Ayodhya Lok Sabha Result: अखिलेश यादव के लिए आसान नहीं थी अयोध्या की 'लड़ाई', अवधेश प्रसाद ने इस तरह दी पटखनी
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Ayodhya Lok Sabha Result: अखिलेश यादव के लिए आसान नहीं थी अयोध्या की 'लड़ाई', अवधेश प्रसाद ने इस तरह दी पटखनी

Ayodhya faizabad lok sabha seat Result: अयोध्या में समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार अवधेश प्रसाद ने दो बार के सांसद लल्लू सिंह को 54 हजार से ज्याद वोटों से हराया है. वह अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा सीट से 9वीं बार विधायक हैं.

 Ayodhya Lok Sabha Result: अखिलेश यादव के लिए आसान नहीं थी अयोध्या की 'लड़ाई', अवधेश प्रसाद ने इस तरह दी पटखनी

लोकसभा चुनाव 2024 में अयोध्या यानी फैजाबाद में बीजेपी को करारी हार मिली है. समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार अवधेश प्रसाद ने दो बार के सांसद लल्लू सिंह को 54 हजार से ज्याद वोटों से हराया है. समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार अवधेश प्रसाद को 5,54,289 वोट मिले जबकि 4,99,722 वोट मिले. 

 

बीजेपी अयोध्या कैसे हार गई?

अयोध्या को लेकर जो सबसे बड़ा फैक्टर रहा है वो अखिलेश यादव की सोशल इंजीनियरिंग का रहा है. क्योंकि अयोध्या लोकसभा में पहली बार समाजवादी पार्टी ने एससी समाज के पासवान समुदाय से अवधेश प्रसाद को उम्मीदवार बनाया था. अयोध्या लोकसभा में तीन लाख से साढ़े तीन लाख पासी मतदाता हैं. ये पूरा का पूरा वोट अब तक लोकसभा और विधानसभा दोनों में भारतीय जनता पार्टी को मिलता था. लेकिन इस लोकसभा चुनाव में पूरा का पूरा वोट समाजवादी पार्टी की तरफ शिफ्ट हो गया.

दूसरा सबसे बड़ा कारण है - पूरे उत्तर प्रदेश में जो कुर्मी समुदाय का वोट भारतीय जनता पार्टी को मिलता था वो भी समाजवादी पार्टी की तरफ शिफ्ट हो गया. यही हाल अयोध्या में भी हुआ. यानी पासी और कुर्मी समाज के वोटर भाजपा को छोड़कर सपा की तरफ आ गए. इसी वजह से बीजेपी अयोध्या लोकसभा सीट हार गई है.

अखिलेश यादव की सोशल इंजीनियरिंग का कमाल

हालांकि, अयोध्या का जो शहरी इलाका है यानी अयोध्या लोकसभा में बीजेपी ने साढ़े चार हजार वोटों से लीड ली है लेकिन जो ग्रामीण हिस्से हैं वहां पर बीजेपी को हार मिली है. ये कहा जा सकता है कि अखिलेश यादव की जो सोशल इंजीनियरिंग रही, टिकट वितरण रहा उसकी वजह से अखिलेश प्रसाद को अयोध्या में जीत मिली और बीजेपी को हार मिली है.

बीजेपी सिर्फ अयोध्या सीट ही नहीं, बल्कि अयोध्या मंडल की सभी सीटें हार गईं हैं. जिसमें अमेठी, बाराबांकी, अंबेडकरनगर, सुल्तानपुर जैसी सीटें हैं. इससे ये भी कहा जा सकता है कि उत्तर प्रदेश में जो ओबीसी वोट बीजेपी का सबसे बेस वोट माना जाता था उसमे बड़ा बिखराव देखने को मिल रहा है. इसकी सबसे बड़ी वजह टिकट वितरण है. क्योंकि अखिलेश यादव ने इन समुदायों से सबसे ज्यादा टिकट दिए, वहीं, मुस्लिम-यादव उम्मीदवार कम उतारे.

अवधेश प्रसाद (Awadesh Prasad Faizabad) का सियासी सफर

अवधेश प्रसाद समाजवादी पार्टी के पुराने नेताओं में शामिल हैं. 1992 में सपा की स्थापना के समय पार्टी के राष्ट्रीय सचिव बने थे. उनको केंद्रीय संसदीय बोर्ड में भी जगह मिली. इसके बाद से वह पार्टी के लिए काम कर रहे हैं. अवधेश प्रसाद  उत्तर प्रदेश में जनता पार्टी से लेकर समाजवादी पार्टी की मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव सरकार में मंत्री रहे. 1989 में जब पहली बार मुलायम सिंह यादव सीएम बने तो अवधेश प्रसाद ने विधायकों को एकजुट करने में अहम भूमिका निभाई. उनको सपा प्रमुख अखिलेश यादव का करीबी माना जाता है. वह अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा सीट से 9 बार विधायक रहे हैं. 2022 विधानसभा चुनाव में बीजेपी के बाबा गोरखनाथ को शिकस्त दी थी.  

अयोध्या में  विधानसभा वार नतीजे

अयोध्या-

बीजेपी- 1,04,671

सपा- 1,00,004

रुदौली विधानसभा

बीजेपी- 92,410
सपा-1,04,113

मिल्कीपुर विधानसभा

बीजेपी- 87,879
सपा- 95,612

दरियाबाद विधानसभा

बीजेपी- 1,21,183
सपा- 1,31,277

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