कौन करता है राज्यपाल की नियुक्ति, कितनी है हर महीने की सैलरी? वेतन के मामले में PM को भी पछाड़ा
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कौन करता है राज्यपाल की नियुक्ति, कितनी है हर महीने की सैलरी? वेतन के मामले में PM को भी पछाड़ा

Governor Salary: कोई भी व्यक्ति जो भारतीय नागरिक है वह राज्यपाल बन सकता है.  इसके लिए न्यूनतम आयु 35 साल तय की गई है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि गवर्नर को कितनी सैलरी और सुविधाएं मिलती है. 

कौन करता है राज्यपाल की नियुक्ति, कितनी है हर महीने की सैलरी? वेतन के मामले में PM को भी पछाड़ा

Governor Salary: राष्ट्रपति ने देश के कई राज्यों के राज्यपाल की नियुक्ति की है. छत्तीसगढ़ के अलावा राजस्थान, असम, झारखंड और तेलंगाना समेत 9 राज्यों में नए राज्यपालों की नियुक्ति की गई है. क्‍या आप जानते हैं कि राज्यपाल की नियुक्ति कैसे होती है और उन्हें कौन-कौन से अधिकार और  सुविधाएं दी गई हैं. उन्हें हर महीने कितनी सैलरी मिलती है. यहां जानिए सबकुछ...

राज्यों की कार्यपालिका का प्रमुख 
किसी भी प्रदेश में गवर्नर की स्थिति कार्यपालिका के प्रधान की होती हैं. संविधान के अनुच्छेद 153 के अनुसार हर प्रदेश में एक राज्यपाल नियुक्त होगा. वहीं, 7वें संविधान संशोधन के मुताबिक एक शख्स एक ही समय में दो या उससे ज्यादा राज्यों का राज्यपाल का पद संभाल सकता है. राज्यपाल की नियुक्ति भारत का राष्ट्रपति करता है. इनका कार्यकाल 5 सालों का होता है. इस पद पर चुने जाने के दौरान व्यक्ति किसी भी लाभ के पद पर आसीन नहीं होना चाहिए और उसे राज्य विधान सभा के सदस्य की सभी योग्यताओं को पूरा करना जरूरी है. 

राज्यपाल को कितनी मिलती है सैलरी
राज्यपाल को बहुत अच्छी सैलरी और सुविधाएं दी जाती हैं. इनकी सैलरी प्रधानमंत्री से भी ज्यादा होती है. इन्हें 3.50 लाख रुपये मंथली सैलरी दी जाती है.  यह राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के बाद किसी सरकारी पद पर मौजूद शख्स को मिलने वाली सबसे ज्यादा सैलरी है. 1982 के राजपाल (अनुमोदन भत्ते और विशेषाधिकार) अधिनियम के अनुसार पूरे कार्यकाल में उनकी सुविधाओं में कोई कटौती नहीं की जा सकती है.

राज्यपाल को मिलती हैं ये सुविधाएं
मेडिकल फैसिलिटी
निवास की सुविधा 
देश के किसी भी राज्य की यात्रा सरकारी भत्ते से कर सकते हैं.
फ्री फोन और बिजली की सुविधाएं मिलती है.

आवास और पेंशन
हर राज्य का अपना एक सर्व सुविधायुक्त राजभवन होता है, जिसमें राज्‍यपाल अपने परिवार के साथ रहते हैं.  कार्यकाल खत्म होने के बाद उन्हें राजभवन खाली करना पड़ता है. कार्यकाल खत्म होने के बाद राज्यपाल को पेंशन दी जाती है. इसके साथ ही सचिवालय भत्ता और मुफ्त मेडिकल ट्रीटमेंट की सुविधा भी मिलती है.

किसे कहां की मिली जिम्मेदारी?
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने महाराष्ट्र, पंजाब, राजस्थान, तेलंगाना, झारखंड समेत कई राज्यों के राज्यपाल और पुडुचेरी के उपराज्यपाल की नई नियुक्ति की है. राष्ट्रपति भवन द्वारा जारी विज्ञप्ति के मुताबिक सभी नियुक्तियां उनके कार्यभार संभालने की तारीख से प्रभावी होंगी.
राष्ट्रपति ने पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है. उनकी जगह गुलाब चंद कटारिया को नियुक्त किया गया है जो फिलहाल असम के राज्यपाल हैं.
वहीं, सिक्किम के राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य अब असम के नए राज्यपाल होंगे.उन्हें मणिपुर का अतिरिक्त प्रभार भी दिया गया है. 
ओम प्रकाश माथुर को सिक्किम का नया राज्यपाल नियुक्त किया गया है.
सी.पी. राधाकृष्णन महाराष्ट्र के नए राज्यपाल होंगे. वह फिलहाल झारखंड के राज्यपाल हैं. उनके पास तेलंगाना का अतिरिक्त प्रभार भी है. 
संतोष कुमार गंगवार को झारखंड का और जिष्णु देव वर्मा को तेलंगाना का नया राज्यपाल नियुक्त किया गया है.
हरिभाऊ किशनराव बाग्डे को राजस्थान, रमन डेका को छत्तीसगढ़ और सी.एच. विजयशंकर को मेघालय का राज्यपाल नियुक्त किया गया है.
इसके अलावा के. कैलाशनाथ को पुडुचेरी का उपराज्यपाल नियुक्त किया गया है.

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