Bhadohi Lok Sabha Election 2024: भदोही लोकसभा सीट पर दो बार से बीजेपी जीत रही है. समाजवादी पार्टी ने 2022 विधानसभा चुनाव में यहां की पांच में तीन सीटों पर जीत दर्ज की थी. सपा उस प्रदर्शन को लोकसभा चुनाव 2024 में दोहराना चाहेगी.
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Bhadohi Lok Sabha Chunav 2024: भदोही का नाम आए और कालीनों का जिक्र न हो, संभव नहीं. खूबसूरत कालीनों ने ही भदोही को दुनिया में पहचान दिलाई है. वह बात अलग है कि भदोही लोकसभा क्षेत्र का वैसा विकास नहीं हुआ, जैसा होना चाहिए था. मायावती सरकार में भदोही का नाम बदल कर संत रविदास नगर कर दिया गया था. 2014 में अखिलेश यादव की सरकार ने फिर से जिले का नाम भदोही कर दिया. 2008 में अस्तित्व में आए भदोही लोकसभा क्षेत्र की सीमा में पांच विधानसभा सीटें हैं जिनमें से दो प्रयागराज जिले में पड़ती हैं. 2009 के लोकसभा चुनाव में भदोही से बहुजन समाज पार्टी के गोरखनाथ पांडेय जीते थे. 2014 और 2019 में यहां से बीजेपी उम्मीदवार ने जीत दर्ज की. 2024 लोकसभा चुनाव में बीजेपी के आगे विपक्षी दलों का INDIA गठबंधन चुनौती पेश कर सकता है. भदोही लोकसभा क्षेत्र के चुनावी इतिहास से लेकर जातीय समीकरण तक, सब कुछ विस्तार से जानिए.
भदोही सीट पर लोकसभा चुनाव के छठे चरण में, 25 मई को मतदान हुआ था. कुल 53.9 प्रतिशत वोट पड़े थे. चुनाव आयोग 04 जून को भदोही लोकसभा चुनाव के नतीजे जारी करेगा.
भदोही उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में से एक है. 2008 तक मिर्जापुर-भदोही लोकसभा सीट में ज्ञानपुर, औराई, भदोही, छानबे और मिर्जापुर शहर विधानसभाएं शामिल थीं. फिर नया परिसीमन लागू होने पर भदोही अलग लोकसभा सीट बन गई. भदोही लोकसभा के दायरे में ज्ञानपुर, औराई, भदोही के अलावा प्रयागराज (इलाहाबाद) की प्रतापपुर और हंडिया विधानसभा भी आती है.
भदोही लोकसभा सीट के तहत आने वाली पांच विधानसभाओं में से तीन (प्रतापपुर, हंडिया और भदोही) पर समाजवादी पार्टी का कब्जा है. 2022 चुनाव में ज्ञानपुर से निषाद पार्टी और औराई (SC) से बीजेपी जीती थी. सपा विधानसभा चुनाव की कामयाबी को लोकसभा चुनाव में दोहराना चाहेगी.
साल | सांसद का नाम (पार्टी) |
2019 | रमेश चंद बिंद (बीजेपी) |
2014 | वीरेंद्र सिंह मस्त (बीजेपी) |
2009 | गोरख नाथ पांडेय (बसपा) |
भदोही लोकसभा का जातीय समीकरण
2011 की जनगणना के मुताबिक, भदोही जिले की आबादी 15.78 लाख थी. यहां की जनसंख्या में पिछड़े समुदाय की भागीदारी सबसे ज्यादा है. ब्राह्मण और दलितों के बाद मुसलमानों की संख्या भी ठीक-ठाक है. भदोही की प्रमुख जातियों में ब्राह्मण, बिंद, यादव, ठाकुर, मौर्या, पाल, पटेल, वैश्य व अन्य शामिल हैं.