Tungabhadra River: नदियां किसी भी देश के लिए उसकी पहचान होती है, जो पीने का पानी उपलब्ध कराने के साथ ही उस भू-भाग को ऊपजाऊ बनाती हैं. आइए जानते हैं कि दुनिया में मौजूद सबसे मीठे पानी की नदी कौन सी है.
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World Sweetest Water River: नदियों से धरती हरी-भरी और ऊपजाऊ बनी रहती है. बिना नदियों के भारतीय संस्कृति अधूरी सी है. एक रिपोर्ट के मुताबिक पूरी दुनिया में तकरीबन 1.5 लाख नदियां हैं, जो लोगों को पीने का पानी उपलब्ध कराती हैं. वहीं, नदियों को पूजे जाने वाले हमारे देश में भी करीब 200 नदियां बहती हैं. आज हम जानेंगे कि ऐसी कौन सी नदी है, जिसका पानी बेहद मीठा है और ये कहां बहती है.
पहले शायद ही आपके मन में यह खयाल आया होगा कि आखिर दुनिया में सबसे मीठे पानी की नदी कौन सी होती है. हमारे लिए यो यह जानना और भी जरूरी और महतवपूर्ण हो जाती है, क्योंकि दुनिया की सबसे मीठे पानी की नदी हमारे भारत में बहती है.
दक्षिण भारत में बहती है ये नदी
दुनिया की सबसे मीठे जल की नदी भारत के दक्षिणी हिस्से में बहती है, जो कर्नाटक राज्य में स्थित है. ये नदी कोई और नहीं बल्कि तुंगभद्रा नदी है. 147 किलोमीटर लंबी यह नदी वराह पर्वत से निकलती है, जिसे गंगमूला कहा जाता है. यहां तुंग कहलाने वाली ये नदी, आगे चलकर भद्रा नदी में समा जाती है. वहीं, दोनों के संगम से मिलकर बनी यह नदी तुंगभद्रा कहलाती है.
तुंगा नदी का पानी दुनिया का सबसे मीठा पानी
तुंगभद्रा नहीं अपने पानी को लेकर यूं ही नहीं मशहूर है. इस नदी का पानी पीकर आपको एक अलग ही सुकून मिलता है. इसके पानी को पीकर बहुत ही आनंद की अनुभूती होती है. इसका पानी देश ही नहीं दुनिया की बाकी सभी नदियों के स्वाद को फीका करता है, जिसके कारण इस नदी के पानी को दुनिया का सबसे मीठा जल माना जाता है. इस नदी को लेकर एक प्राचीन एक कहावत भी कही जाती है "गंगा स्नान तुंगा पना" यानी की गंगा में स्नान करें और तुंगा में पानी पिएं.
रामायण काल में मिलता है उल्लेख
तुंगभद्रा नदी भारत की बड़ी नदियों में से एक कृष्णा नदी की मुख्य सहायक नदी है, जो कर्नाटक से होकर आंध्र प्रदेश में कृष्णा नदी में मिल जाती है. महाकाव्य रामायण में तुंगभद्रा को पम्पा नदी के नाम से जाना जाता था. हम्पी के राजनीतिक और धार्मिक इतिहास को बनाने में इस नदी का बहुत महत्व है.