Kaushambi Lok Sabha Election 2024:सपा ने भारी मतों से पछाड़ा बीजेपी को, कौशाम्बी में विनोद सोनकर हुए परास्त
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Kaushambi Lok Sabha Election 2024:सपा ने भारी मतों से पछाड़ा बीजेपी को, कौशाम्बी में विनोद सोनकर हुए परास्त

Kaushambi Lok Sabha Election/Chunav 2024 News: यूपी में लगातार दूसरी बार बीजेपी सरकार चल रही है. प्रदेश के डिप्टी सीएम केशवप्रसाद मौर्य कौशांबी से आते हैं. उनका आसपास के जिलों में अच्छा प्रभाव है. ऐसे में कौशांबी की लोकसभा सीट से कमल खिलाने का अतिरिक्त प्रेशर भी उनके ऊपर होगा. सपा गठबंधन इस बार पूरी ताकत लगा रहा है. 

 

Kaushambi Lok Sabha Election 2024:सपा ने भारी मतों से पछाड़ा बीजेपी को, कौशाम्बी में विनोद सोनकर हुए परास्त

Kaushambi Lok Sabha Election 2024: कौशांबी 1997 से पहले तक प्रयागराज (तब इलाहाबाद) का हिस्सा हुआ करता था. अब यह अलग जिला है. यमुना नदी के उत्तर तट पर यह क्षेत्र चित्रकूट, प्रतापगढ़, फतेहपुर और इलाहाबाद से घिरा है. बौद्ध भूमि के रूप में कौशांबी काफी प्रसिद्ध हैं. पौराणिक कथा के अनुसार कौशांबी को पांडवों के वंशजों ने नई राजधानी बनाया था. अब इसी कौशांबी लोकसभा सीट पर चुनाव होने जा रहे हैं. खास बात यह है कि कौशांबी यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का गृह जनपद है. ऐसे में यहां की सीट से 'कमल' खिलाने का दबाव उन पर भी होगा. वह लगातार कौशांबी की गतिविधियों से जुड़े रहते हैं. सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव रहते हैं. 

कौशांबी लोकसभा चुनाव 2024 रिजल्ट

कौशांबी सीट पर पांचवें चरण में 20 मई 2024 को वोटिंग हुई. यहां कुल 52.80 प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. नतीजे 4 जून को आएंगे. 

भाजपा और सपा के दिग्गज यहां से

सपा के राष्ट्रीय महासचिव इंद्रजीत सरोज भी इसी जिले से आते हैं. दो विधानसभा होने के कारण प्रतापगढ़ जिले से राजा भैया का अपना दबदबा बना रहता है. पिछले चुनाव में यहां से भाजपा के विनोद कुमार सोनकर जीते थे. दूसरे नंबर पर सपा के इंद्रजीत सरोज रहे थे. यह एससी सीट सुरक्षित है. दलित वोटर ही हार जीत का फैसला करते हैं. 

देश की प्रमुख सीटों से उम्मीदवारों की पूरी लिस्ट देखिए

सबसे ज्यादा SC वोटर

यहां वोटरों की संख्या 18 लाख के करीब है. कौशांबी लोकसभा सीट पर अनुसूचित जाति के वोटरों की तादाद 52 प्रतिशत के आसपास बताई जाती है. ओबीसी 26 प्रतिशत और सामान्य वोटर 12 प्रतिशत हैं. 2014 से पहले यह सीट चायल लोकसभा कही जाती थी. पहले यहां कांग्रेस का प्रभाव था, बाद में सपा ने जीत दर्ज की थी. 

कौशांबी जिले का इतिहास यहां पढ़िए

इस लोकसभा में 5 विधानसभाएं आती हैं- सिराथू, मंझनपुर, चायल और प्रतापगढ़ जिले से बाबागंज और कुंडा. 2008 में सपा से शैलेंद्र कुमार जीते थे. इसके बाद पिछले दो चुनावों में भाजपा के विनोद कुमार सोनकर जीतते रहे. 

चायल लोकसभा सीट (अब कौशांबी) से जीते नेता
1962  मसुरिया दीन  कांग्रेस
1967  मसुरिया दीन  कांग्रेस
1971  छोटे लाल  भारतीय जनसंघ
1977  रामनिहोर राकेश  जनता पार्टी
1980  राम निहोर राकेश  कांग्रेस 
1984  बिहारी लाल शैलेश  कांग्रेस 
1989  राम निहोर राकेश  कांग्रेस 
1991  शशि प्रकाश  जनता दल
1996  अमृतलाल भारती  भाजपा 
1998  शैलेंद्र कुमार  सपा
1999  सुरेश पासी  बसपा
2004  शैलेंद्र कुमार  सपा

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