Satna Seat Lok Sabha Election 2024: यहां दो पूर्व CM हार गए थे चुनाव, वहीं 2004 से जीत रहें बीजेपी के गणेश सिंह
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Satna Seat Lok Sabha Election 2024: यहां दो पूर्व CM हार गए थे चुनाव, वहीं 2004 से जीत रहें बीजेपी के गणेश सिंह

Satna Loksabha Seat Elections News: सतना लोकसभा सीट पर पहला चुनाव 1952 में हुआ था. यहां से 7 बार बीजेपी, 4 बार कांग्रेस, 1 बार बसपा और 1 बार जनसंघ ने जीत दर्ज की है. पिछले 20 सालों से बीजेपी के गणेश सिंह यहां से सांसद हैं.

Satna Seat Lok Sabha Election 2024: यहां दो पूर्व CM हार गए थे चुनाव, वहीं 2004 से जीत रहें बीजेपी के गणेश सिंह

Satna Loksabha Chunav Results 2024: मध्य प्रदेश की सतना लोकसभा सीट राजनीतिक किस्सों के लिहाज से बड़ी ही मजेदार सीट है. यहां एक बार ऐसा हुआ कि दो पूर्व मुख्यमंत्री मैदान में थे और दोनों को एक उम्मीदवार ने पटकनी दे दी थी. असल में सतना लोकसभा सीट विंध्य क्षेत्र का हिस्सा है. ये लंबे समय से बीजेपी का गढ़ बन चुकी है.

चुनावी इतिहास की  झलक
मध्य प्रदेश की सतना लोकसभा सीट का चुनावी इतिहास काफी रोमांचक रहा है. 1967 में हुए पहले चुनाव में कांग्रेस के डीवी सिंह ने जीत दर्ज की थी. इसके बाद 1971 में भारतीय जनसंघ, 1977 में भारतीय लोकदल, 1980 और 1984 में कांग्रेस ने यहां जीत हासिल की.

1989 में बीजेपी ने पहली बार सतना लोकसभा सीट पर जीत दर्ज की. 1991 में कांग्रेस ने अर्जुन सिंह को टिकट दिया और उन्होंने बड़े मतों के अंतर से जीत दर्ज कराई. 1996 में बसपा प्रत्याशी ने यहां पहली बार जीत हासिल की. 1998 में फिर से बीजेपी ने जीत हासिल की और 1999 से लेकर 2019 तक लगातार 5 बार जीत हासिल कर रही है.

 कांग्रेस की हार और बीजेपी का दबदबा
सतना लोकसभा सीट पर पिछले 30 सालों से कांग्रेस का सूखा पड़ा हुआ है. 1991 में अर्जुन सिंह के बाद कोई भी कांग्रेस प्रत्याशी यहां से चुनाव नहीं जीत सका है.

1996 में बसपा नेता सुखलाल कुशवाहा ने कांग्रेस और बीजेपी को हराकर इतिहास रचा था. 1998 में रामानंद सिंह ने बीजेपी की वापसी कराई और उसके बाद से यह सीट बीजेपी का गढ़ बन गई है.

1999, 2004, 2009, 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी ने लगातार जीत हासिल की है. पिछले चार चुनावों में गणेश सिंह बीजेपी के उम्मीदवार रहे हैं और उन्होंने हर बार जीत हासिल की है.

जब एक ही साथ हारे दो पूर्व सीएम..
मध्य प्रदेश की सतना लोकसभा सीट पर 1996 का लोकसभा चुनाव बड़ा ही जोरदार हुआ था. जब एक ही साथ दो पूर्व मुख्यमंत्रियों की हार हुई थी. सतना लोकसभा में 1996 के चुनाव में अर्जुन सिंह चुनाव मैदान में थे. वहीं अर्जुन सिंह जो तीन बार मध्यप्रदेश के सीएम रह चुके थे और पंजाब के राज्यपाल भी रह चुके थे. अर्जुन सिंह के मुकाबले में बीजेपी के पास स्थानीय स्तर पर कोई कद्दावर नेता नहीं था. बीजेपी ने एक पूर्व मुख्यमंत्री को हराने के लिए एक पूर्व सीएम वीरेन्द्र कुमार सकलेचा पर दांव लगाया था. इन दोनों उम्मीदवारों को बसपा प्रत्याशी का सुखलाल कुशवाहा ने हरा दिया था

मतदाताओं का प्रतिशत..
सतना लोकसभा सीट पर 47 प्रतिशत सवर्ण, 38 फीसदी ओबीसी और 13 फीसदी मतदाता एससी, एसटी के हैं. जबकि, महिला पुरुष में देखा जाए तो कुल मतदाताओं 1575064 में से 832396 पुरुष और 742635 महिला मतदाता हैं. जबकि, 33 वोट अन्य वर्ग के हैं.

सतना सीट का चुनावी इतिहास 
1962 शिवदत्त उपाध्याय, कांग्रेस
1967 देवेंद्र विजय सिंह, कांग्रेस
1971 नरेंद्र सिंह, जनसंघ
1977 दादा सुखेंद्र सिंह, बीजेपी
 1980 गुलशेर अहमद, कांग्रेस
1984 अजीज कुरैशी, कांग्रेस
1989 दादा सुखेंद्र सिंह, बीजेपी
1991 अर्जुन सिंह, कांग्रेस 
1996 सुखलाल कुशवाहा, बसपा
1998 रामानंद सिंह, बीजेपी
1999 रामानंद सिंह, बीजेपी
2004 गणेश सिंह, बीजेपी
2009 गणेश सिंह, बीजेपी
2014 गणेश सिंह, बीजेपी
2019 गणेश सिंह, बीजेपी
2024- 

Candidates in 2024 Party Votes Result
  BJP    
  Congress    
       
       

2024 का समीकरण क्या है?
लोकसभा चुनाव 2024 में सतना सीट पर समीकरण अभी साफ नहीं हुआ है. स्थानीयहलचल है कि इस बार बीजेपी नया प्रत्याशी उतार सकती है. यहां मुख्य रूप से बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही मुकाबला होना था लेकिन अब देखना होगा कि क्या परिणाम आएगा. 

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