Druk Green Power: टाटा पावर की सब्सिडियरी कंपनी टाटा पावर रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड 500 मेगावाट के सोलर प्रोजेक्ट को डेवलप करेगी. टाटा पावर के सीईओ और एमडी प्रवीर सिन्हा ने कहा, टाटा पावर की भूटान की डीजीपीसी के साथ यह डील बाजार में हमें और मजबूती देगी.
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Tata Power and DGPC Deal: टाटा पावर ने भूटान में 5,000 मेगावाट की क्लीन एनर्जी कैपिसिटी को डेवलप करने के लिए बडी डील की है. टाटा पावर का यह करार भूटान की ड्रुक ग्रीन पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (DGPC) के साथ हुआ है. डीजीपीसी, ड्रुक होल्डिंग एंड इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड की सब्सिडियरी कंपनी है, जो कि भूटान की एकमात्र बिजली उत्पादन कंपनी है. टाटा पावर की तरफ से जारी बयान में कहा गया कि यह एशिया के क्लीन एनर्जी सेक्टर में दोनों देशों की दो प्रमुख बिजली कंपनियों के बीच सबसे बड़ी पार्टनरशिप डील है.
5000 मेगावाट का रिन्यूएबल एनर्जी प्रोजेक्ट तैयार किया जाएगा
टाटा पावर ने बताया कि इस डील के तहत कम-से-कम 5,000 मेगावाट की रिन्यूएबल एनर्जी प्रोजेक्ट को विकसित किया जाएगा. इसमें 1,125 मेगावाट क्षमता के डोरजिलुंग जलविद्युत प्रोजेक्ट समेत 4,500 मेगावाट क्षमता की जलविद्युत प्रोजेक्ट शामिल हैं. इसके अलावा, टाटा पावर की सब्सिडियरी कंपनी टाटा पावर रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड 500 मेगावाट के सोलर प्रोजेक्ट (टीपीआरईएल) को डेवलप करेगी. टाटा पावर के सीईओ और एमडी प्रवीर सिन्हा ने कहा, ‘टाटा पावर की ड्रुक ग्रीन पावर कॉरपोरेशन के साथ पार्टनरशिप पसंदीदा क्लीन एनर्जी प्रोजेक्ट के रूप में हमारी साख को मजबूत करती है. दोनों कंपनियां मिलकर 5,000 मेगावाट की क्लीन एनर्जी कैपिसिटी सृजित करेंगे.’
भूटान के पीएम और टाटा संस के चेयरमैन मौजूदा रहे
उन्होंने कहा, ‘यह पार्टनरशिप भूटान की जलविद्युत कैपिसिटी का यूज करने में मदद करेगी और भरोसेमंद तथा 24 घंटे क्लीन एनर्जी आपूर्ति के जरिये दोनों देशों की बढ़ती ऊर्जा मांग को पूरा करेगी. हम साथ मिलकर एक नए ऊर्जा युग को आकार दे रहे हैं.’ बयान में बताया गया कि भूटान के प्रधानमंत्री दाशो शेरिंग टोबगे की मौजूदगी में डीजीपीसी के एमडी दाशो छेवांग रिनजिन और टाटा पावर के सीईओ और एमडी के बीच थिम्पू में एमओयू पर साइन किये गए. इस दौरान ऊर्जा एवं प्राकृतिक संसाधन मंत्री ल्योनपो जेम शेरिंग, टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन, भूटान में भारत के राजदूत सुधाकर दलेला और भूटान सरकार, भारतीय दूतावास, डीजीपीसी और टाटा पावर के दूसरे वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे.
2008 से डीजीपीसी के साथ लंबा रिलेशन रहा
डीजीपीसी के एमडी दाशो छेवांग रिनजिन ने कहा, ‘टाटा पावर के साथ यह पार्टनरशिप भूटान के आर्थिक विकास और दीर्घकालिक ऊर्जा सुरक्षा के लिए विशाल नवीकरणीय ऊर्जा संसाधनों के तेजी से उपयोग के जरिये वहां के लोगों को अधिकतम लाभ पहुंचाने की आकांक्षाओं के अनुरूप है.’ टाटा पावर का 2008 से डीजीपीसी के साथ एक लंबे समय से रिलेशन रहा है. उस समय दोनों कंपनियां भूटान के जलविद्युत क्षेत्र में पहली पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप के रूप में 126 मेगावाट क्षमता की दगाछू जलविद्युत संयंत्र को सफलतापूर्वक विकसित करने के लिए साथ आई थीं. टाटा पावर के पास 1,200 किलोमीटर लंबी टाला पारेषण लाइन प्रोजेक्ट भी है. कंपनी इसके जरिये भूटान से भारत तक स्वच्छ बिजली पहुंचाती है.
टाटा पावर के शेयर का हाल
टाटा पावर के शेयर में मंगलवार को बंद हुए कारोबारी सत्र के दौरान तेजी देखी गई. कारोबारी सत्र के अंत में कंपनी का शेयर 3 रुपये से ज्यादा की तेजी के साथ 408.10 रुपये पर बंद हुआ. ट्रेडिंग सेशन के दौरान शेयर ने 417.80 रुपये का हाई टच किया लेकिन बाद में नीचे आ गया. 52 हफ्ते के दौरान शेयर का लो लेवल 256.95 रुपये और हाई लेवल 494.85 रुपये है. इसके साथ ही कंपनी का मार्केट कैप बढ़कर 1,30,401.81 करोड़ रुपये हो गया है. (इनपुट भाषा से भी)