Maharashtra-Jharkhand Election Result 2024 Updates: महाराष्ट्र- झारखंड विधानसभा चुनाव नतीजों के बाद की पल-पल की अपडेट के लिए जुड़े रहिए जी न्यूज के लाइव ब्लॉग के साथ.
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Maharashtra-Jharkhand Election Result 2024 Udpates in Hindi: महाराष्ट्र विधानसभा का बहुप्रतीक्षित चुनाव परिणाम आ गया है. 288 सीटों पर आए चुनाव परिणाम ने राजनीतिक पंडितों की भविष्यवाणियों को भी झूठा साबित करते हुए महायुति ने प्रचंड जीत दर्ज़ की।महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों में से महायुति 228, महाविकास आघाडी 47 और अन्य 13 सीटें जीतने में सफल रहे. महायुति में बीजेपी ने जहां 132 सीटें जीतीं, वहीं मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में पहला विधानसभा चुनाव लड़ रही शिवसेना ने 55 सीटें और अजित पवार की एनसीपी ने 41 सीटों पर जीत दर्ज की.
सुप्रिया सुले ने राकांपा (शरदचंद्र पवार) में नयी जान फूंकने का संकल्प लिया
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा)-शरदचंद्र पवार की वरिष्ठ नेता सुप्रिया सुले ने रविवार को कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में 10 सीट पर जीत हासिल करने वाली उनकी पार्टी जनादेश का सम्मान करती है और एक सक्षम, समावेशी व प्रगतिशील राज्य की दिशा में काम करने का संकल्प लेती है. बारामती से सांसद सुले ने ‘एक्स’ पर एक बयान में अपनी पार्टी के पुनर्निर्माण का वादा किया और कहा कि पार्टी अपने निराशाजनक प्रदर्शन के बावजूद दृढ़ संकल्प के साथ आगे बढ़ेगी. महा विकास आघाडी (एमवीए) के तीनों घटक दल राकांपा (शरदचंद्र पवार), कांग्रेस और शिवसेना (उबाठा) ने सामूहिक रूप से राज्य की 288 विधानसभा सीट में से केवल 46 पर ही जात हासिल की. सुले ने लिखा, “हम विधानसभा चुनावों में जनता के फैसले का सम्मान करते हैं और विनम्रतापूर्वक इसे स्वीकार करते हैं. यह परिणाम गहन चिंतन और सुधार करने का क्षण है. हम आत्मनिरीक्षण करेंगे, सीखेंगे और ईमानदारी, कड़ी मेहनत और अपने मूल्यों के प्रति अडिग प्रतिबद्धता के साथ पुनर्निर्माण करेंगे.”
महाराष्ट्र में भाजपा को सबसे अधिक 26.77 प्रतिशत वोट
महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में भाजपा ने सबसे अधिक 26.77 प्रतिशत वोट हासिल किया है. पार्टी ने 149 सीटों पर चुनाव लड़कर 132 सीटें जीतीं और 17,293,650 वोट हासिल किए. निर्वाचन आयोग के आंकड़ों से यह जानकारी मिली. हालिया महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में भाजपा का 132 सीटें जीतना 100 सीटों का आंकड़ा पार करने की ‘हैट्रिक’ है. पार्टी ने 2014 के विधानसभा चुनावों में 122 सीटें और 2019 के चुनावों में 105 सीटें जीती थीं. महाराष्ट्र विधानसभा में 101 सीटों पर लड़ी कांग्रेस ने केवल 16 सीटें जीतीं और 12.42 वोट प्रतिशत के साथ दूसरे स्थान पर रही. पार्टी को 8,020,921 वोट मिले. एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने 81 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जिसमें से 57 सीटों पर जीत दर्ज की और 12.38 प्रतिशत वोट हासिल किये. दिलचस्प बात यह है कि कम सीटें हासिल करने वाली शरद पवार नीत राकांपा (शरदचंद्र पवार) को अजित पवार नीत राकांपा से अधिक वोट मिले. राकांपा (एसपी) ने 86 सीटों पर चुनाव लड़ा, लेकिन 11.28 प्रतिशत वोट के साथ केवल 10 सीटें ही जीत पाई. इसके विपरीत, अजित पवार के नेतृत्व वाली राकांपा ने 59 सीटों पर चुनाव लड़कर 41 सीटें जीतीं, और 9.01 प्रतिशत वोट हासिल किये. उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना (उबाठा) ने 20 सीटें जीतीं और पार्टी को 9.96 प्रतिशत वोट मिले. निर्वाचन आयोग के अधिकारियों के अनुसार, 20 नवंबर को हुए राज्य विधानसभा चुनावों में 66.05 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया, जो 2019 में 61.1 प्रतिशत था.
झारखंड में बांग्लादेशी घुसपैठ के खिलाफ अभियान राजनीतिक नहीं बल्कि सामाजिक है: चंपई सोरेन
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने रविवार को कहा कि राज्य में कथित तौर पर बढ़ती बांग्लादेशी घुसपैठ के खिलाफ भाजपा का आंदोलन सामाजिक है न कि राजनीतिक या चुनावी. विधानसभा चुनाव में सरायकेला सीट से जीत हासिल करने वाले सोरेन ने दावा किया कि पाकुड़ और साहिबगंज समेत राज्य के कई जिलों में आदिवासी अल्पसंख्यक हो गए हैं. उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा, “जैसा कि हमने पहले भी कहा था, झारखंड में लगातार बढ़ रहे बांग्लादेशी घुसपैठ के खिलाफ हमारा आंदोलन कोई राजनीतिक या चुनावी मुद्दा नहीं, बल्कि एक सामाजिक अभियान है. हमारा स्पष्ट तौर पर मानना है कि वीरों की इस माटी पर घुसपैठियों को किसी भी प्रकार का संरक्षण नहीं मिलना चाहिए.”
मुझसे मिलने के लिए आने वाले गुलदस्ता नहीं किताबें दें : सोरेन
झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेता एवं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य विधानसभा में पार्टी की जीत के बाद बधाई देने वालों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए रविवार को उनसे मिलने आने वाले लोगों से आग्रह किया कि वे उन्हें फूलों के गुलदस्ते नहीं, बल्कि किताबें भेंट करें. हेमंत सोरेन की झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेतृत्व वाले गठबंधन ने राज्य में लगातार दूसरी बार सत्ता हासिल की और 81 सदस्यीय सदन में 56 सीट पर जीत दर्ज की. वहीं, भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को केवल 24 सीट पर ही जीत हासिल हुई. सोरेन ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर जारी पोस्ट में कहा, ‘‘ देशभर से मिल रही शुभकामनाओं के लिए मैं सभी का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं. 2019 की तरह मैं फिर सभी से अनुरोध करूंगा कि अगर आप मुझसे मिलने आ रहे हैं तो मुझे गुलदस्ते की जगह किताब दें.’’ उन्होंने कहा, ‘‘जब मैं जेल में था, तो मुझे आप सभी द्वारा उपहार स्वरूप दी गई पुस्तकों को पढ़ने के लिए काफी समय मिला. इसके लिए आप सभी का धन्यवाद.’’
महायुति के नेता, भाजपा का संसदीय बोर्ड तय करेगा कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा: बावनकुले
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख चंद्रशेखर बावनकुले ने रविवार को कहा कि सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन के नेता और भाजपा का नेतृत्व यह तय करेगा कि राज्य का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा. बावनकुले ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि महाराष्ट्र की जनता ने कांग्रेस को खारिज कर दिया है और इसकी प्रदेश इकाई के प्रमुख नाना पटोले महज 208 मतों के अंतर से चुनाव जीते हैं. महाराष्ट्र में 288-सदस्यीय विधानसभा के लिए हुए चुनाव में महायुति गठबंधन ने 230 सीट जीतकर सत्ता बरकरार रखी. चुनाव परिणाम शनिवार को घोषित किए गए. महायुति गठबंधन में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना और उपमुख्यमंत्री अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) भी शामिल हैं.
मुंबई: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अपने आवास वर्षा बंगले पर 'मुख्यमंत्री माझी लाड़की बहिन' योजना के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया.
#WATCH मुंबई: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अपने आवास वर्षा बंगले पर 'मुख्यमंत्री माझी लाड़की बहिन' योजना के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया। pic.twitter.com/al155RuF7u
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 24, 2024
महायुति की जीत पर शरद पवार का बयान
शरद पवार ने कहा कि यह जनता का फैसला है. महाराष्ट्र चुनावों में महायुति की जीत संभवतः बड़ी संख्या में महिलाओं की भागीदारी के कारण हुई है. शरद पवार ने स्वीकार किया कि लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद महाविकास आघाड़ी (एमवीए) अधिक आश्वस्त थी. लेकिन महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के जनादेश ने दिखा दिया कि हमें और अधिक मेहनत करने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र चुनाव में अजित पवार को अधिक सीटें मिली हैं, यह स्वीकार करने में मुझे कोई झिझक नहीं है. लेकिन यह भी सभी जानते हैं कि राकांपा की नींव किसने रखी. शरद पवार ने कराड में अपने फैसले का बचाव करते हुए कहा कि बारामती में अजित पवार के खिलाफ युगेंद्र पवार को मैदान में उतारना गलत फैसला नहीं था. आखिरकार, किसी को तो चुनाव लड़ना ही था. अजित पवार और युगेंद्र पवार के बीच कोई तुलना नहीं की जा सकती. दोनों की भूमिका और परिस्थितियां अलग हैं.
देश तोड़ने की बात करने वालों को जनता ने सबक सिखाया : महाराष्ट्र चुनावों पर बोलीं कंगना
भाजपा सांसद कंगना रनौत ने रविवार को कहा कि लोगों ने देश को तोड़ने की बात करने वालों को करारा सबक सिखाया है. वह महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों का जिक्र कर रही थीं जहां उनकी पार्टी के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन ने कांग्रेस के नेतृत्व वाले महा विकास आघाडी (एमवीए) को करारी शिकस्त दी. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व की सराहना करते हुए अभिनेत्री-राजनेता ने कहा कि उनका मानना है कि उनका जन्म “देश के उद्धार के लिए हुआ है और वह अजेय हैं.” रनौत और महाराष्ट्र के तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की एमवीए सरकार के बीच 2020 में तब कड़वाहट आ गयी थी, जब तत्कालीन अविभाजित शिवसेना के नेतृत्व वाली बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) ने उनके बांद्रा स्थित बंगले में कथित अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया था.
हेमंत सोरेन ने राज्यपाल से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश किया, 28 नवंबर को लेंगे शपथ
झामुमो नेता हेमंत सोरेन ने रविवार को झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार से मुलाकात की और सरकार बनाने का दावा पेश किया. वह 28 नवंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. इससे पहले दिन में राज्य में ‘इंडिया’ गठबंधन के नेताओं ने सर्वसम्मति से सोरेन को विधायक दल का नेता चुना. झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेताओं ने बताया कि सरकार बनाने का दावा पेश करने से पहले सोरेन ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. गंगवार से मुलाकात के बाद पत्रकारों से बात करते हुए सोरेन ने कहा, ‘‘मैंने सरकार बनाने का दावा पेश किया है और राज्यपाल को गठबंधन सहयोगियों का समर्थन पत्र सौंप दिया है. उन्होंने हमें सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया है. शपथ ग्रहण समारोह 28 नवंबर को होगा.’’
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में किसी का समर्थन नहीं किया, तो मेरा मुद्दा कैसे विफल हो सकता है: जरांगे
मराठा आरक्षण आंदोलन के कार्यकर्ता मनोज जरांगे ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में उनके आंदोलन का कोई असर नहीं होने की चर्चा को रविवार को खारिज कर दिया. महाराष्ट्र में 288-सदस्यीय विधानसभा के लिए हुए चुनाव में महायुति गठबंधन ने 230 सीट जीतकर सत्ता बरकरार रखी. चुनाव परिणाम शनिवार को घोषित किए गए. महायुति गठबंधन में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना और उपमुख्यमंत्री अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) भी शामिल हैं. महायुति ने मराठवाड़ा क्षेत्र की 46 में से 40 सीट जीतीं, जिनमें जालना की सभी पांच सीट शामिल हैं. जालना, नौकरियों और शिक्षा में मराठा समुदाय के लिए आरक्षण की मांग को लेकर जरांगे के आंदोलन का केंद्र रहा है. इस वर्ष हुए लोकसभा चुनावों में सत्तारूढ़ गठबंधन के खराब प्रदर्शन का श्रेय काफी हद तक जरांगे के आंदोलन को दिया गया था. जरांगे ने विशेष रूप से उपमुख्यमंत्री और भाजपा के दिग्गज नेता देवेंद्र फडणवीस के खिलाफ तीखी टिप्पणी की थी. जरांगे ने कहा, ‘‘कोई यह कैसे कह सकता है कि विधानसभा चुनाव में जरांगे फैक्टर विफल हो गया, जबकि मैंने न तो चुनाव लड़ा और न ही किसी का समर्थन किया? मैंने मराठा समुदाय को इन राजनीतिक दलों के चंगुल से मुक्त कराया. मराठा समुदाय को अपनी पसंद के अनुसार वोट देने की आजादी मिली. मेरा ध्यान मराठाओं को सशक्त बनाने पर है.’’
सुनिश्चित करेंगे कि महायुति सरकार अपने सभी चुनावी वादे पूरे करे: पटोले
कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष नाना पटोले ने रविवार को कहा कि पार्टी यह सुनिश्चित करेगी कि नवनिर्वाचित महायुति सरकार अपने चुनावी घोषणा-पत्र और भाषणों में राज्य की जनता से किए गए वादों को पूरा करे. कांग्रेस नेता ने यहां संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि महायुति को मुख्यमंत्री मांझी लाडकी बहिन योजना के तहत महिलाओं के लिए मासिक भत्ता 1,500 रुपये से बढ़ाकर 2,100 रुपये करने का अपना वादा तुरंत पूरा करना चाहिए. महायुति ने राज्य विधानसभा चुनाव में 288 में से 230 सीट पर जीत दर्ज की है. महायुति में शामिल भाजपा को 132, शिवसेना को 57 और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) को 41 सीट पर जीत मिली. दूसरी ओर, एमवीए को करारी हार मिली, जिसने कुल मिलाकर महज 46 सीट जीती हैं. एमवीए में शामिल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) को 10, कांग्रेस को 16 और शिवसेना (यूबीटी) को 20 सीट पर जीत मिली. पटोले खुद भंडारा जिले के साकोली विधानसभा क्षेत्र से 208 मतों के अंतर से जीते. पटोले ने कहा, ‘‘हम यह सुनिश्चित करेंगे कि महायुति सरकार चुनाव के दौरान किसानों से किए गए अपने वादों को पूरा करे.’’ उन्होंने कहा कि महायुति ने अपनी जीत का श्रेय मुख्यमंत्री मांझी लाडकी बहिन योजना को दिया है, लिहाजा उसे वादे के अनुसार पात्र महिला लाभार्थियों को 2,100 रुपये देने चाहिए.
आठ बार विधायक रहे कांग्रेस के दिग्गज नेता थोराट को मिली हार
चर्चा से दूर और मिलनसार नेता माने जाने वाले एवं आठ बार विधायक रहे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बालासाहेब थोराट को इस बार विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा है. निवर्तमान विधानसभा में सबसे वरिष्ठ विधायक और कांग्रेस विधायक दल के नेता 71 वर्षीय थोराट ने हाल ही में मुख्यमंत्री बनने की अपनी महत्वाकांक्षा का संकेत दिया था. महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के शनिवार को घोषित नतीजों के मुताबिक, विजय भाऊसाहेब थोराट जिन्हें बालासाहेब थोराट के नाम से जाना जाता है, अहिल्यानगर जिले की संगमनेर सीट से शिवसेना के अमोल खटाल से 10,560 मतों के अंतर से हार गए. उन्होंने 1985 में संगमनेर से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा था. उसके बाद के सभी चुनाव उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर संगमनेर से जीते. पिछले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव (2019) में उन्होंने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के रूप में पार्टी का नेतृत्व किया था. उन्होंने प्रदेश कांग्रेस प्रमुख के रूप में अशोक चव्हाण का स्थान लिया था, जिन्होंने 2019 के लोकसभा चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन के बाद इस्तीफा दे दिया था. यह वह समय था जब तत्कालीन भाजपा और शिवसेना गठबंधन ने राज्य में विधानसभा चुनाव जीता था. थोराट के नेतृत्व में कांग्रेस 2019 में 44 सीट जीतने में सफल रही, जो 2014 की तुलना में दो अधिक थीं. अहिल्यानगर में सहकारी आंदोलन के प्रमुख चेहरा रहे थोराट को लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी का करीबी माना जाता है. कांग्रेस कार्य समिति के स्थायी आमंत्रित सदस्य थोराट 1999 से 2014 तक मंत्री रहे और बाद में महा विकास आघाडी (एमवीए) शासन में भी मंत्री रहे.
NCP के नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक
#WATCH महाराष्ट्र: NDP नेता प्रफुल्ल पटेल ने कहा, "आज NCP के नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक हुई। हमने सभी विधायकों का स्वागत किया और हमने अजित पवार को पार्टी का नेता भी चुना...हमने उनसे पार्टी के संबंध में आगे के फैसले लेने की भी अपील की..." pic.twitter.com/WmQDuySZNR
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 24, 2024
झारखंडः राज्यपाल संतोष गंगवार राजभवन पहुंचे
राज्यपाल संतोष गंगवार राजभवन पहुंचे. वे राजभवन से बाहर थे और कांके स्थित लॉ यूनिवर्सिटी के समीप एक कार्यक्रम में शामिल होने के बाद लौटे. थोड़ी देर में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन राजभवन पहुंचेंगे और सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे. गठबंधन के नेताओं की बैठक के बाद वे राजभवन आने वाले हैं. यह खबर बताती है कि झारखंड में राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं, और राज्यपाल से मुलाकात के बाद सरकार गठन की प्रक्रिया आगे बढ़ेगी.
महाराष्ट्र में कल हो सकता है सीएम का शपथ ग्रहण
महाराष्ट्र में महायुति की अगला सीएम कौन होगा इस पर तस्वीर अब तक साफ नहीं हो पाई है लेकिन शपथ ग्रहण को लेकर एक बड़ी जानकारी सामने आ रही है. बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री पद की शपथ कल हो सकती है. सीएम के अलावा डिप्टी सीएम भी शपथ ले सकते हैं. यह कार्यक्रम राजभवन में होगा. कैबिनेट मंत्रियों के शपथ ग्रहण को लेकर अब तक कोई फैसला नहीं लिया गया है. महायुति अप्रत्याशित जीत के बाद सरकार बनाने जा रही है जबकि एकबार फिर महाविकास अघाड़ी को विपक्ष में बैठना होगा.
Maharashtra Election Result LIVE 2024: भाजपा सांसद कंगना रनौत ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के परिणाम पर कहा, "ये हमारी पार्टी के लिए एक ऐतिहासिक जीत है. हम सब कार्यकर्ता बहुत ही ज्यादा उत्साहित हैं और हम महाराष्ट्र व पूरे भारत की जनता के धन्यवादी हैं."
सुले को बारामती के लिए माफी मांगनी चाहिए, अजित पवार की पार्टी ने ऐसा क्यों कहा?राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने रविवार को कहा कि राकांपा (एसपी) की सांसद सुप्रिया सुले को बारामती विधानसभा सीट पर युगेंद्र पवार को उनके चाचा एवं उपमुख्यमंत्री अजित पवार के खिलाफ मैदान में उतारने के लिए माफी मांगनी चाहिए. अजित पवार ने अपने भतीजे युगेंद्र पवार को बारामती सीट पर एक लाख से अधिक मतों से हराया. अजित पवार ने पुणे जिले में स्थित अपने पारिवारिक गढ़ बारामती से आठवीं बार चुनाव लड़ा और उन्हें 1,81,132 वोट मिले जबकि युगेंद्र पवार को 80,233 वोट हासिल हुए. इस तरह अजित पवार ने अपने छोटे भाई के बेटे युगेंद्र को 1,00,899 के अंतर से हरा दिया.
शिवसेना विधायकों की मुंबई में होगी बैठक, शिंदे को सभी फैसले लेने का अधिकार
महाराष्ट्र में शिवसेना के नवनिर्वाचित विधानसभा सदस्यों ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को राज्य में अगली सरकार के गठन के लिए सत्तारूढ़ महायुति सहयोगियों के साथ बातचीत करने के लिए अधिकृत किया है. शिवसेना विधायक दल की बैठक पार्टी के सभी नवनिर्वाचित सदस्यों के मुंबई पहुंच जाने के बाद रविवार शाम को होगी. पार्टी नेता दीपक केसरकर ने कहा कि मुख्यमंत्री पद के मुद्दे पर कोई विवाद नहीं है.
गन्ना बेल्ट में 70 में 53 सीटों पर महायुति की बम-बम
महायुति गठबंधन ने पश्चिमी महाराष्ट्र के गन्ना उत्पादक क्षेत्र की 70 विधानसभा सीट में से 53 पर कब्जा किया और विपक्षी महा विकास आघाडी (एमवीए) का इस क्षेत्र में बेहद खराब प्रदर्शन रहा. राज्य में सत्तारूढ़ महायुति में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) शामिल हैं. महायुति गठबंधन राज्य में एक मजबूत ताकत के रूप में उभरा.
भाजपा नेता किरीट सोमैया ने कहा, "नाना पटोले, रमेश चेन्निथला, संजय राउत और उद्धव ठाकरे ईवीएम को दोष दे रहे हैं. लोकसभा चुनाव के समय भी यही ईवीएम इस्तेमाल की गई थी. उस समय उन्होंने ईवीएम को दोष नहीं दिया. हमने झारखंड में अपनी हार स्वीकार कर ली है. जब हम महाराष्ट्र में जीते तो वे ईवीएम को दोष दे रहे हैं..."
#WATCH | Mumbai | BJP leader Kirit Somaiya says, "Nana Patole, Ramesh Chennithala, Sanjay Raut and Uddhav Thackeray are blaming EVMs. At the time of the Lok Sabha elections, the same EVMs were used. They didn't blame EVMs at that time. We accepted our defeat in Jharkhand. When we… pic.twitter.com/peNB6WamCY
— ANI (@ANI) November 24, 2024
कोल्हापुर में नव निर्वाचित शिवाजी पाटिल के स्वागत के दौरान लगी आग
महाराष्ट्र के पश्चिमी क्षेत्र के चांदगढ़ तालुक के महागांव में नवनिर्वाचित निर्दलीय विधायक शिवाजी पाटिल के स्वागत के दौरान एक दुर्घटना हो गई. दरअसल, विधायक के स्वागत में गुलाल उड़ाया जा रहा था और इसी दौरान आग लग गई. यह घटना तब हुई जब महिलाएं विधायक की आरती उतार रही थीं और उसी दौरान जेसीबी से गुलाल गिराया जा रहा था. इस घटना से जुड़ा एक वीडियो भी सामने आया है. वीडियो में देखा जा सकता है कि जब विधायक शिवाजी पाटिल की आरती उतारी जा रही थी, तभी एक जेसीबी मशीन से गुलाल को हवा में उड़ाया गया. लेकिन अचानक, गुलाल और आग के संपर्क में आने से आग लग गई, जिससे आसपास अफरा-तफरी मच गई. आग की चपेट में आकर कुछ महिलाएं और विधायक शिवाजी पाटिल घायल हो गए. हालांकि, राहत की बात यह रही कि घायलों को गंभीर चोट नहीं आई.
Jharkhand Election Result: झारखंड: हेमंत सोरेन मंत्रिमंडल के चार मंत्री विधानसभा चुनाव हारे
झारखंड विधानसभा चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) नीत गठबंधन के शानदार प्रदर्शन के साथ लगातार दूसरी बार सत्ता में लौटने के बावजूद हेमंत सोरेन सरकार के चार प्रमुख मंत्रियों को शनिवार को करारी हार का सामना करना पड़ा. विधानसभा चुनाव में जो मंत्री हारे हैं उनमें कई विवाद खड़े करने वाले स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता और जल संसाधन मंत्री मिथिलेश ठाकुर शामिल हैं. अन्य दो मंत्रियों में शिक्षा मंत्री बैद्यनाथ राम और समाज कल्याण मंत्री बेबी देवी शामिल हैं.
Maharashtra-Jharkhand Election Result LIVE 2024: 11 बजे एनसीपी (अजीत) की विधायक दल की बैठक
महाराष्ट्र में महायुति ने प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में वापसी की है. महायुति गठबंधन 288 में से 235 सीट जीतने की ओर अग्रसर है. भाजपा ने तो विरोधियों को चारों खाने चित कर दिया है. वहीं, सहयोगी शिवसेना शिंदे और एनसीपी (अजित पवार गुट) ने भी जबरदश्त प्रदर्शन किया है. अजित पवार ने चाचा शरद पवार से लोकसभा चुनाव में हार का बदला कायदे से लिया है. महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? सीटों के लिहाज से बीजेपी सहयोगी शिवेसना और एनसीपी से कहीं आगे है. इसी बीच अजित पवार की पार्टी एनसीपी आज 11 बजे बैठक करने वाली है.
महायुती के सभी मंत्रियों ने जीत की हासिल, विपक्ष के बड़े-बड़े धुरंधर हुए पस्त
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार (राकांपा) विधानसभा चुनाव जीतने वाले प्रमुख उम्मीदवारों में शामिल हैं. चुनाव लड़ने वाले महायुति के सभी मंत्रियों ने जीत हासिल की है. मुंबई भाजपा प्रमुख आशीष शेलार और राज्य भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले भी विजयी हुए. शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे और वरुण सरदेसाई मुंबई से जीते. सरदेसाई ने वांद्रे पूर्व सीट से राकांपा उम्मीदवार जीशान सिद्दीकी को हराया. महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण, कांग्रेस विधायक दल के नेता बालासाहेब थोराट, कांग्रेस के गोवा प्रभारी माणिकराव ठाकरे, शिवसेना उम्मीदवार शाइना एनसी और मनसे के उम्मीदवार अमित ठाकरे को हार का मुंह देखना पड़ा. पूर्व केंद्रीय मंत्री मिलिंद देवड़ा को वर्ली सीट से आदित्य ठाकरे ने हराया. शरद पवार के पोते एवं राकांपा (शरदचंद्र पवार) उम्मीदवार युगेंद्र पवार को बारामती निर्वाचन क्षेत्र में अजीत पवार ने हरा दिया. नासिक जिले में निर्दलीय उम्मीदवार समीर भुजबल शिवसेना उम्मीदवार से हार गए. वह राकांपा छोड़कर नांदगांव सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे थे. पहली बार चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण की बेटी श्रीजया चव्हाण ने नांदेड़ जिले की भोकर सीट से भाजपा के टिकट पर जीत हासिल की.
अजित पवार ने शरद चाचा की राजनीति की खत्म? 29 सीटों पर हराया, महाराष्ट्र के चुनावी मैदान में तूफान
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में दो प्रतिद्वंदी गुटों के बीच मुकाबले में अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने शरद पवार के नेतृत्व वाले दल राकांपा (शरदचंद्र पवार) को 29 सीट पर हराया. राकांपा ने कुल 41 सीट पर जीत दर्ज की है. निर्वाचन आयोग की ओर से जारी चुनाव परिणाम से यह जानकारी मिली. शरद पवार के नेतृत्व वाली राकांपा (शरदचंद्र पवार) को केवल दस जीत से संतोष करना पड़ा, लेकिन इसमें से छह सीट उसने अजित की पार्टी को हराकर जीती है. राकांपा (शरदचंद्र पवार) ने 86 उम्मीदवार मैदान में उतारे थे.
झारखंड विधानसभा चुनाव में जीतने और हारने वाले प्रमुख उम्मीदवारों के नाम इस प्रकार हैं. जीतने वाले प्रमुख उम्मीदवार
हेमंत सोरेन - झारखंड के मुख्यमंत्री ने पिछले विधानसभा चुनाव की तुलना में बरहेट सीट पर अपनी जीत का अंतर बढ़ाया. सोरेन ने इस बार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार गमलियल हेम्ब्रम को 39,791 मतों के अंतर से हरा दिया.
कल्पना सोरेन - झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) की उम्मीदवार कल्पना सोरेन ने गांडेय सीट पर भाजपा की मुनिया देवी को 17,142 मतों से हराया.
चंपई सोरेन - हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद राज्य की कमान संभालने वाले झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री ने सरायकेला सीट पर भाजपा के टिकट पर 20,447 वोट के अंतर से जीत दर्ज की. यह अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित एकमात्र सीट है जिस पर भाजपा ने इस विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की.
निसात आलम -झारखंड के पूर्व मंत्री आलमगीर आलम की पत्नी निसात आलम ने पाकुड़ सीट पर सर्वाधिक 86,029 मतों के अंतर से जीत दर्ज की.
हारने वाले प्रमुख उम्मीदवार
सुदेश महतो - आजसू पार्टी के प्रमुख सुदेश महतो ने सिल्ली सीट पर झामुमो के उम्मीदवार अमित कुमार से 23,867 वोट से हार गए. उनकी पार्टी ने 10 सीट पर चुनाव लड़ा और केवल एक सीट जीत पाई, वह भी 231 वोट के मामूली अंतर से.
अमर बाउरी-- बोकारो जिले की चंदनकियारी सीट पर नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी तीसरे स्थान पर रहे. झामुमो के उम्मीदवार उमाकांत रजक ने जेएलकेएम के अर्जुन रजवार को हराकर 33,733 वोट के अंतर से इस सीट पर जीत हासिल की.
बन्ना गुप्ता - कांग्रेस नेता और निवर्तमान सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रहे बन्ना गुप्ता जमशेदपुर पश्चिम सीट पर वरिष्ठ नेता सरयू राय से 7,863 मतों से हार गए. राय ने यह चुनाव जदयू के टिकट पर लड़ा था.
बिरंची नारायण - पिछली विधानसभा में भाजपा के मुख्य सचेतक रहे बिरंची नारायण बोकारो सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार श्वेता सिंह से 7,207 मतों से हार गए. वह दो बार विधायक रहे और इस चुनाव में उन्होंने विकास के मुद्दे पर प्रचार किया.
चुनाव में मिली जीत के बाद इंडी गठबंधन के विधायकों की बैठक आज कांके रोड स्थित सीएम आवास में बुलाई गई. अहम बैठक बैठक में इंडी गठबंधन के विधायक दल का नेता चुना जाएगा. इंडी गठबंधन के सभी नव निर्वाचित विधायक होंगे बैठक में शामिल.
महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और राज्य भाजपा प्रमुख चन्द्रशेखर बावनकुले ने चुनाव में महायुति की शानदार जीत के बाद शनिवार रात नागपुर में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से उनके आवास पर मुलाकात की. गडकरी और उनकी पत्नी ने फडणवीस और अन्य नेताओं का स्वागत किया.
रांची- विधानसभा चुनाव में आये चौंकाने वाला परिणाम. कई दिग्गजों को करना पड़ा हार का सामना. आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो सिल्ली सीट गंवा बैठे. सदन में नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी को चंदनक्य़ारी सीट से झामुमो के उमाकांत रजक ने पटखनी दी. तीन कैबिनेट मंत्री मिथिलेश ठाकुर, बेबी देवी और बन्ना गुप्ता को भी करारी हार मिली.
रांची- गढ़वा सीट से मिथिलेश ठाकुर को बीजेपी के सत्येंद्रनाथ तिवारी ने पटखनी दी. वहीं जमशेदपुर पश्चिमी सीट से बन्ना गुप्ता को जदयू के सरयू राय ने परास्त किया. जामताड़ा से सीता सोरेन, जगन्नाथपुर से गीता कोड़ा और पोटका से मीरा मुंडा भी चुनाव हार गईं. 71 विधायको में से 27 को करना पड़ा हार का सामना.
रांची- झारखण्ड़ में जीत से कांग्रेस उत्साहित:
झारखंड कांग्रेस के नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक आज सर्किट हाउस में सुबह 10:00 बजे करेंगे बैठक. प्रस्तवित प्रदेश प्रभारी ग़ुलाम अहमद मीर और एआईसीसी द्वारा नियुक्त किए गए ऑब्जर्वर की अध्यक्षता में विधायकों की होगी बैठक. पार्टी के प्रदर्शन ,सरकार में कांग्रेस की भागीदारी ,मंत्रिमंडल में दावे ,सीएलपी लीडर,मैनिफेस्टो की प्राथमिकता सहित विभिन्न मुद्दों पर होगी चर्चा.
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