PM Modi Interview: देश में 19 अप्रैल को होने जा रहे पहले चरण के आम चुनाव से पहले पीएम मोदी ने एएनआई को दिए खास इंटरव्यू में भ्रष्टाचार, एजेंसियों के दुरुपयोग समेत विभिन्न मुद्दों पर खुलकर बात की. उन्होंने कहा कि वे 2047 तक देश को विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प लेकर चल रहे हैं.
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PM Modi ANI Interview: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न्यूज एजेंसी ANI को एक इंटरव्यू दिया है. पीएम ने इस इंटरव्यू में कई मुद्दों पर बात की है...उन्होंने कहा कि चुनावी बॉन्ड की वजह से आपको पता चल पा रहा है कि पैसे किस कंपनी ने दिए, कैसे दिए और कहां दिए. पीएम ने कहा कि ईमानदारी से सोचेंगे तो हर किसी को पछतावा होगा कि यह काम पहले क्यों नहीं किया गया. उन्होंने इस इंटरव्यू में ईडी-सीबीआई पर लग रहे भेदभाव के आरोपों, पड़ोसी देशों से संबंधों, भ्रष्टाचार पर कार्रवाई और परिवारवाद समेत कई मुद्दों पर बात की. आइए हम आपको पीएम मोदी के इंटरव्यू की 10 बड़ी बातों से अवगत करवाते हैं.
पीएम मोदी के इंटरव्यू की 10 बड़ी बातें
1. पहले लुक ईस्ट पॉलिसी थी, जिसे हमने आकर एक्ट ईस्ट पॉलिसी में बदला. पहले दिन से नेबरहुड फर्स्ट पॉलिसी लागू की. हम पड़ोसी देशों को समृद्ध देखना चाहते हैं. पड़ोसी देशों को भारत से बहुत अपेक्षाएं हैं. भारत ने हर पड़ोसी देश की मदद की है.
2. विपक्ष के इस आरोप पर कि सभी संस्थाओं पर बीजेपी का कब्ज़ा है पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मंत्री ने कहा, "...हमने चुनाव आयोग में सुधार किया है...एक कहावत है - नाच न जाने आंगन टेढ़ा इसलिए कभी ईवीएम का बहाना बनाएंगे. असल में हार के लिए उन्होंने अभी से कुछ तर्क गढ़ने शुरू कर दिए हैं...''
3. इलेक्टोरल बॉन्ड पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "लंबे समय से हमारे देश में चर्चा चली है कि चुनावों में काला धन एक बहुत बड़ा खतरनाक खेल हो रहा है. चुनाव में खर्च होता ही होता है. सभी पार्टियां करती हैं, इससे कोई इंकार नहीं कर सकता. मैं चाहता था कि हम एक कोशिश करें कि काले धन से चुनाव को मुक्ति कैसे मिले. एक छोटा सा रास्ता मिला जिसे संसद में सब ने सराहा था......
4. इंटरव्यू में पीएम मोदी ने कहा, 'यदि इलेक्टोरल बॉन्ड नहीं होते तो किस व्यवस्था में ताकत है कि वो ढूंढ के निकालते कि पैसा कहां से आया और कहां गया? ये इलेक्टोरल बॉन्ड्स की सफलता की कहानी है कि इलेक्टोरल बॉन्ड्स थे,... मेरी चिंता ये है कि मैं कभी नहीं कहता कि निर्णय लेने में कोई कमी नहीं है. निर्णय लेने में, हम सीखते हैं और सुधार करते हैं. इसमें भी सुधार के लिए बहुत संभवना है. लेकिन आज हमने देश को पूरी तरह से कालेधन की ओर धकेल दिया है इसीलिए मैं कहता हूं कि हर किसी को इसका पछतावा होगा...."
My interview to @ANI. https://t.co/35jNOT6zYl
— Narendra Modi (@narendramodi) April 15, 2024
5. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एलन मस्क के भारतीय बाजार में प्रवेश और रोजगार सृजन पर कहा, 'एलन मस्क का मोदी समर्थक होना एक बात है, मूलतः वह भारत के समर्थक हैं...मैं चाहता हूं कि भारत में निवेश आना चाहिए. पैसा किसी का भी लगा हो, पसीना मेरे देश का लगना चाहिए, उसके अंदर सुगंध मेरे देश की मिट्टी की आनी चाहिए, ताकि मेरे देश के नौजवान को रोजगार मिले...'
6. राम मंदिर के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'इस मुद्दे का राजनीतिकरण किसने किया?...वोट बैंक की राजनीति को मज़बूत करने के लिए इस मुद्दे को हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया गया और बार-बार इसे भड़काया गया. जब यह मामला अदालत में चल रहा था तब कोशिश की गई कि फैसला ना आए...उनके(विपक्ष) लिए यह एक राजनीतिक हथियार था...अब राम मंदिर बन गया तो उनके हाथ से यह मुद्दा ही चला गया है...'
7. पीएम नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन-सऊदी क्राउन प्रिंस बिन सलमान के हाथ मिलाने और संयुक्त जी20 घोषणा के लिए पश्चिमी मीडिया के विरोधियों को गलत साबित करने को याद किया. पीएम मोदी ने कहा,'...मैं आखिरी सत्र तक इंतजार नहीं करना चाहता था. मैं इसे जल्दी करना चाहता था जिससे लोगों को आश्चर्य हुआ. हमें पहले सत्र में दूसरे दिन ही घोषणा पत्र मिल गया. इसमें मेरी रणनीति सफल रही और मैं खुश हूं...'
8. विपक्ष के आरोप कि '400 पार' से ज्यादा सीटें मिलने पर बीजेपी संविधान में बदलाव कर देगी, जिससे विविधता खत्म हो जाएगी. इस पर पीएम ने कहा, '...समस्या उनके (विपक्ष) के साथ है - वे देश को एक ही ढांचे में ढालना चाहते हैं. हम विविधता की पूजा करते हैं हम इसका जश्न मनाते हैं..." उन्होंने कहा, "मुझे समझ नहीं आ रहा है कि आप (कांग्रेस) किस आधार पर उस व्यक्ति के खिलाफ ऐसे आरोप लगा रहे हैं, जिसने संयुक्त राष्ट्र में तमिल भाषा - सबसे पुरानी भाषा - का जश्न मनाया था?
9. PM मोदी ने आगे कहा, 'जब मैं विभिन्न राज्यों की पोशाकें पहनता हूं तो उन्हें दिक्कत होती है. हमने कहा है, कोई अपनी मातृभाषा (स्थानीय भाषाओं में पाठ्यक्रम) का उपयोग करके डॉक्टर या इंजीनियर क्यों नहीं बन सकता? मैं मातृभाषा के बारे में बोलता हूं, इसका मतलब है कि मैं इसका जश्न मना रहा हूं, मैं इसकी महानता को बढ़ा रहा हूं. मैं हाल ही में युवा खिलाड़ियों से मिला. उनमें से एक ने मुझसे पूछा कि क्या मेरे पास उनके लिए कोई संदेश है तो मैने कहा कि अपनी मातृभाषा में हस्ताक्षर करें. मैं विविधता लाने की कोशिश कर रहा हूं, अगर उन्हें आरोप लगाना है, तो मैं क्या कर सकता हूं?'
10. देश में कथित 'उत्तर-दक्षिण विभाजन' पर पीएम मोदी कहते हैं, '...भारत को अलग-अलग इकाइयों के रूप में देखना भारत के बारे में नासमझी का परिणाम है. भारत के किस हिस्से में भगवान राम के नाम से जुड़े सबसे ज्यादा गांव हैं? वो है तमिलनाडु" ...विविधता हमारी ताकत है, हमें इसका जश्न मनाना चाहिए..." "भारत एक बहुरत्न वसुन्धरा है. भारत विविधताओं का देश है.. नागालैंड का एक व्यक्ति पंजाब के व्यक्ति जैसा नहीं होगा. विविधता हमारी ताकत है, हमें इसका जश्न मनाना चाहिए यह. भारत एक गुलदस्ता है जहां हर कोई अपना फूल देख सकता है. यही भावना होनी चाहिए.'