Ajmer Lok Sabha Election Result 2024 News: राजस्थान में मोदी मैजिक में साल 2014 और फिर 2019 में यह सीट बीजेपी के खाते में आई. 2018 के उपचुनावों में कांग्रेस के प्रत्याशी रघु शर्मा को विजय जरूर मिली थी लेकिन उन्होंने लोकसभा की मेंबरशिप से इस्तीफा दे दिया था.
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Ajmer Lok Sabha Election Result 2024: राजस्थान की 25 लोकसभा सीटों में अजमेर एक बड़ी लोकसभा सीट मानी जाती है. यह जनरल कैटेगरी की सीट है. इसमें जयपुर जिले का हिस्सा भी शामिल है. अजमेर लोकसभा सीट के तहत 8 विधानसभा सीटें भी आती हैं, जो हैं- डूडू, किशनगढ़, पुष्कर, अजमेर नॉर्थ, अजमेर साउथ (एससी), नसीराबाद, मसुदा और केकड़ी.
कभी कांग्रेस, कभी बीजेपी ने मारी बाजी
इस सीट पर कभी बीजेपी तो कभी कांग्रेस ने बाजी मारी है. यानी दोनों की पार्टियों के बीच कांटे की टक्कर रही है. जब देश को आजादी मिली तो कांग्रेस का इस सीट पर दबदबा था. लेकिन साल 1977 के चुनावों में कांग्रेस को करारी हार का मुंह देखना पड़ा. तब कांग्रेस उम्मीदवार को इस सीट पर जनता पार्टी की श्रीकरण शारदा ने शिकस्त दी थी. अगर बात पिछले दो लोकसभा चुनावों की करें तो बीजेपी ने ही जीत का परचम लहराया है. बीजेपी ने इस बार मैदान में भागीरथ चौधरी को मैदान में उतारा है. जबकि कांग्रेस ने रामचंद्र चौधरी को टिकट दिया है.
राजस्थान में मोदी मैजिक में साल 2014 और फिर 2019 में यह सीट बीजेपी के खाते में आई. 2018 के उपचुनावों में कांग्रेस के प्रत्याशी रघु शर्मा को विजय जरूर मिली थी लेकिन उन्होंने लोकसभा की मेंबरशिप से इस्तीफा दे दिया था. 2024 के लोकसभा चुनाव में भी इस सीट पर मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही है. 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के भगीरथ चौधरी को 8,15,076 वोट मिले थे. जबकि कांग्रेस के रिजू झुनझुनवाला को 3,98652 वोट.
अजमेर लोकसभा सीट की कुछ खास बातें
अजमेर लोकसभा सीट पर साक्षरता दर 59.83% है. यहां एससी वोटर्स की तादाद लगभग 363,121 है जो 2011 की जनगणना के मुताबिक 19.5% है. जबकि एसटी मतदाता 55,865 हैं यानी 3 फीसदी. इस सीट पर मुस्लिम वोटर्स की आबादी करीब 163,159 है जो वोटर लिस्ट एनालिसिस के मुताबिक 8.8% है. अजमेर संसदीय सीट पर ग्रामीण मतदाताओं की आबादी 1,234,611 और शहरी मतदाताओं की आबादी 627,547 हैं.
शहर का क्या है इतिहास
अजमेर शहर का जिक्र इतिहास में मिलता है. ऐतिहासिक जगह होने के अलावा यहां मुगलों का भी राज रहा. चौहान वंश के राजा अजयराज सिंह ने इस शहर को सातवीं शताब्दी में बसाया गया था. शुरुआत में इसका नाम अजयमेरु था. अजमेर में प्रसिद्ध मोइनुद्दीन चिश्ती की भी दरगाह है.
अजमेर लोकसभा सीट (जातिगत समीकरण |
जाति | जनसंख्या |
बौद्ध | 0.02 फीसदी |
ईसाई | 0.1 फीसदी |
गुर्जर | 12.5 फीसदी |
जैन | 1.71 फीसदी |
जाट | 13.1 फीसदी |
मुस्लिम | 8.8 फीसदी |
राजपूत | 6.25 फीसदी |
रावत | 9.38 फीसदी |
अनुसूचित जाति | 19.5 फीसदी |
अनुसूचित जनजाति | 3 फीसदी |
सिख | 0.27 फीसदी |
वैश्य | 9.07 फीसदी |
अजमेर लोकसभा सीट का इतिहास |
चुनाव | उम्मीदवार | पार्टी |
1952 | ज्वाला प्रसाद शर्मा, मुकुट बिहारी लाल भार्गव | कांग्रेस |
1957 | मुकुट बिहारी लाल भार्गव | कांग्रेस |
1962 | मुकुट बिहारी लाल भार्गव | कांग्रेस |
1967 | बीएन भार्गव | कांग्रेस |
1971 | बीएन भार्गव | कांग्रेस |
1977 | श्रीकरण शारदा | जनता दल |
1980 | भगवान देव आचार्य | कांग्रेस |
1984 | विष्णु कुमार मोदी | कांग्रेस |
1989 | रासा सिंह रावत | बीजेपी |
1991 | रासा सिंह रावत | बीजेपी |
1996 | रासा सिंह रावत | बीजेपी |
1998 | प्रभा ठाकुर | कांग्रेस |
1999 | रासा सिंह रावत | बीजेपी |
2004 | रासा सिंह रावत | बीजेपी |
2009 | सचिन पायलट | कांग्रेस |
2014 | सांवर लाल जाट | बीजेपी |
2018 (उपचुनाव | रघु शर्मा | कांग्रेस |
2019 | भगीरथ चौधरी | बीजेपी |