Om Birla Success Story: ओम बिरला ऐसे इकलौते लोकसभा अध्यक्ष रहे, जिनके कार्यकाल में कोई भी लोकसभा उपाध्यक्ष नहीं चुना गया.
Trending Photos
Om Birla education: लोकसभा में नए लोकसभा स्पीकर का चुनाव हो चुका है. ओम बिरला को लोकसभा स्पीकर चुना गया है. आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि ओम बिरला ने कहां से और कितनी पढ़ाई की है. उनका यहां तक पहुंचने का सफर कैसा रहा है और लोकसभा स्पीकर बनने से पहले वह क्या करते थे.
ओम बिड़ला का जन्म 23 नवंबर 1962 को एक मारवाड़ी हिंदू परिवार में श्रीकृष्ण बिड़ला और शकुंतला देवी के घर हुआ था. उनकी शुरुआती पढ़ाई राजस्थान के कोटा से ही हुई है. उन्होंने गवर्मेट कॉमर्स कॉलेज, कोटा और महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय, अजमेर कॉमर्स में मास्टर डिग्री पूरी की. उन्होंने 1991 में अमिता बिड़ला से शादी की और उनकी दो बेटियां आकांशा और अंजलि हैं.
ओम बिरला के नाम हैं ये रिकॉर्ड
ओम बिरला ऐसे पहले लोकसभा स्पीकर हैं, जिनके नाम पर नए और पुराने दोनों संसद भवनों में काम करने का रिकॉर्ड है.
उनके अध्यक्ष रहते ही टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा को संसद से निष्कासित किया गया. साथ ही बड़ी तादात में सांसदों को भी सस्पेंड किया गया था.
ओम बिरला ऐसे इकलौते लोकसभा अध्यक्ष रहे, जिनके कार्यकाल में कोई भी लोकसभा उपाध्यक्ष नहीं चुना गया.
एमए अय्यंगर, डॉ. गुरदयाल सिंह ढिल्लों, डॉ. नीलम संजीव रेड्डी, डॉ. बलराम जाखड़ और गंती मोहन चंद्र बालयोगी ऐसे लोकसभा अध्यक्ष रहे हैं, जो दो बार इस पद पर रहे हैं. इनमें से सबसे लंबा कार्यकाल डॉ. बलराम जाखड़ का रहा है. वे 1980 से लेकर 1985 और इसके बाद 1989 तक लोकसभा के अध्यक्ष रहे हैं.
उनके ही कार्यकाल में अनुच्छेद 370 खत्म होने, नागरिकता संशोधन कानून (CAA) लागू होने, तीन आपराधिक कानून लागू होने समेत अनेक अहम विधायी कामकाज हुए.
ज्ञान के समृद्ध कोष संसद की लाइब्रेरी को 17 अगस्त 2022 से आमजन के लिए खोल दिया गया.