Flying Fish: आपने आज तक जितनी भी मछलियां देखी होंगी, उनके पंख नहीं देखे होंगे, लेकिन आज हम आपको एक ऐसी मछली के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसके पास पंख होते है. ये मछली पानी में रहने के अलावा हवा में उड़ती भी है.
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Fish With Wings: मछलियां पानी में तैरने के लिए जानी जाती हैं, लेकिन क्या आपने कभी सुना है कि कुछ मछलियां पानी के साथ-साथ हवा में भी उड़ सकती हैं? जी हां, फ्लाइंग फिश (Flying Fish) पानी में तैरने के साथ हवा में उड़ने की भी स्किल रखती हैं. ये मछलियां केवल पानी के अंदर ही नहीं, बल्कि हवा में भी अपनी रफ्तार से उड़ान भरती हैं. यह न सिर्फ दिलचस्प है, बल्कि साइंस के लिए एक रहस्य भी है. आइए जानते हैं इन खास मछलियों के बारे में...
फ्लाइंग फिश की खासियत
फ्लाइंग फिश की सबसे खास बात यह है कि इसके पास विशेष पंख होते हैं, जो इन्हें उड़ान भरने में मदद करते हैं. जब यह मछलियां पानी से बाहर निकलती हैं, तो अपने पंखों को फैला कर हवा में उड़ने लगती हैं. हालांकि, ये मछलियां लंबी दूरी तक उड़ नहीं सकतीं, लेकिन कुछ दूरी के लिए हवा में रह सकती हैं. इनकी यह विशेषता उन्हें शिकारियों से बचने में मदद करती है. इस मछली को ग्लाइडर भी कहा जाता है.
फ्लाइंग फिश के पंख
फ्लाइंग फिश के पंख आकार में बड़े होते हैं और यह पंख इन्हें हवा में स्थिर रहने और अपनी दिशा तय करने में मदद करते हैं. इनकी मांसपेशियां इतनी मजबूत होती हैं कि ये पानी से बाहर निकलते ही अपने पंखों की गति बढ़ा देती हैं. इससे इन्हें हवा में हाइट और स्पीड मिलती है. हालांकि, इनकी उड़ान पानी से बाहर निकलने के बाद बहुत देर तक नहीं रह सकती.
शिकारियों से बचने के लिए भरती हैं उड़ान
फ्लाइंग फिश जब पानी में अपने शिकारियों से बचने के लिए उड़ान भरती है, तो वह 200 मीटर तक हवा में तैर सकती है. इनकी उड़ान सामान्यतः 15-20 सेकंड तक ही रहती है, फिर ये पानी में वापस लौट आती हैं. इन मछलियों का शरीर खास तौर से जल में तैरने के लिए डिज़ाइन किया गया होता है, जबकि पंख इन्हें आकाश में थोड़ी देर के लिए उड़ने में सक्षम बनाते हैं. ये मछलियां दिखने में भी बड़ी आकर्षक होती हैं.
कहां पाई जाती हैं फ्लाइंग फिश?
फ्लाइंग फिश मुख्य रूप से उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय महासागरों में पाई जाती हैं. ये समुद्र के उन क्षेत्रों में रहती हैं, जहां पानी की गहराई ज्यादा नहीं होती और शिकारियों से बचने के लिए उन्हें उड़ने का अवसर मिलता है. ये मछलियां आमतौर पर समुद्र के किनारों और उथले पानी में रहती हैं, लेकिन कभी-कभी समंदर के खुले हिस्सों में भी नजर आती हैं.
फ्लाइंग फिश का महत्व
वैज्ञानिकों के लिए फ्लाइंग फिश एक दिलचस्प सब्जेक्ट रही हैं. ये मछलियां हवा में उड़ने के बावजूद समुद्र के जल में भी अपनी गतिशीलता बनाए रखती हैं. साइंटिस्ट्स ने इनकी उड़ान और पानी के भीतर तैरने की तकनीक को समझने के लिए कई स्टडी की हैं. इनकी उड़ान का तरीका अन्य मछलियों से पूरी तरह अलग होता है, जिससे ये बाकियों से यूनिक हो जाती हैं.
फ्लाइंग फिश के लिए खतरे
हालांकि फ्लाइंग फिश अपनी अद्भुत उड़ान के कारण पर्यावरण में अलग पहचान रखती है, लेकिन इनके लिए खतरे भी हैं. समुद्र में प्रदूषण, जलवायु परिवर्तन और शिकारियों का दबाव इनके अस्तित्व को प्रभावित कर रहा है. इसलिए फ्लाइंग फिश का संरक्षण जरूरी हो गया है. इन्हें बचाने के लिए कई तरह के समुद्री संरक्षण कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं.