UPSC Success Story: घर पर छत नहीं, UPSC की तैयारी के लिए 3200 रुपये में खरीदा पुराना मोबाइल
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UPSC Success Story: घर पर छत नहीं, UPSC की तैयारी के लिए 3200 रुपये में खरीदा पुराना मोबाइल

UPSC Success Story Pawan Kumar: पवन के पिता मुकेश कुमार का कहना है कि उनके बेटे ने शुरू से ही बहुत मेहनत की. पैसा नहीं था, लेकिन पवन की पढ़ाई की लगन को देखते हुए हिम्मत नहीं हारी.

UPSC Success Story: घर पर छत नहीं, UPSC की तैयारी के लिए 3200 रुपये में खरीदा पुराना मोबाइल

UPSC Pawan Kumar: यूपीएससी 2023 के रिजल्ट में 1000 से ज्यादा कैंडिडेट्स का सेलेक्शन हुआ है. यूपीएससी की परीक्षा पास करने वाले कैंडिडे्टस अलग अलग बैकग्राउंड से आते हैं. इन्हीं में से एक हैं पवन. बुलंदशहर के गांव रघुनाथपुर के रहने वाले मजदूर मुकेश के बेटे पवन ने आईएएस बनकर अपने गांव का ही नहीं, बल्कि पूरे जिला बुलंदशहर का नाम रोशन कर दिया है. पवन के परिवार की खुशी का ठिकाना नहीं है. आसपास के क्षेत्र के लोग बधाई देने पहुंच रहे हैं.

बुलंदशहर के गांव रघुनाथपुर के रहने वाले पवन बहुत ही गरीब परिवार से ताल्लुक रखते हैं. पवन के पिताजी मुकेश ने मजदूरी कर अपने बेटे को बड़ी मुश्किल से पढ़ाया है. पवन की तीन बहन हैं और वह अकेले भाई हैं. पवन के पिताजी के पास केवल चार बीघा जमीन है, लेकिन फिर भी पवन के पिताजी ने मजदूरी कर अपने बेटे को पहले प्राइमरी एजुकेशन गांव के ही स्कूल से दिलाई, उसके बाद बुलंदशहर के जवाहर नवोदय विद्यालय बुकलाना में पढ़कर 12वीं तक की पढ़ाई पूरी की.

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मुकेश का कहना है कि उनके बेटे ने शुरू से ही बहुत मेहनत की. पैसा नहीं था, लेकिन पवन की पढ़ाई की लगन को देखते हुए हिम्मत नहीं हारी. उसे पढ़ाने के लिए उसकी बहन और परिवार के लोग पवन के मोटिवेट करते रहे. पढ़ाई करने के लिए जब पवन को मोबाइल की जरूरत पड़ी तो उनके पिताजी और बहनों ने मेहनत मजदूरी कर 3200 रुपए का एक एंड्रॉयड पुराना मोबाइल फोन दिलाया, जिससे वह पढ़ाई करते थे.

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पवन के घर पर छत नहीं है और वह एक छप्पर के नीचे पढ़कर आज यहां तक पहुंचे है. पवन के परिवार की हालत ऐसी है कि घर में अभी भी चूल्हा जलता है. हालांकि, पवन के पिताजी का कहना है कि उनके पास प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना का गैस कनेक्शन तो है. लेकिन, गैस के सिलेंडर भरवाने के लिए पैसे नहीं हैं. पवन के IAS बनने पर परिवार में खुशियां आ गई हैं. पवन के गांव में अब बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है.

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