Irrfan Khan Movie On OTT: इरफान को हासिल, पान सिंह तोमर, साहेब बीवी और गैंगस्टर और मकबूल से लेकर हिंदी मीडियम जैसी फिल्मों के लिए हिंदी के दर्शक याद करते हैं. उन्होंने हॉलीवुड फिल्में भी की. मगर 2017 में आई उनकी बांग्लादेशी फिल्म ने वहां खूब सुर्खियां बटोरी. आप यह फिल्म इंडिया में देख सकते हैं.
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Irrfan Khan Controversy: इरफान खान का आज जन्मदिन है. फैन्स उन्हें मिस कर रहे हैं. वह इंटरनेशनल स्टार थे. उन्होंने बॉलीवुड और हॉलीवुड की ही नहीं, बल्कि एक बांग्लादेशी फिल्म में भी काम किया था. इस फिल्म पर बांग्लादेश में काफी विवाद हुआ था और कई लोग चाहते थे कि यह फिल्म वहां रिलीज न हो. मामला बांग्लादेश की सरकार तक भी पहुंचा, मगर सरकार ने फिल्म को हरी झंडी दिखा कर इस पर रोक लगाने से इंकार कर दिया. यही नहीं यह फिल्म उस साल ऑस्कर अवार्ड्स में बांग्लादेश की ऑफीशियल एंट्री भी थी. इस फिल्म का नाम था, डूबः नो बैड ऑफ रोजेस. फिल्म 2017 में बांग्लादेश में रिलीज हुई थी. मगर भारत में इरफान के फैन अब इसे ओटीटी पर देख सकते हैं.
हुई तीखी प्रतिक्रिया
डूबः नो बैड ऑफ रोजेस का निर्माण बांग्लादेश के चर्चित फिल्ममेकर मोस्तफा सरवर फारुकी ने किया था. फिल्म में इरफान के साथ नुसरत इमरोज तिशा, रोकेया प्राचे और पर्णो मित्रा भी अहम भूमिकाओं में थे. फिल्म में इरफान ने जावेद हसन नाम के एक फिल्ममेकर की भूमिका निभाई थी, जो अपनी वयस्क बेटी की सहेली से प्यार करने लगता है. बेटी की उम्र की लड़की से प्यार और रिश्तों पर समाज तथा मीडिया तखी प्रतिक्रिया करता है. उसके परिवार में भी हलचल मच जाती है. यह फिल्ममेकर अपने रिश्तों के लेकर उलझन में पड़ जाता है और किस तरह से जीवन में आगे बढ़ता है, यह फिल्म में दिखाया गया है. इरफान ने प्यार और परिवार के बीच झूल रहे व्यक्ति के किरदार को खूबसूरती से निभाया था. यह फिल्म नेटफ्लिक्स पर देखी जा सकती है.
रीयल लाइफ पर आधारित
बांग्लादेश में फिल्म की रिलीज से पहले काफी विवाद हुआ क्योंकि इस फिल्म को वहां के चर्चित लेखक हुमायूं अहमद की जिंदगी से प्रेरित बताया गया. हुमायूं की पत्नी मेहर अफरोज ने इस मामले में अपने देश की सरकार से शिकायत की थी कि उनके और उनके पति के रिश्ते को फिल्म के पर्दे पर उतारा गया है. बांग्लादेश के कई लोगों का मानना था कि बेटी की सहेली से प्यार करने वाले इंसान की कहानी बताने वाली फिल्म जब थियेटरों में लगेगी तो लोगों को गलत संदेश देगी. मगर वहां के सेंसर बोर्ड और सरकार ने फिल्म को हरी झंडी दिखा दी. फिल्म बांग्लादेश में रिलीज हुई और सफल रही. इसे बांग्लादेश की सरकार ने ऑस्कर में भी भेजा. नेटफ्लिक्स पर बांग्ला भाषा में यह फिल्म हिंदी और अंग्रेजी सब-टाइटल के साथ उपलब्ध है. इरफान और अंतरराष्ट्रीय फिल्मों के प्रेमी इस देख सकते हैं.
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