पीएम मोदी और राहुल के खिलाफ मिली शिकायत पर एक्शन में चुनाव आयोग, मांगा जवाब
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पीएम मोदी और राहुल के खिलाफ मिली शिकायत पर एक्शन में चुनाव आयोग, मांगा जवाब

Election Commission: दोनों दलों के अध्यक्षों को लिखे गए पत्रों में आयोग ने मोदी, गांधी या खरगे का सीधे तौर पर नाम नहीं लिया है. लेकिन चिट्ठियों में उसे मिली शिकायतों को संलग्न किया गया है जिनमें तीनों नेताओं के खिलाफ आरोपों का ब्यौरा है.

पीएम मोदी और राहुल के खिलाफ मिली शिकायत पर एक्शन  में चुनाव आयोग, मांगा जवाब

PM MOdi And Rahul: पीएम मोदी और राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव आयोग में दाखिल हुई शिकायतों पर चुनाव आयोग ने संज्ञान लिया है. असल में प्रधानमंत्री के खिलाफ आदर्श आचार संहिता के आरोपों का संज्ञान लेते हुए निर्वाचन आयोग ने गुरुवार को बताया कि उसने बीजेपी से विपक्षी दलों द्वारा दर्ज कराई शिकायतों पर जवाब देने को कहा है. इसमें पीएम मोदी पर राजस्थान के बांसवाड़ा में विभाजनकारी व मानहानिजनक भाषण देने का आरोप लगाया गया है. 

इसके अलावा चुनाव आयोग ने कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे और पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी की टिप्पणियों को लेकर बीजेपी द्वारा दर्ज करायी गयी शिकायत पर भी विपक्षी दल से जवाब देने को कहा है.

सोमवार तक जवाब देने को कहा..
असल में बीजेपी प्रमुख जेपी नड्डा को लिखे पत्र में आयोग ने 21 अप्रैल को बांसवाड़ा में मोदी द्वारा की गई टिप्पणियों के संबंध में कांग्रेस, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी भाकपा और भाकपा एमएल की ओर से दर्ज कराई गई शिकायतों पर नड्डा से सोमवार तक जवाब देने को कहा. आयोग ने नड्डा से यह भी कहा कि वह पार्टी के सभी स्टार प्रचारकों से राजनीतिक विमर्श के उच्च मानक तय करने और आदर्श आचार संहिता का अक्षरत: पालन करने के लिए कहें.

प्रधानमंत्री के खिलाफ शिकायत का संज्ञान..
अधिकारियों ने कहा कि यह पहली बार है कि आयोग ने किसी प्रधानमंत्री के खिलाफ शिकायत का संज्ञान लिया हो. निर्वाचन आयोग ने स्टार प्रचारकों पर लगाम लगाने के पहले कदम के तहत पार्टी अध्यक्षों को जिम्मेदार ठहराने के लिए जनप्रतिनिधि कानून के प्रावधानों का इस्तेमाल किया है. आयोग ने इसी तरह का एक पत्र कांग्रेस अध्यक्ष को भी लिखा है जो उनके और गांधी के खिलाफ बीजेपी द्वारा लगाए गए आरोपों से संबंधित है.

सीधे तौर पर नाम नहीं लिया..
दोनों दलों के अध्यक्षों को लिखे गए पत्रों में आयोग ने मोदी, गांधी या खरगे का सीधे तौर पर नाम नहीं लिया है, लेकिन चिट्ठियों में उसे मिली शिकायतों को संलग्न किया गया है जिनमें तीनों नेताओं के खिलाफ आरोपों का ब्यौरा है. आयोग को की गई अपनी शिकायत में कांग्रेस ने कहा था कि मोदी ने अपने भाषण में आरोप लगाया है कि कांग्रेस लोगों की संपत्ति मुसलमानों को बांटना चाहती है और विपक्षी दल महिलाओं के मंगलसूत्र को भी नहीं छोड़ेगा.

दूसरी तरफ बीजेपी ने आयोग को लिखे पत्र में कहा है कि तमिलनाडु के कोयंबटूर में गांधी ने अपने भाषण के दौरान मोदी के खिलाफ दुर्भावनापूर्ण और पूरी तरह से भयावह आरोप लगाए. बीजेपी ने खरगे पर यह दावा करने के लिए आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगाया है कि उन्हें अनुसूचित जाति (एससी) एवं अनुसूचित जनजाति (एसटी) के खिलाफ भेदभाव के कारण राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए आमंत्रित नहीं किया गया.

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