Akshita Gupta IAS: अस्‍पताल में बैठे-बैठे UPSC में ले आईं 69वीं रैंक, पहले अटेम्‍प्‍ट में ऐसे बनीं IAS
Advertisement
trendingNow11525038

Akshita Gupta IAS: अस्‍पताल में बैठे-बैठे UPSC में ले आईं 69वीं रैंक, पहले अटेम्‍प्‍ट में ऐसे बनीं IAS

UPSC exam tips: आज हम आपको अक्षिता गुप्‍ता के बारे में बताने जा रहे हैं, जो महज 23 साल की उम्र में IAS बन गईं. वे खुद बताती हैं कि कैसे उन्‍होंने किताबों के पन्‍ने फाड़ कर सफलता हासिल की?   

 Akshita Gupta IAS: अस्‍पताल में बैठे-बैठे UPSC में ले आईं 69वीं रैंक, पहले अटेम्‍प्‍ट में ऐसे बनीं IAS

IAS biography in Hindi: IAS-IPS बनने में कम से कम 5 साल की तैयारी तो करनी ही पड़ती है. ये लाइन आपने कई बार कई लोगों के मुंह से सुनी होगी, लेकिन इस बात को कई उम्‍मीदवारों ने झूठा साबित कर दिया है. उन्‍होंने कड़ी मेहनत कर सोसायटी को खासकर उन उम्‍मीदवारों को बता दिया कि अगर स्‍मार्ट तरीके से तैयारी की जाए तो नौकरी करने के साथ-साथ UPSC की सिविल परीक्षा भी पास की जा सकती है. ऐसे में आज हम आपके सामने IAS अक्षिता गुप्‍ता की कहानी पेश कर रहे हैं, जिन्‍होंने 14-14 घंटे नौकरी भी की और UPSC एग्‍जाम की तैयारी भी.  

पन्ने फाड़ कर बनीं IAS 

  • अक्षिता बताती हैं कि वे अस्पताल में 14 घंटे की नौकरी करने के साथ-साथ IAS की परीक्षा के लिए तैयारी करती थीं. वहां उन्‍हें जब भी 15 मिनट का ब्रेक मिलता, तब वे पढ़ाई कर लेती थीं. आप जानते ही हैं कि UPSC एग्‍जाम में ऑप्शनल सब्‍जेक्‍ट भी रहता है. ऐसे में उन्‍होंने इस विषय की तैयारी के लिए मास्‍टर ट्रिक अपनाई. उन्‍होंने ऐसे विषयों को चुना, जो उनके मेडिकल से संबंधित थे. इसके चलते उन्‍हें पढ़ाई करने में बहुत मदद मिली. उन्‍होंने सर्जरी और शरीर रचना जैसे टॉपिक्स को अच्‍छे से पढ़ा. 

  • वे बताती हैं कि उन्‍होंने सभी मेडिसिन की किताबें लीं और UPSC के सिलेबस से संबंधित सभी पन्नों को फाड़ लिया. इन किताबों को फाड़ना उनके लिए दर्दनाक था, लेकिन वे जानती थी कि ये काम वे अच्छे के लिए कर रही हैं. उन्‍होंने उन सभी पन्नों को स्टेपल किया और उसके चैप्टर बना लिए, जिससे उन्‍हें पढ़ाई में आसानी हो.

2020 में हासिल की 69वीं रैंक 

UPSC 2020 में उन्‍होंने 69वीं रैंक हासिल की. उन्‍होंने बताया था कि UPSC की सिविल सेवा परीक्षा को फर्स्ट अटेम्‍प्‍ट में पास करने के लिए खुद की एक स्‍ट्रटेजी बनाई और इसमें वे सफल रही. उन्‍होंने ऑप्‍शनल सब्‍जेक्‍ट को प्रायोरिटी दी. इसके अलावा वे रोजाना स्मार्ट तरीके से रिवीजन करती थीं. उसका नतीजा यही था कि UPSC 2020 में 500 में से 299 अंक प्राप्‍त किए. 

पाठकों की पहली पसंद Zeenews.com/Hindi - अब किसी और की जरूरत नहीं

Trending news