The Kerala Story Controversy: द केरल स्टोरी इसी हफ्ते रिलीज होने को तैयार है. उस पर विवाद बढ़ रहा है. लेकिन इसे शांत करने के लिए निर्माताओं ने यूट्यब पर जारी ट्रेलर में फिल्म की जानकारी को अपडेट किया है. साथ ही सेंसर बोर्ड ने अनेक दृश्य और संवाद हटाने को कहा है. कुछ तथ्यों के सबूत मांगे हैं.
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The Kerala Story Release date: द केरल स्टोरी के निर्माताओं को फिल्म पर बढ़ते विवाद के बीच कुछ कदम पीछे खींचने पड़े हैं. फिल्म का टीचर होने के वक्त से ही कहा जा रहा है कि यह राज्य की 32 हजार महिलाओं की दिल दहला देने वाली कहानी है. इसे लेकर केरल में भी विवाद तेज हो गया और कहा जाने लगा कि फिल्म के बहाने राज्य का माहौल खराब करने की कोशिश हो रही है. लेकिन अब निर्माताओं ने इसके प्रमोशन में बदलाव किया गया है. सबसे बड़ी बात यह है कि फिल्म के टीजर/ट्रेलर के साथ यूट्यूब पर जो जानकारी लिखी गई है, उसमें 32 हजार युवतियों की कहानियों को बदलकर ‘तीन युवतियों की सच्ची कहानी’ में बदल दिया गया है. यूट्यूब पर ट्रेलर शुरू होने से पहले दर्शक को एक नोटिस देता है.
जुनून का इंतजार
द केरल स्टोरी लोगों के मन में द कश्मीर फाइल्स की यादें ताजा कर रही है. कुछ लोग अनुमान लगा रहे हैं कि पांच मई को रिलीज के बाद यह फिल्म द कश्मीर फाइल्स जैसा ही जुनून लोगों में पैदा कर सकती है. द केरल स्टोरी तीन हिंदू युवतियों की कहानी है, जो इस्लाम कबूल करने के लिए राजी हो जाती हैं. उनका हृदय परिवर्तन इतनी धीमी गति से होता है कि उन्हें स्वाभाविक लगता है. उनकी शादी मुस्लिम पुरुषों से होती है जो बाद में उन्हें आईएसआईएस के आतंकवादी संगठन में शामिल होने के लिए प्रेरित करते हैं. कई रिपोर्टों के अनुसार, आईएसआईएस में बड़ी संख्या में ऐसी भारतयी महिलाएं बीते कुछ वर्षों में भर्ती हुईं, जो नर्सों के रूप में मध्य पूर्वी देशों में गईं थीं.
सेंसर हुआ सक्रिय
राजनीतिक विवादों के सिर उठाने के बीच अब सेंसर बोर्ड ने भी फिल्म पर जमकर कैंची चलाई और लगभग दस परिवर्तन कराए हैं. जिनमें डायलॉग और सीन दोनों शामिल हैं. फिल्म से ‘वाया पाकिस्तान, उनको पैसे की मदद भी अमेरिका ही करता था’ डायलॉग हटाया गया है. कम्युनिस्ट पार्टी के नेताओं और हिंदू देवताओं से जुड़े संदर्भ में आई आपत्तिजनक बातों को हटाने के निर्देशक दिए गैं. ‘भारतीय कम्युनिस्ट सबसे बड़े पाखंडी हैं’ डायलॉग से ‘भारतीय’ हटाया गया है. महिलाओं के लिए जिस्म फरोशी के धंधे से जुड़ी गाली को हटाने को कहा गया है. साथ ही फिल्म के अंत में केरल के पूर्व मुख्यमंत्री का पूरा साक्षात्कार हटा दिया गया है. इसके अतिरिक्त सेंसर बोर्ड ने निर्माताओं से कहा है कि उन्होंने फिल्म में जो आंकड़े या तथ्य दिखाए हैं, उनके दस्तावेजी साक्ष्य प्रस्तुत करें.