नोएडा अथॉरिटी में Annapurna Garg को मिली बड़ी जिम्मेदारी, जानिए IAS ऑफिसर की पूरी कहानी
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नोएडा अथॉरिटी में Annapurna Garg को मिली बड़ी जिम्मेदारी, जानिए IAS ऑफिसर की पूरी कहानी

IAS Annapurna Garg: नोएडा प्राधिकरण का एडिशनल सीईओ पद की जिम्मेदारी आईएएस ऑफिसर अन्नपूर्णा गर्ग को सौंपी गई है. जानिए यूपीएससी में उनकी रैंक क्या थी और वह कहां से ताल्लुख रखती हैं.

 नोएडा अथॉरिटी में Annapurna Garg को मिली बड़ी जिम्मेदारी, जानिए IAS ऑफिसर की पूरी कहानी

IAS Annapurna Garg: हाल ही में यूपी में योगी सरकार ने कुछ फेरबदल किए हैं. इसके तहत कई ऑफिसर्स का ट्रांसफर किया है. इन्हीं में से एक नाम शामिल है आईएएस ऑफिसर अन्नपूर्णा गर्ग का, जिन्हें नोएडा प्राधिकरण का एडिशनल सीईओ पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है. आइए जानते हैं कौन हैं अन्नपूर्णा गर्ग और उन्होंने कितने अटैम्प्ट में यूपीएससी सीएसई का एग्जाम क्लियर किया था...

पहले भी आ चुकी हैं चर्चा में
बता दें कि हाल ही में सुर्खियों में आने वाली आईएएस ऑफिसर अन्नपूर्णा गर्ग इससे पहले भी चर्चा में आई थीं, जब उनके गार्ड और सिपाही के बीच हुई हाथापाई हुई थी. साल 2018 में ऑफिसर अन्नपूर्णा बलिया के बांसडीह में एसडीएम पद पर तैनात थीं, तब वह चर्चा में आई थीं, क्योंकि उनके गार्ड का एक सिपाही के साथ झगड़ा हो गया था. झगड़ा इतना बढ़ा की बात हाथापाई तक पहुंच गई थी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सिपाही ने आईएएस अन्नपूर्णा के साथ भी बदसलूकी की थी.

अन्नपूर्णा गर्ग 2016 बैच की यूपी कैडर की आईएएस ऑफिसर हैं. नोएडा प्राधिकरण के महत्वपूर्ण एसीईओ पद की जिम्मेदारी संभालने से पहले अन्नपूर्णा राज्य सड़क परिवहन निगम की एडिशनल एमडी के तौर पर कार्यरत थीं.

हरियाणा की रहने वाली हैं आईएएस अन्नपूर्णा
आईएएस अन्नपूर्णा गर्ग मूल रूप से हरियाणा के फरीदाबाद जिले की रहने वाली हैं. उनके पिता कारोबारी और मां गृहिणी हैं. अन्नपूर्णा ने फरीदाबाद से ही स्कूली पढ़ाई पूरी की है. इसके बाद  उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से मास्टर डिग्री हासिल की. आईएएस अन्नपूर्णा ने साइकोलॉजी से पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई कंप्लीट की है. 

तीसरे प्रयास में मिली कामयाबी
इसके बाद आईएएस अन्नपूर्णा ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा देने का फैसला किया और तैयारी में जुट गईं. उन्होंने यूपीएससी सीएसई के दो अटैम्प्ट दिए, जिसमें उन्हें असफलता मिली, लेकिन उन्होंने न तो हार मानी और न ही अपनी हिम्मत टूटने दी. आखिरकार अपने थर्ड अटैम्प्ट में उनकी मेहनत रंग लाई. साल 2015 की यूपीएससी परीक्षा क्लियर करके उन्होंने अपनी मंजिल हासिल कर ली. उन्होंनेन सिर्फ अपना सपना पूरा किया, बल्कि 68वीं रैंक के साथ एग्जाम क्लियर किया. ट्रेनिंग के बाद उन्हें यूपी कैडर अलॉट किया गया था.

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