पिता थे IPS, दादा भी रहे सिविल सर्वेंट, IAS अनुपमा अंजलि पर परिवार के नक्शे कदम पर चलने की प्रेरणा थी और प्रेशर भी
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पिता थे IPS, दादा भी रहे सिविल सर्वेंट, IAS अनुपमा अंजलि पर परिवार के नक्शे कदम पर चलने की प्रेरणा थी और प्रेशर भी

IAS Success Story: आईएएस ऑफिसर अनुपमा अंजली को यूपीएससी परीक्षा के पहले प्रयास में फेल हो गई थी, लेकिन दूसरी बार उन्होंने ने दोगुने जोश के साथ तैयारी की और आईएएस बनकर ही दम लिया. पढ़िए उनकी सक्सेस स्टोरी... 

पिता थे IPS, दादा भी रहे सिविल सर्वेंट, IAS अनुपमा अंजलि पर परिवार के नक्शे कदम पर चलने की प्रेरणा थी और प्रेशर भी

IAS Anupama Anjali Success Story: यूपीएससी परीक्षा को क्रैक करना बहुत मुश्किल काम नहीं है. इसमें कई साल और कड़ी मेहनत लगती है. इन सबके बीच यूपीएससी एस्पिरेंट्स पर एक प्रेशर भी रहता है. हालांकि, यूपीएससी के सफर को प्रेशर की तरह लिया जाए या मोटिवेशन की तरह ये उम्मीदवारों पर निर्भर करता है. कुछ उम्मीदवार इस पहाड़ पर चढ़ने में कामयाब होते हैं, तो कुछ लगातर मिलने वाली असफता से निराश होकर बीच में ही काम अधूरा छोड़ने को मजबूर हो जाते हैं. आज हम आपके लिए एक ऐसी ही आईएएस ऑफिसर की कहानी लेकर आए हैं, जो खुद अधिकारियों के परिवार से आती हैं...

IAS अनुपमा की फैमिली के ज्यादातर सदस्य सिविल सर्वेंट हैं. ऐसे में तो किसी पर भी कहीं न कहीं और भी दबाव बढ़ जाता है. ऐसे माहौल में तैयारी करना और भी मुश्किल हो जाता है, लेकिन अनुपमा ने सफलता हासिल कर ही ली.  

कहां से की है पढ़ाई-लिखाई? 
 2018 बैच की आईएएस अनुपमा अंजलि दिल्ली की रहने वाली हैं, उनकी पढ़ाई-लिखाई भी दिल्ली से ही हुई है. स्कूल एजुकेशन पूरा करने के बाद अनुपमा ने इंजीनियरिंग की डिग्री ली और फिर यूपीएससी की तैयारी करने का फैसला लिया. उन्हें इस राह पर जाने की प्रेरणा उनके परिवार से ही मिली. 

दादा और पिता रह चुके हैं सिविल सर्वेंट
दरअसल, अनुपमा के पिता भी एक आईपीएस ऑफिसर रह चुके हैं, जिन्होंने करीब 37 सालों तक अपनी सेवाएं दीं. इतना ही नहीं अनुपमा के दादा भी सिविल सर्वेंट रहे हैं. ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि अनुपमा को बचपन से ही एक बेहतर माहौल मिला, जहां उन्हें अपनी पढ़ाई और करियर को लेकर फैसले लेने में दिक्कत नहीं हुई, क्योंकि उन्हें सही गाइडेंस मिलती रही.  

यूपीएससी सिविल सेवा के पहले प्रयास में अनुपमा असफल रही, जिसके बाद उन्होंने दोगुने जोश के साथ अपनी तैयारी शुरू की. इस बार उन्होंने अपनी उन कमियों को जाना और उन्हें सुधारा, जिसके कारण वह पहली बार में परीक्षा पास नहीं कर पाईं थी. 

दूसरी बार में मिली सफलता 
पहले प्रयास में मिलने वाली असफलता के बाद अनुपमा ने पूरी लगन से दोगुनी मेहनत की. साल 2017 में दूसरी बार यूपीएससी का एग्जाम दिया और 386 रैंक के साथ परीक्षा पास की. ट्रेनिंग के बाद उन्हें आंध्र प्रदेश कैडर में उनकी पहली पोस्टिंग गुंटूर जिले में जॉइंट कलेक्टर के तौर पर हुई थी. 

वहीं, अनुपमा ने 2023 की शुरुआत में 2020 बैच के आईएएस हर्षित कुमार से शादी की है. हर्षित हरियाणा कैडर के आईएएस अफसर हैं. ऐसे में शादी के बाद अनुपमा ने अपना कैडर बदलवा लिया था. फिलहाल, वह भिवानी में एडीसी के पद पर हैं. 

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