइवरों और मॉल जैसे थोक उपभोक्ताओं ने पेट्रोल पंपों से ईंधन खरीदा है. आमतौर पर वे पेट्रोलियम कंपनियों से सीधे ईंधन की खरीद करते हैं.

थोक उपभोक्ताओं के लिए महंगा हुआ डीजल

नई दिल्ली: हाल ही में थोक उपभोक्ताओं के लिए डीजल की कीमत में करीब 25 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई है. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में 40 प्रतिशत के उछाल के बाद यह कदम उठाया गया है. हालांकि, पेट्रोल पंपों के जरिये बेचे जाने वाले डीजल की खुदरा कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है.

  1. थोक उपभोक्ताओं के लिए डीजल महंगा
  2. पेट्रोल पंप की कीमतों में आया असर?
  3. आम आदमी होगा इस बढ़ोतरी से प्रभावित?

थोक डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी

इस फैसले के बाद से खुदरा पेट्रोल पंपों पर एक तरह से खलबली मच गई है. मुंबई में थोक उपभोक्ताओं को बेचे जाने वाले डीजल की कीमत बढ़कर 122.05 रुपये प्रति लीटर हो गई है. यह पेट्रोल पंपों पर बेचे जाने वाले डीजल की कीमत 94.14 रुपये प्रति लीटर है. इसी तरह दिल्ली में पेट्रोल पंप पर डीजल का रेट 86.67 रुपये प्रति लीटर है, लेकिन राजधानी में थोक उपभोक्ताओं के लिए डीजल 115 रुपये प्रति लीटर है.

थोक उपभोक्ताओं के लिए महंगे हुए डीजल का असर क्या आम आदमी पर भी पड़ने वाला है. इस सवाल का जवाब है कि अब थोक डीजल के खरीदार खुदरा पंपों से डीजल खरीद रहे हैं क्योंकि पेट्रोल पंप की कीमतें उनके थोक कॉन्ट्रैक्ट की कीमतों से कम हैं. अब वह सीधे पेट्रोलियम कंपनियों से टैंकर बुक नहीं कर रहे हैं. इससे पेट्रोलियम कंपनियों का नुकसान और बढ़ा है.

खुदरा कीमत पर होगा असर?

राज्यों में सरकारी बसें, मॉल और हवाई अड्डे जैसे थोक उपभोक्ता डीजल का इस्तेमाल करते हैं. लेकिन पेट्रोल का शायद ही कोई थोक या औद्योगिक उपभोक्ता है. उद्योगों में डीजल का ही बड़े स्तर पर इस्तेमाल किया जाता है. थोक उपभोक्ता रेट और पेट्रोल पंप की कीमत के बीच लगभग 25 रुपये प्रति लीटर के बड़े अंतर ने थोक उपभोक्ताओं को सीधे तेल कंपनियों से बुक टैंकरों के बजाय पेट्रोल पंपों पर ईंधन भरने के लिए मजबूर किया है.

ये भी पढ़ें: पीएम की इस योजना के तहत पाएं फ्री सिलाई मशीन, नहीं करना पड़ेगा एक भी रुपया खर्च

वैश्विक तेल और ईंधन की कीमतों में वृद्धि के बावजूद राज्य सरकार की ओर से संचालित ईंधन खुदरा विक्रेताओं ने 4 नवंबर से पंपों पर तेल की कीमतें नहीं बढ़ाई हैं. हालांकि, उन्होंने उन करार की शर्तों के मुताबिक औद्योगिक या थोक ग्राहकों के लिए डायरेक्ट सेल की कीमतें बढ़ाना जारी रखा है. इसलिए थोक उपभोक्ताओं को बेचे जाने वाले डीजल की कीमतों में वृद्धि का आम आदमी पर कोई असर नहीं होना चाहिए क्योंकि वे इस कैटेगरी में नहीं आते हैं.

LIVE TV

Trending news