Civil Services Examination: एक ही परिवार से निकले 4-4 होनहार सपूत, सभी ने पास की सिविल सेवा की परीक्षा
Advertisement
trendingNow11277486

Civil Services Examination: एक ही परिवार से निकले 4-4 होनहार सपूत, सभी ने पास की सिविल सेवा की परीक्षा

4 IAS-IPS in one family: अपने बच्चों की इस बड़ी कामयाबी से पिता बेहद उत्साहित हैं. उन्होंने कहा, 'भगवान से मैं और क्या मांग सकता हूं. मुझे बेटे और बेटियों की कामयाबी पर बड़ा गर्व है. मैं आज अपने बच्चों की वजह से अपना सिर ऊंचा रखता हूं.'

Civil Services Examination: एक ही परिवार से निकले 4-4 होनहार सपूत, सभी ने पास की सिविल सेवा की परीक्षा

IAS-IPS in one family: उत्तर प्रदेश (UP) के लालगंज में गरीब परिवार में बड़े हुए चार भाई-बहनों ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा (UPSC Civil Service Exam) पास की है. एक सामान्य परिवार से आने वाले चारों होनहार छात्र  देश की सेवा बतौर आईएएस (IAS) और आईपीएस अधिकारी बनकर कर रहे हैं. उनके पिता, अनिल प्रकाश मिश्रा, (जो एक ग्रामीण बैंक में प्रबंधक थे) ने कहा, 'हालांकि मैं एक ग्रामीण बैंक में प्रबंधक था, मैंने अपने बच्चों की शिक्षा की गुणवत्ता से कभी समझौता नहीं किया. मैं चाहता था कि उन्हें अच्छी नौकरी मिले और मेरे बच्चे भी अपनी पढ़ाई पर ध्यान दिया.'

  1. एक ही परिवार में चार भाई बहन IAS-IPS
  2. पूरे देश की सुर्खियां बटोर चुका है ये परिवार
  3. यूपी के लालगंज के मूल निवासी हैं चारों होनहार

लालगंज के 'लाल'

इन चार भाई-बहनों में सबसे बड़े योगेश मिश्रा आईएएस अधिकारी हैं. जिन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई लिखाई लालगंज से ही पूरी की और उसके बाद उन्होंने मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान से इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की. इसके बाद उन्होंने नोएडा में नौकरी करते हुए अपनी सिविल सेवा की तैयारी जारी रखी. कड़ी मेहनत रंग लाई तो आखिरकार साल 2013 में, उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा पास की और आईएएस अधिकारी बन गए. वहीं दूसरी ओर उनकी बहन क्षमा मिश्रा, जो सिविल सेवा की तैयारी कर रही थीं, अपने पहले तीन प्रयासों के दौरान इस परीक्षा को पास नहीं कर सकीं. हालांकि, उसने अपने चौथे प्रयास के दौरान परीक्षा पास की और अब क्षमा की गिनती एक तेज-तर्रा आईपीएस (IPS) अधिकारी के तौर पर होती है. 

पिता को गर्व

इस परिवार के तीसरे होनहार की बात करें तो तीसरी बहन, माधुरी मिश्रा, लालगंज के एक कॉलेज से स्नातक होने के बाद, परास्नातक करने के लिए इलाहाबाद चली गईं. इसके बाद उन्होंने 2014 में यूपीएससी की परीक्षा सफलतापूर्वक पास की और झारखंड कैडर की आईएएस अधिकारी बन गईं. लोकेश मिश्रा, (जो अब बिहार कैडर में हैं) सबसे छोटे भाई हैं और 2015 में यूपीएससी परीक्षा में उन्हें 44वां स्थान मिला था. अपने बच्चों की इस कामयाबी से पिता गदगद हैं. उन्होंने कहा, 'भगवान से मैं और क्या मांग सकता हूं. मुझे बेटे और बेटियों की कामयाबी पर बड़ा गर्व है. मैं आज अपने बच्चों की वजह से अपना सिर ऊंचा रखता हूं.'

(एजेंसी इनपुट के साथ)

ये ख़बर आपने पढ़ी देश की नंबर 1 हिंदी वेबसाइट Zeenews.com/Hindi पर

Trending news