IAS Story: सुरभि श्रीवास्तव की सफलता हर उस युवा के लिए प्रेरणा है, जो मुश्किलों के बावजूद अपने सपनों को साकार करना चाहते हैं. उनकी सफलता की कहानी बताती है कि सही दिशा, लगन और निरंतर प्रयास से कोई भी चुनौती पार की जा सकती है.
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IAS Surabhi Srivastava Success Story: प्रेरणा और मेहनत के बल पर हर सपने को साकार किया जा सकता है, इसकी सबसे शानदार मिसाल हैं आईएएस सुरभि श्रीवास्तव. कानपुर की रहने वाली सुरभि ने प्राइवेट नौकरी छोड़कर सिविल सर्विसेज की तैयारी शुरू की और अपने तीसरे प्रयास में यूपीएससी परीक्षा पास कर आईएएस बनने का सपना साकार किया. उनका यह सफर संघर्ष और दृढ़ संकल्प से भरी हुई है, जो लाखों युवाओं को प्रेरित करती है. चलिए जानते हैं सुरभि ने कैसे एक प्राइवेट एम्प्लाई से इतनी बड़ी सरकारी अधिकारी बनने का सफर तय किया...
प्राइवेट नौकरी से IAS तक का सफर
सुरभि श्रीवास्तव ने अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद नोएडा की एक कंपनी में नौ महीने तक प्राइवेट नौकरी की. लेकिन उनका असली सपना आईएएस बनना था. 2020 में उन्होंने नौकरी छोड़कर यूपीएससी की तैयारी शुरू की. उनका पहला कदम 2022 में सफल रहा, जब उन्होंने पीसीएस परीक्षा पास की. हालांकि, उनका अंतिम लक्ष्य आईएएस बनना था, जिसके लिए उन्होंने अपनी कोशिशें जारी रखीं.
पढ़ाई और शुरुआती तैयारी
सुरभि की शुरुआती शिक्षा कानपुर के डीपीएस कल्याणपुर से हुई. इसके बाद उन्होंने एचबीटीआई कानपुर से कंप्यूटर साइंस में बीटेक किया. पढ़ाई के दौरान ही उनका झुकाव सिविल सेवा की ओर हुआ. बीटेक के बाद प्राइवेट नौकरी ने उन्हें प्रोफेशनल एक्सपीरियंस तो दिया, लेकिन सिविल सर्विसेज के प्रति उनका जुनून कभी कम नहीं हुआ. उन्होंने पूरी तैयारी के साथ यूपीएससी की परीक्षा दी.
पहली सफलता: पीसीएस परीक्षा
2022 में सुरभि ने पीसीएस परीक्षा पास कर दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी के रूप में अपनी पहली पोस्टिंग कानपुर देहात में पाई. यह पद उन्हें सिविल सेवा की चुनौतियों और कार्य प्रणाली को नजदीक से समझने का मौका देता रहा. पीसीएस की सफलता ने उन्हें और अधिक आत्मविश्वास से भर दिया और उन्होंने अपने लक्ष्य की ओर लगातार मेहनत जारी रखी.
फैमिली का सपोर्ट
सुरभि ने अपनी सफलता का क्रेडिट अपने माता-पिता को दिया. उनके पिता जगदीश कुमार श्रीवास्तव बेसिक शिक्षा विभाग में खंड शिक्षा अधिकारी और उनकी मां गृहिणी हैं. परिवार का सपोर्ट और मार्गदर्शन सुरभि के लिए प्रेरणास्रोत रहा. खासकर उनके पिता ने हमेशा उन्हें बड़े सपने देखने और उन्हें पूरा करने के लिए मोटिवेट किया.
यूपीएससी एस्पिरेंट्स के लिए टिप्स
आईएएस सुरभि ने सिविल सेवा की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों के लिए कुछ महत्वपूर्ण सुझाव साझा किए. उन्होंने कहा कि ऐस्से राइटिंग पर खास ध्यान दें और विषय की डेप्थ नॉलेज के साथ लिखें. सरल भाषा सटीक उदाहरण और टाइम मैनेजमेंट को उन्होंने अपनी सफलता का मंत्र बताया. इसके अलावा उन्होंने उम्मीदवारों को बैलेंस्ड अप्रोच अपनाने और रिवीजन पर जोर देने की सलाह दी.
मिलती है ये सीख
आईएएस ऑफिसर सुरभि श्रीवास्तव की कहानी यह साबित करती है कि मेहनत और दृढ़ निश्चय से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है.