Adani Power Share Price: हिंडनबर्ग रिसर्च के विवाद के बाद उनके ग्रुप का मार्केट कैप एक साल में करीब 6 लाख करोड़ रुपये गिर गया. एक साल पहले साल 2022 के आखिर में अडानी ग्रुप की 10 लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 19.6 लाख करोड़ रुपये था.
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Adani Group Market Cap: शेयर बाजार में निवेश करने वाले निवेशकों ने अडानी ग्रुप के शेयरों में इनवेस्ट करके पिछले कुछ सालों में जबरदस्त रिटर्न हासिल किया. अडानी ग्रुप के शेयरों के टॉप लेवल पर पहुंचने का ही असर रहा कि गौतम अडानी एशिया की सबसे अमीर शख्सियत बन गए थे. इतना ही नहीं दुनियाभर के अरबपतियों में भी उनकी तूती बोल रही थी. लेकिन जनवरी, 2023 में आई हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के बाद अडानी ग्रुप के शेयरों तेजी से नीचे आने लगे. हिंडनबर्ग रिपोर्ट से गौतम अडानी के ग्रुप को झटका लगा और उनकी कंपनियों के शेयर का मार्केट कैप धड़ाम हो गया.
एक साल में 6 लाख करोड़ का नुकसान!
इकोनॉमिक टाइम्स में प्रकाशित खबर के अनुसार हिंडनबर्ग रिसर्च के विवाद के बाद उनके ग्रुप का मार्केट कैप एक साल में करीब 6 लाख करोड़ रुपये गिर गया. एक साल पहले साल 2022 के आखिर में अडानी ग्रुप की 10 लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 19.6 लाख करोड़ रुपये था. पिछले दिनों यह 14 लाख करोड़ के करीब था. लेकिन इस समय यह गिरकर 13.6 लाख करोड़ रुपये के करीब आ गया है. हालांकि अडानी ग्रुप के कई स्टॉक हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद घाटे से रिकवर होने में कामयाब रहे.
अडानी टोटल गैस में 74% की गिरावट
अडानी टोटल गैस के शेयर में साल-दर-साल (YTD) आधार पर 74% की गिरावट बनी हुई है. यह स्टॉक 4,000 रुपये के करीब पहुंच गया था. लेकिन अब यह 1000 रुपये के लेवल से ऊपर निकलने के लिए संघर्ष कर रहा है. अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस के शेयर भी 61% नीचे हैं. खाद्य तेलों और पैकेज्ड ग्रॉसरी के फॉर्च्यून ब्रांड का मालिकाना हक रखने वाली अडानी विल्मर ने शेयर का करीब 44% खो दिया है. मीडिया रिपोर्ट में यह भी दावा किया जा रहा है कि ग्रुप एफएमसीजी फर्म में अपनी पूरी 43.97% हिस्सेदारी बेचने के लिए कई मल्टीनेशनल कंज्यूमर ग्रुड्स कंपनियों के साथ बातचीत कर रहा है.
Amubja का मार्केट कैप 6% नीचे आया
अडानी की प्रमुख कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर का मूल्य करीब 28% कम हो गया है. इसी तरह अडानी ग्रीन एनर्जी और एनडीटीवी 24-25% नीचे हैं. ग्रुप की दो सीमेंट कंपनियां एसीसी और अंबुजा सीमेंट्स इस गिरावट में सबसे कम प्रभावित हुई हैं. ACC करीब 15% नीचे है, वहीं Amubja ने मार्केट कैप का करीब 6% खो दिया है. दूसरी तरफ अडानी पोर्ट्स का शेयर 24 प्रतिशत और अडानी पावर 70 प्रतिशत बढ़ गया है.
एक महीने में आई जबरदस्त तेजी
स्टॉक मूल्य में हेराफेरी के आरोपों पर अडानी-हिंडनबर्ग विवाद से जुड़ी याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश को सुरक्षित रख लिया है. इसके बाद अडानी ग्रुप के स्टॉक्स में जबरदस्त खरीदारी देखी गई. अडानी ग्रीन एनर्जी के शेयर पिछले एक महीने के दौरान ही 64% तक बढ़ गए हैं. कंपनी का साल 2030 तक 45 गीगावाट ग्रीन एनर्जी कैपिसिटी का लक्ष्य है. आने वाले समय में अडानी ग्रीन एनर्जी के शेयर में और तेजी देखी जा सकती है.