सिविल सर्वेंट पिता के नाम से जानी जाती थीं, अब खुद बन गईं अफसर बिटिया, लेकिन आसान नहीं था सफर
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सिविल सर्वेंट पिता के नाम से जानी जाती थीं, अब खुद बन गईं अफसर बिटिया, लेकिन आसान नहीं था सफर

UPSC Success Story: सरकारी ऑफसर की बिटिया को घर में पढ़ाई-लिखाई का बहतरीन माहौल मिला. बचपन से सिविल सेवा के कर्तव्यों को समझती आ रही नेहा आगे चलकर खुद भी उसी रास्ते पर चल पड़ीं. पढ़िए नेहा ब्याडवाल की यूपीएससी सक्सेस स्टोरी

सिविल सर्वेंट पिता के नाम से जानी जाती थीं, अब खुद बन गईं अफसर बिटिया, लेकिन आसान नहीं था सफर

Neha Byadwal Success Story: आज हम आपको एक ऐसी शख्सियत के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने अपने पिता के नक्शे कदम पर चलने का सपना देखा और इसे पूरा करने में पूरी जान लगा दी. हम बात कर रहे हैं नेहा ब्याडवाल के बारे में, उनका कहानी बहुत मोटिवेशनल है. नेहा ने अपने फोर्थ अटैम्प्ट में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास की. इस बैच के कैंडिडेट्स को अभी पोस्ट अलॉट नहीं की गई है, लेकिन नेहा को उम्मीद है कि उन्हें आईएएस कैडर मिलेगा. अब सर्विस एलोकेशन के बाद वह अफसर बन जाएंगी. 

पिता को मानती हैं इंस्पिरेशन 
उनके पिता श्रवण कुमार इनकम टैक्‍स के सीनियर ऑफिसर (CIT) हैं. एक सिविल सर्वेंट की बेटी के तौर पर पहचानी जाने वालीं नेहा अब खुद एक सिविल सर्विस ऑफिसर के रूप में जाना जाएंगी. यहां तक पहुंचने के लिए उन्होंने बहुत मेहनत की है. उन्हें इस सफर में कई बार असफलता भी मिली, लेकिन वह अपने लक्ष्य को पाने में लगी रहीं. 

अलग-अलग राज्यों से हुई स्कूलिंग 
राजस्थान में 3 जुलाई 1999 को जन्मीं नेहा का स्कूल एजुकेशन भी जयपुर से शुरू हुआ था. हालांकि, वह छत्तीसगढ़ में पली-बढ़ी, लेकिन पिता की ट्रांसफरेबल जॉब होने के कारण नेहा की स्कूलिंग कई राज्यों में हुई. नेहा ने मध्य प्रदेश में भोपाल के किड जी हाई स्कूल से लेकर छत्तीसगढ़ के होली हार्ट्स, डीपीएस कोरबा और बिलासपुर जैसे स्कूलों से अपनी पढ़ाई पूरी की है. 

पढ़ाई में थीं काफी होशियार 
नेहा ने रायपुर के डीबी गर्ल्स कॉलेज से इतिहास, अर्थशास्त्र और भूगोल जैसे विषयों में ग्रेजुएशन कंप्लीट किया है. नेहा कहती है कि उन्होंने यहां बहुत कुछ सीखा. यहां उनकी पर्सनैलिटी पर काफी पॉजिटिव इंपैक्ट पड़ा था. बता दें कि नेहा यूनिवर्सिटी टॉपर रही हैं. नेहा ने दिल्ली से कोचिंग भी थी, लेकिन फिर रायपुर चली गईं और वहीं से यूपीएससी के लिए सेल्फ स्टडी की. 

नेहा ने एक इंटरव्यू में बताया कि यूपीएससी परीक्षा में जब वह जब फेल हुईं तो उन्होंने और ज्यादा मेहनत की. वह तीन बार फेल होने पर कभी डिप्रेशन में भी नहीं गईं. हर बार अपनी गलतियों से सीखकर उन्हें सुधारने में लगी रहीं. नेहा ने चौथे प्रयास में 569वीं रैंक हासिल कर अपने सपने को हकीकत में बदलकर ही दम लिया. यूपीएससी से पहले नेहा ने कई बार एसएससी परीक्षा में सफलता पाई, लेकिन उन्होंने कभी नौकरी जॉइन नहीं की. आखिरकार साल 2023 में अपनी मेहनत की बदौलत  वह कम एज में इतने बड़े गोल को हासिल करने में सफल हुईं. 

UPSC एस्पिरेंट्स के लिए शेयर किए टिप्स 
खुद पर भरोसा रखें और लगातार कोशिश करते रहें. 
खूब मेहनत करें, इसका कोई दूसरा विकल्प नहीं है. 
हर दिन के लिए एक नया टारगेट बनाएं, उसे पूरा करें, इससे आपको बेहतर करने के लिए मोटिवेशन मिलेगी. 
जहां जरूरत हो, वहां मदद मांगें, सही लोगों से गाइडेंस लें. 
यूपीएससी परीक्षा की तैयारी के दौरान हमेशा पॉजिटिव रहें. 
हर हाल में खुद को स्ट्रॉन्ग बनाएं रखें और हर चीज में खुशियां ढूंढें. 

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