वायुसेना के जांबाज विंग कमांडर पायलट अभिनंदन की वतन वापसी शुक्रवार रात हो गई है. इसके बाद भारत और पाकिस्तान के अपनी-अपनी तरफ से ट्रेन सेवा बहाल करने पर सहमत हो गए हैं.
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नई दिल्ली : वायुसेना के जांबाज विंग कमांडर पायलट अभिनंदन की वतन वापसी शुक्रवार रात हो गई है. इसके बाद भारत और पाकिस्तान के अपनी-अपनी तरफ से ट्रेन सेवा बहाल करने पर सहमत हो गए हैं. अब समझौता एक्सप्रेस रविवार को दिल्ली से पाकिस्तान के लिए रवाना होगी. रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस बारे में जानकारी दी. विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान को पाकिस्तान की ओर से रिहा करने के अगले दिन यह घोषणा की गई. अधिकारी ने बताया कि भारत से पहली ट्रेन 3 मार्च को चलेगी.
28 फरवरी को रद्द हुई थी समझौता एक्सप्रेस
भारतीय वायुसेना द्वारा की गई कार्रवाई के बाद पाकिस्तान ने अपनी ओर से ट्रेन सेवा रद्द कर दी थी, जिसके बाद भारत ने भी 28 फरवरी को समझौता एक्सप्रेस ट्रेन का परिचालन रद्द कर दिया था. ट्रेन रविवार को भारत की ओर से चलेगी जबकि पाकिस्तान की ओर से यह सोमवार को वापसी यात्रा के लिए लाहौर से चलेगी. भारत की ओर से ट्रेन दिल्ली से अटारी के लिए और पाकिस्तान की ओर से ट्रेन लाहौर से वाघा तक चलती है.
तनाव बढ़ने पर रद्द की गई थी ट्रेन
इस गाड़ी में जो लोग यात्रा करना चाहते हैं उनकी जानकारी के लिए इस गाड़ी को चलाए जाने की सूचना का प्रचार- प्रसार करने के लिए कहा गया है. भारत और पाक के बीच तनाव बढ़ने पर दोनों देशों के बीच चलने वाली समझौता एक्सप्रेस की सेवाओं को भारतीय रेलवे ने फिलहाल 03 मार्च तक रद्द करने की घोषणा की थी. पुलवामा हमले के बाद ही भारत व पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने लगा था. तनाव बढ़ने के साथ ही इस गाड़ी से यात्रा करने वालों की संख्या में लगातर कमी आ रही थी.
1976 में चलाई गई थी ये रेलगाड़ी
22 जुलाई 1976 को अटारी-लाहौर के बीच इस ट्रेन की शुरुआत की गई थी. समझौता एक्सप्रेस अटारी-वाघा के बीच केवल तीन किलोमीटर का सफर तय करती है. 1971 के युद्ध के बाद तत्कालीन भारतीय प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और उनके समकक्ष जुल्फिकार अली भुट्टो के बीच शिमला समझौता हुआ था. इसी के तहत भारत और पाकिस्तान के बीच रेल संपर्क बनाने पर हामी भरी गई थी. चूंकि अटारी से लाहौर तक रेल मार्ग पहले से ही मौजूद था, इसलिए समझौता एक्सप्रेस को शुरू करने में कोई रुकावट नहीं आई थी.
(इनपुट एजेंसी से भी)