UPSC Success Story: कहानी कार कंपनी में काम करके IFS अफसर बनने की, 2015 से शुरू की तैयारी 2022 में मिली सक्सेस
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UPSC Success Story: कहानी कार कंपनी में काम करके IFS अफसर बनने की, 2015 से शुरू की तैयारी 2022 में मिली सक्सेस

Civil Services IFS Pawan Gupta: स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद उन्होंने NIT दुर्गापुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की. कॉलेज के दिनों में ही उन्हें UPSC परीक्षा पास करने की मोटिवेशन मिली.

UPSC Success Story: कहानी कार कंपनी में काम करके IFS अफसर बनने की, 2015 से शुरू की तैयारी 2022 में मिली सक्सेस

IFS Pawan Gupta Success Story: ऐसे कई लोग हैं जो जीवन में कई मुश्किलों को पार करते हुए यूपीएससी परीक्षा पास करते हैं. कहते हैं कि सफलता का सफर उतार-चढ़ाव भरा हो सकता है, लेकिन अगर दृढ़ निश्चय हो तो कोई भी व्यक्ति बड़ी ऊंचाइयों को छू सकता है. ऐसी ही एक कहानी है एक आईएफएस अधिकारी की, जिन्होंने कई बार असफलता का सामना किया, लेकिन पूरी लगन के साथ पढ़ाई करते रहे और आखिरकार 2022 में देश की सबसे कठिन परीक्षा पास करने में सफल रहे. उन्होंने ऑल इंडिया रैंक 90 हासिल की और आईएफएस अधिकारी बन गए. हम जिस शख्स की बात कर रहे हैं, वह आईएफएस अधिकारी पवन गुप्ता हैं.

IFS अधिकारी पवन गुप्ता उत्तर प्रदेश के आगरा से हैं. वे एक साधारण व्यवसायी परिवार से ताल्लुक रखते हैं. स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद उन्होंने NIT दुर्गापुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की. कॉलेज के दिनों में ही उन्हें UPSC परीक्षा पास करने की मोटिवेशन मिली. आर्थिक तंगी के कारण उन्हें एक कार बनाने वाली कंपनी में काम करना पड़ा. कंपनी में काम करते हुए पवन ने अपने सपनों की नौकरी पाने की ठानी. 

2015 और 2016 में उन्होंने नौकरी करते हुए तैयारी की लेकिन दोनों ही मौकों पर असफल रहे. अपने पहले दो अटेंप्ट में वे प्रीलिम्स परीक्षा पास करने में असफल रहे. 2017 में उन्होंने एक और अटेंप्ट किया लेकिन फिर से प्रीलिम्स पास करने में असफल रहे.

2018 में, उन्होंने एक साथ यूपीएससी और आईएफएस प्रारंभिक परीक्षा पास की, लेकिन फिर भी अपने लक्ष्य तक पहुंचने में असफल रहे. फिर उन्होंने एक साल का समय लिया और कई नौकरियों के लिए आवेदन किया. उन्होंने भारतीय इंजीनियरिंग सेवा (IES) में 17वां स्थान प्राप्त किया, जिसके बाद वे सहायक प्रबंधक के पद पर भारतीय रेलवे में शामिल हो गए. IFS पवन गुप्ता पंजाब के कपूरथला में तैनात थे.

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2020 में, IFS पवन गुप्ता ने फिर से परीक्षा दी और इंटरव्यू के लिए क्वालीफाई किया, लेकिन इसमें सफल नहीं हो पाए. अपनी ट्रेनिंग के कारण, पवन ने 2021 में परीक्षा में शामिल न होने का फैसला किया. कई मौकों पर असफल होने के बावजूद, उन्होंने अपना दृढ़ संकल्प बनाए रखा. उन्होंने आखिरकार साल 2022 में अपने सपनों की नौकरी हासिल की, जिसमें उन्होंने ऑल-इंडिया 90वीं रैंक हासिल की. ​​आज, वह कई लोगों के लिए मोटिवेशन हैं.

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