CBSE Board Result 2024: सीबीएसई बोर्ड ने 10वीं, 12वीं के नतीजे जारी कर दिए हैं. सीबीएसई ने टॉपर्स लिस्ट जारी नहीं की है. केंद्रीय विद्यालय और नवोदय विद्यालय देश के टॉप सरकारी स्कूल हैं, जिसके आधार पर दोनों में कांटे की टक्कर होती है.
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KVS vs JNV CBSE Result 2024: लंबे इंतजार के बाद सीबीएसई ने 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं के नतीजों का ऐलान कर दिया है. सीबीएसई बोर्ड रिजल्ट 2024 जारी होने के बाद ज्यादातर छात्रों के चेहरे पर खुशी देखी जा सकती है तो कुछ के हाथ मायूसी लगी है. सीबीएसई बोर्ड ने रिजल्ट को जोन, स्कूलों के प्रकार, जेंडर और स्कूलों का ओवरऑल जैसे कई पैमानों पर रिजल्ट जारी किया है. ऐसे में आज हम बात करने वाले देश के टॉप सरकारी स्कूलों केंद्रीय विद्यालय (KVS) और जवाहर नवोदय विद्यालय (JNV) के नतीजों के बारे में. आइए जानते हैं कि सीबीएसई बोर्ड 10वीं और 12वीं दोनों बोर्ड परीक्षाओ के रिजल्ट में केंद्रीय विद्यालय और नवोदय विद्यालय में से किसने बाजी मारी है...
यहां चेक कर सकते हैं सीबीएसई बोर्ड के नतीजे
सीबीएसई ने विदेशों में स्थित स्कूलों के नतीजे भी आज, 13 मई को जारी कर दिए हैं. 10वीं, 12वीं के स्टूडेंट्स ऑफिशियल वेबसाइट के अलावा डिजिलॉकर और उमंग ऐप और वेबसाइट्स cbse.gov.in, results.cbse.nic.in, cbseresults.nic.in, results.digilocker.gov.in, umang.gov.in और cbse.nic.in पर अपने सीबीएसई बोर्ड रिजल्ट 2024 चेक कर सकते हैं.
केवीएस और जेएनवी के 10वीं के नतीजे
इस साल सीबीएसई बोर्ड 10वीं रिजल्ट में जवाहर नवोदय विद्यालय ने केंद्रीय विद्यालय को पछाड़ दिया है. नवोदय विद्यालय का पास प्रतिशत 98.90 फीसदी रहा. जबकि, केंद्रीय विद्यालय का 98.81 प्रतिशत है.
ये रहा केवीएस और जेएनवी का 12वीं रिजल्ट
सीबीएसई बोर्ड ने इस साल केवीएस और जेएनवी में 12वीं बोर्ड रिजल्ट 2024 का पास प्रतिशत बराबर दर्ज किया है. जवाहर नवोदय विद्यालय और केंद्रीय विद्यालय का रिजल्ट 99.09 फीसदी है.
देश के टॉप गवर्नमेंट स्कूल
केंद्रीय विद्यालय और जवाहर नवोदय विद्यालय भारत सरकारी की ओर से संचालित किए जा रहे ये दोनों ही स्कूल सीबीएसई बोर्ड से संबद्ध हैं. ये देश के टॉप सरकारी स्कूलों में गिने जाते हैं. जेएनवी और केवीएस में एडमिशन के लिए बड़ी मारामारी रहती है, इसलिए इन स्कूलों में दाखिला मिलना आसान नहीं होता है. इसके लिए टफ एंट्रेंस टेस्ट क्लियर करना पड़ता है. इसके साथ ही यहां पढ़ने की ख्वाहिश रखने वाले बच्चों को कई अन्य मानकों पर भी खरा उतरना पड़ता है. केवीएस में पहली क्लास से ही एडमिशन शुरू हो जाते हैं. जबकि, नवोदय स्कूलों में बच्चो को कक्षा 6 और 9 में दाखिला मिलता है.