Rahul Gandhi on Dharavi: प्रधानमंत्री मोदी के 'एक हैं तो सेफ हैं' नारे का राहुल गांधी ने जवाब देने के लिए एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की. इस दौरान राहुल गांधी एक सेफ (तिजोरी) लेकर आए, जिस पर प्रधानमंत्री मोदी और उद्योगपति गौतम अडानी की तस्वीरें लगी थीं.
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Rahul Gandhi press conference: महाराष्ट्र चुनाव प्रचार का आखिरी दिन भी विवादों और बयानबाजी से भरा रहा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नारा 'एक हैं तो सेफ हैं' इस चुनाव में हिट हो चुका है, लेकिन कांग्रेस ने इसे एक नया अर्थ देकर अपनी चुनावी रणनीति का हिस्सा बना लिया है. राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री के इस नारे को लेकर तंज कसते हुए इसे 'तिजोरी' से जोड़ दिया और इसे अपने चुनावी हथियार के रूप में इस्तेमाल किया.
'सेफ' का नया मतलब: तिजोरी!
प्रधानमंत्री मोदी के 'एक हैं तो सेफ हैं' नारे का राहुल गांधी ने जवाब देने के लिए एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की. इस दौरान राहुल गांधी एक सेफ (तिजोरी) लेकर आए, जिस पर प्रधानमंत्री मोदी और उद्योगपति गौतम अडानी की तस्वीरें लगी थीं. तिजोरी पर बड़े अक्षरों में लिखा था 'एक हैं तो सेफ हैं' — वही नारा जिसे मोदी ने अपनी रैलियों में बार-बार दोहराया था. राहुल ने मंच पर यह तिजोरी दिखाते हुए कहा, "मोदी जी का नारा बिल्कुल सही है, एक हैं तो सेफ हैं."
धारावी का मुद्दा और 'सेफ पॉलिटिक्स'
राहुल गांधी ने इस बयान के जरिए मुंबई की धारावी का मुद्दा उठाया, जहां अडानी ग्रुप का रिडेवलपमेंट प्रोजेक्ट जारी है. राहुल का दावा है कि धारावी के मूल निवासियों की जमीनें छीनकर एक व्यक्ति (अडानी) को लाभ पहुंचाया जा रहा है. उन्होंने कहा, "यह जमीन उन्हीं लोगों की है जो यहां सालों से रह रहे हैं, लेकिन उनकी जमीन छीनी जा रही है."
BJP का पलटवार: 'राहुल फेक हैं'
राहुल गांधी की इस 'सेफ पॉलिटिक्स' का जवाब देते हुए बीजेपी ने फौरन एक पोस्टर जारी किया, जिसमें लिखा था 'एक हैं तो सेफ हैं, राहुल गांधी फेक हैं'. बीजेपी ने यह भी तंज कसा कि कांग्रेस की सरकार ने तेलंगाना में अडानी ग्रुप के साथ 12,400 करोड़ रुपये के एमओयू साइन किए हैं, जिससे कांग्रेस का दोहरा मापदंड साफ नजर आता है.
BJP का 'सेफ' पोस्टर: कांग्रेस को निशाना
बीजेपी ने एक और पोस्टर जारी करते हुए कांग्रेस पर हमला बोला. पोस्टर में लिखा गया:
कांग्रेस है तो आतंकवादी सेफ हैं
पाकिस्तान सेफ है
रोहिंग्या सेफ हैं
वक्फ सेफ है
बीजेपी प्रवक्ताओं का कहना था, "हमने तो 'सेफ' का मतलब भारत को घुसपैठियों से सुरक्षित करने की बात कही थी, लेकिन राहुल गांधी और कांग्रेस को सिर्फ तिजोरी ही दिखती है."
सेफ पॉलिटिक्स बनाम सेफ इंडिया
चुनाव प्रचार के आखिरी दिन दोनों पार्टियों ने अपने-अपने 'सेफ' की व्याख्या दी. राहुल गांधी जहां इसे तिजोरी से जोड़कर अडानी के प्रभाव का मुद्दा बना रहे थे, वहीं बीजेपी इसे भारत की सुरक्षा से जोड़ रही थी. कुल मिलाकर, 'एक हैं तो सेफ हैं' का नारा दोनों पार्टियों के बीच एक नई जुबानी जंग का केंद्र बन गया है. अब फैसला महाराष्ट्र के वोटर्स के हाथ में है कि वे किस 'सेफ' को चुनते हैं, कांग्रेस की 'सेफ पॉलिटिक्स' या बीजेपी का 'सेफ इंडिया'.
ब्यूरो रिपोर्ट, ज़ी मीडिया