Moradabad Lok Sabha Chunav Result 2024: मोरादाबाद से बसपा के गढ़ में रूचि वीरा का कदम, बीजेपी की भी चाल हुई नाकाम
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Moradabad Lok Sabha Chunav Result 2024: मोरादाबाद से बसपा के गढ़ में रूचि वीरा का कदम, बीजेपी की भी चाल हुई नाकाम

Moradabad Lok Sabha Chunav Result 2024: मुरादाबाद लोकसभा सीट पर बीजेपी- आरएलडी गठबंधन और सपा- कांग्रेस गठबंधन के बीच सीधी टक्कर मानी जा रही है. बसपा इस सीट पर तीसरे नंबर पर खिसकी नजर आती है.

 

Moradabad Lok Sabha Chunav Result 2024:  मोरादाबाद से बसपा के गढ़ में रूचि वीरा का कदम, बीजेपी की भी चाल हुई नाकाम

Moradabad Lok Sabha Election 2024: वेस्ट यूपी की मुरादाबाद सीट काफी चर्चित मानी जाती है. यहां से क्रिकेटर मोहम्मद अजहरुद्दीन, शायर इमरान प्रतापगढ़ी जैसे चर्चित नाम चुनाव लड़ चुके हैं. हिंदू- मुस्लिम मतदाताओं के उलझे समीकरण की वजह से सांप्रदायिक तनाव यहां के चुनावों में अक्सर हावी रहता है. इस सीट पर हिंदू मतदाता करीब 55 फीसदी हैं लेकिन संगठित वोटिंग की वजह से इस सीट पर अधिकतर बार मुस्लिम उम्मीदवार ही जीतता रहा है. यह सीट बसपा- सपा का गढ़ रही है, जबकि बीजेपी को यहां से जीत दर्ज करने में नाकों चने चबाने पड़ते हैं.

मुरादाबाद लोकसभा चुनाव रिजल्ट 2024

यूपी में मुस्लिम राजनीति के पावर सेंटर में मुरादाबाद जिले का भी नाम आता है. यहां से क्रिकेटर मोहम्मद अजहरुद्दीन, शायर इमरान प्रतापगढ़ी जैसे चर्चित नाम चुनाव लड़ चुके हैं.

मुरादाबाद का इतिहास

मुरादाबाद को पीतल की नगरी कहा जाता है. यहां पर पीतल के काम से जुड़ी सैकड़ों इकाइयां हैं. यह जिला गंगा की सहायक नदी रामगंगा के किनारे बसा है. गंगा में बाढ़ आने पर कई बार मुरादाबाद में भी जलभराव की समस्या पैदा हो चुकी है. कई लोग इस जिले का नाम मुगलकाल से जोड़ते हैं. कहा जाता है कि 1625 में इसका बदल नाम मुगल शासक शाहजहां के बेटे मुराद बक्श के नाम पर मुरादाबाद रखा गया था. यूपी में मुस्लिम राजनीति के पावर सेंटर में मुरादाबाद जिले का भी नाम आता है. 

मुरादाबाद लोकसभा सीट का जातीय समीकरण

अगर वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव के आंकड़ों की बात करें तो उस वक्त इस सीट पर रजिस्टर्ड वोटर्स की संख्या करीब 19 लाख 41 हजार थी. इनमें से मुस्लिम मतदाताओं की संख्या करीब 8 लाख 80 हजार थी. दूसरे शब्दों में कहें तो 55 पर्सेंट हिंदू और 45 पर्सेंट मुस्लिम वोटर थे. अगर हिंदू मतदाताओं में जातियों के आधार पर वर्गीकरण किया जाए तो सबसे ज्यादा करीब ढाई लाख यादव वोटर, डेढ़ लाख ठाकुर, डेढ लाख लाख सैनी, 2 लाख जाटव, 43 हजार बाल्मीकि, डेढ़ लाख बिश्नोई वोटर थे. संख्या में कम होने के बावजूद एकजुट होकर वोट करने की प्रवृति के चलते यह सीट आमतौर पर मुस्लिम उम्मीदवार ही जीतता रहा है. 

मुरादाबाद लोकसभा क्षेत्र में शामिल असेंबली सीटें

असेंबली सीट विजेता  पार्टी
बरहपुर कुंवर सुशांत सिंह बीजेपी
कांठ कमाल अख्तर सपा
ठाकुरद्वारा नवाब जान सपा
मुरादाबाद ग्रामीण मोहम्मद नासिर सपा
मुरादाबाद नगर रीतेश कुमार गुप्ता बीजेपी
बिलारी मोहम्मद फहीम इरफान सपा

2019 में रहा था ये नतीजा 

वर्ष 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में इस सीट पर सपा के एसटी हसन ने जीत दर्ज की थी. उन्होंने इस चुनाव में 6 लाख 49 हजार वोट हासिल किए थे. जबकि दूसरे नंबर पर बीजेपी के कुंवर सर्वेश कुमार सिंह को 5 लाख 51 हजार वोट मिले थे. जबकि कांग्रेस उम्मीदवार और शायर इमरान प्रतापगढ़ी महज 59 हजार वोट पाकर तीसरे नंबर पर रहे थे. 

मुरादाबाद लोकसभा सीट का चुनावी इतिहास

वर्ष विजेता पार्टी
2019 एसटी हसन सपा
2014 कुंवर सर्वेश कुमार सिंह बीजेपी
2009 मोहम्मद अजहरुद्दीन कांग्रेस
2004 शफीकुर्रहमान बर्क सपा
1999 चंद्र विजय सिंह अखिल भारतीय लोकतांत्रिक कांग्रेस

मुरादाबाद में कुल वोटर्स की संख्या

मुरादाबाद लोकसभा सीट में कुल वोटर्स की तादाद करीब 14 लाख है. इनमें बड़ी संख्या मुसलमान वोटरों की है. अभी तक के ट्रेंड के मुताबिक जो पार्टी बीजेपी को हराती हुए नजर आती है, मुस्लिम वोटर उसी के साथ हो जाते हैं. समाजवादी पार्टी की फिलहाल मुस्लिम वोटर्स पर अच्छी पकड़ बनी हुई है. 

एसटी हसन और कमाल अख्तर के नाम की चर्चा

सपा- कांग्रेस के हुए गठबंधन के तहत ये सीट सपा के हिस्से में आई है. वह अभी तक अपने उम्मीदवारों की 3 सूची जारी कर चुकी है लेकिन अभी तक मुरादाबाद सीट पर कोई ऐलान नहीं किया गया है. हालांकि कांठ के विधायक कमाल अख्तर और मौजूदा सांसद एसटी हसन के नाम चर्चा में आगे बताए जाते हैं. बीएसपी ने इस सीट पर अभी तक कोई घोषणा नहीं की है. वहीं बीजेपी और आरएलडी के संभावित गठबंधन में भी साफ नहीं है कि यह सीट किसके हिस्से में जाएगी. ऐसे में यहां के मतदाताओं के पास फिलहाल इंतजार करने के सिवाय कोई चारा नहीं है.

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