Nirmala Sitharaman Husband: देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बीजेपी की फायरब्रांड नेताओं में से एक है. चाहे इकोनॉमी का मुद्दा हो या फिर पार्टी की, निर्मला सीतारमण पुरजोर तरीके से अपनी बातों को रखती है.
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Finance Minister Nirmala Sitharaman: देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बीजेपी की फायरब्रांड नेताओं में से एक है. चाहे इकोनॉमी का मुद्दा हो या फिर पार्टी की, निर्मला सीतारमण पुरजोर तरीके से अपनी बातों को रखती है. भले ही निर्मला सीतारमण ने लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया हो, लेकिन वो चुनावी चर्चा में बनीं हुई है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारनण के पति परकला प्रभाकर के ताजा बयान ने चुनावी समर में घमासान मचा दिया है. सत्ताधारी पार्टी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ बोलकर उन्होंने कांग्रेस को बैठे-बिठाए मौका दे दिया है. मुद्दा इसलिए बड़ा बन गया, क्योंकि आलोचना केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के पति नहीं की है. उस पार्टी की, जिससे उसने पत्नी जुड़ी है, उस सरकार की, जिस वित्त मंत्री उनकी पत्नी हैं.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के पति परकला प्रभाकर ने कहा कि अगर इस बार बीजेपी सत्ता में आई तो संविधान बदल जाएगा. देश का नक्शा बदल जाएगा. उन्होंने एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि अगर 2024 में दोबारा यही सरकार बनती है तो उसके बाद फिर कभी चुनाव नहीं होंगे. प्रभाकर के इस बयान के बाद से घमासान मचा है. कांग्रेस इस मौके को भुनाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है. कांग्रेस ने परकाला प्रभाकर का ये वीडियो शेयर किया है. हालांकि ये कोई पहला मौका नहीं जब उन्होंने मोदी सरकार पर हमला बोला हो. चाहे वो चुनावी बॉन्ड का मुद्दा हो या भी देश की इकोनॉमी का परकला प्रभाकर मोदी सरकार की आलोचन करते रहे हैं. उन्होंने नोटबंदी, महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर कई बार सरकार को घेरा है. देश की अर्थव्यवस्था, जिसकी बागडोर निर्मला सीतारमण संभालती है वो उसपर भी आलोचना कर चुके हैं. देश की इकोनॉमी की आलोचना करते हुए उन्होंने भाजपा को पीवी नरसिम्हा राव-मनमोहन सिंह की आर्थिक नीति को अपनाने की सलाह दे दी.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पति परकला प्रभाकर जाने-माने अर्थशास्त्री हैं. साल 1959 में आंध्र प्रदेश के पश्चिमी गोदावरी जिला के नरसापुरम में उनका जन्म हुआ. परिवार पहले से ही राजनीति में था. हालांकि इन्होंने पढ़ाई में कभी अपनी फोकस नहीं जाने दिया. शुरुआती पढ़ाई के बाद वो जेएनयू चले गए. उन्होंने जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी से एमए और एम.फिल. किया है. इसके बाद साल 1991 में उन्होंने लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स एंड पॉलिटिकल साइंस पीएचडी की. अलग-अलग पदों पर काम करने के वाले प्रभाकर ने 2008 में प्रजा राज्यम पार्टी के प्रवक्ता के तौर पर भी काम किया है.
साल 2014 से 2018 तक वो आंध्र प्रदेश सरकार कैबिनेट रैंक के अफसर रह चुके हैं. वो आंध्र प्रदेश सरकार के कम्युनिकेशंस एडवाइजर भी रहे हैं. अपनी किताब 'द क्रुक्ड टिम्बर ऑफ न्यू इंडिया' को लेकर वो खासे चर्चा में रहे हैं. प्रभाकर बड़े-बड़े पदों पर रहे है, लेकिन वो लाइमलाइट से दूर रहते हैं. हालांकि अपने बयानों को लेकर वो चर्चा में आ जाते हैं.
जेएनयू में पढ़ाई के दौरान निर्मला सीतारमण की मुलाकात परकला प्रभाकर से हुई. साल 1986 में दोनों ने परिवार वालों की मर्जी से शादी की. परकला प्रभाकर की मां कांग्रेस पार्टी से विधायक थीं. पिता परकला शेषावतारम भी लंबे समय तक विधायक और मंत्री रहे थे. ससुराल भले ही कांग्रेसी हो, लेकिन उन्होंने कभी भी निर्मला सीतारमण को भाजपा में जाने से न तो रोका और न ही उनकी विचारधारा को बदलने की कोशिश की. साल 2008 में निर्मला सीतारमण ने भाजपा के साथ राजनीति में प्रवेश किया. दो साल के भीतर ही वो भाजपा की प्रवक्ता बन गईं. सुषमा स्वराज के बाद वो भाजपा की दूसरी महिला प्रवक्ता बनी थी. तेजतर्रार सीतारमण ने अपनी अलग पहचान बनाई और देश की रक्षा मंत्री और वित्त मंत्री की जिम्मेदारी संभाली .