Shah Rukh Khan: डेढ़ साल तक किसी ने नहीं खरीदी शाहरुख की फेवरेट फिल्म, SRK ने खुद सिनेमाघर में बेचे इसके टिकट
Advertisement
trendingNow11588984

Shah Rukh Khan: डेढ़ साल तक किसी ने नहीं खरीदी शाहरुख की फेवरेट फिल्म, SRK ने खुद सिनेमाघर में बेचे इसके टिकट

Shah Rukh Khan Film: शाहरुख खान ने बॉलीवुड में तीस साल से ज्यादा बिता लिए हैं. यह संयोग था कि उनकी वे शुरुआती फिल्में कामयाब रहीं, जिनमें अंत में हीरोइन उन्हें नहीं मिलती. बाजीगर, डर और अंजाम के बाद कभी हां कभी भी ऐसी ही कहानी थी. पठान की चर्चाओं के बीच शाहरुख ने संडे को इस फिल्म को याद किया.

 

Shah Rukh Khan: डेढ़ साल तक किसी ने नहीं खरीदी शाहरुख की फेवरेट फिल्म, SRK ने खुद सिनेमाघर में बेचे इसके टिकट

Shah Rukh Khan Career: इन दिनों जब चारों तरफ शाहरुख खान की फिल्म पठान की चर्चा है, उन्होंने रविवार को अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर अपनी 29 साल पुरानी फिल्म को याद किया है. कभी हां कभी ना (1994) की एक तस्वीर शेयर करते हुए शाहरुख ने लिखा कि वह इसके डायरेक्टर कुंदन शाह को हर दिन मिस करते हैं. फिल्म में शाहरुख ने एक म्यूजिशिनय की भूमिका निभाई थी, जो एक लड़की के प्यार को जीतने के लिए उसकी मंगनी और शादी तुड़वाने की कोशिशें करता है. फिल्म गोवा में शूट की गई थी और ब्लैक कॉमेडी जाने भी दो यारो के डायरेक्टर कुंदन शाह ने इसमें शाहरुख के साथ दीपिक तिजोरी, सुचित्रा कृष्णमूर्ति को मेन लीड में लिया था. यह शाहरुख के शुरुआती करियर की फिल्म है. शाहरुख इसे अपनी फेवरेट फिल्म बताते हैं.

ये थी शाहरुख की फीस
कुंदन शाह ने 1991 में इस फिल्म की प्लानिंग की थी और आमिर खान तथा जूही चावला को लीड रोल में लिया था. शाहरुख फिल्म में सेकेंड लीड थे. परंतु समय के साथ आमिर की फिल्म में दिलचस्पी खत्म हो गई है और जूही ने अपनी व्यस्तताओं के कारण फिल्म छोड़ दी. तब शाहरुख लीड रोल में आ गए. दीपक तिजोरी को वह रोल दिया गया, जो पहले शाहरुख करने वाले थे. फिल्म बेहद कम बजट में बनाई गई थी. फिल्म में शाहरुख को 25 हजार रुपये फीस मिली थी और पांच हजार एडवांस पर उन्होंने यह फिल्म साइन की थी. फिल्म पूरी होने के बाद डेढ़ साल तक डिब्बे में बंद रही क्योंकि वितरकों को भरोसा नहीं था कि कुंदन शाह कमर्शियल फिल्म बना सकते हैं. आखिरकार डेढ़ साल बाद खुद शाहरुख आगे आए और फिल्म में बतौर प्रोड्यूसर पार्टनरशिप की.

नहीं मिली सफलता, लेकिन
1993 में जब शाहरुख की बाजीगर रिलीज होकर हिट हुई तो कभी हां कभी ना किस्मत का ताला खुला. जबकि यह फिल्म बाजीगर से पहले बन चुकी थी. खैर, शाहरुख ने तब तय किया कि वह फिल्म के टिकट खुद बेचेंगे. शाहरुख मुंबई के गेटी सिनेमाघर में पहुंचे और फिल्म के टिकटों पर अपने सिगनेचर किए, जिन्हें लोगों ने खरीदा. मुंबई के बाद फिल्म कुछ और शहरों में रिलीज हुई, लेकिन इसे बॉक्स ऑफिस सफलता नहीं मिली. बावजूद इसके जिन्होंने यह फिल्म देखी, उन्होंने इसकी कहानी और शाहरुख खान के काम को पसंद किया. आज भी यह शाहरुख की सबसे ज्यादा देखी जाने वाली फिल्मों में है.

हिंदी ख़बरों के लिए भारत की पहली पसंद ZeeHindi.com - सबसे पहले, सबसे आगे

 

 

Trending news