टीम इंडिया की दीवार रह चुके राहुल द्रविड़ का कहना है कि विश्व कप में बीच के ओवरों में विकेट लेने वाले गेंदबाजों की मौजूदगी से भारत को फायदा मिलेगा.
Trending Photos
मुंबई: आईसीसी विश्व कप में अब केवल 13 दिन बाकी रह गए हैं. अब 5 दिन बाद से टूर्नामेंट के अभ्यास मैच भी शुरू हो जाएंगे. टीमें मुकाबले के लिए अब कमर कसने को तैयार हैं. वहीं हर टीम के पूर्व खिलाड़ी भी अपनी टीम को शुभकामनाएं सहित टिप्स दे रहे हैं. वहीं दुनिया भर में द वाल के नाम के मशहूर भारत के दिग्गज बल्लेबाज राहुल द्रविड़ ने बताया है कि टीम इंडिया के सबसे बड़ा एक्स फैक्टर क्या होगा.
क्या होगा यह एक्स फैक्टर
द्रविड़ ने शुक्रवार को कहा है कि विकेट लेने वाले गेंदबाजों की मौजूदगी से भारत को विश्व कप में बीच के ओवरों में मदद मिलेगी. इंग्लैंड और आस्ट्रेलिया के अलावा भारत को इस खेल महाकुंभ में खिताब का प्रबल दावेदार माना जा रहा है जो 30 मई से ब्रिटेन में शुरू होगा. इस टूर्नामेंट में भारत की शुरुआत 5 जून को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ होगी. इस बार सभी टीमें राउंड रॉबिन लीग के तहत एक दूसरे से एक एक मैच खेलेंगी और टॉप चार टीमों को सेमीफाइनल में जगह मिलेगी.
यह भी पढ़ें: World Cup 2019: टूर्नामेंट में नजर आएंगी ये 5 खास बातें, कई प्लेयर्स की होगी मुसीबत
क्या कहा द्रविड़ ने
द्रविड़ ने कहा, ‘‘पिछले साल के भारत ए के साथ इंग्लैंड दौरे की परिस्थितियों के अनुभव के आधार पर मुझे लगता है कि इस विश्व कप में बड़े स्कोर बनेंगे. बड़े स्कोर वाले विश्व कप में बीच के ओवरों में विकेट लेने वाले गेंदबाजों की मौजूदगी महत्वपूर्ण होगी. मुझे लगता है कि भारत इस लिहाज से भाग्यशाली है.’’ द्रविड़ का इशारा मुख्य रूप से भारत के स्पिनर्स की ओर है जिसमें कुलदीप यादव, युजवेंद्र चहल जैसे गेंदबाज शामिल हैं.
टीम इंडिया की संभावनाएं ज्यादा क्यों
द्रविड़ ने बुमराह की मौजूदगी को भी अहम बताया. उन्होंने कहा बुमराह चहल और कुलदीप जैसे बॉलर्स विकेट लेने में सक्षम हैं और इस तरह के गेंदबाजों वाली टीम हाई स्कोरिंग खेल में विरोधी टीम को रोक सकती है. द्रविड़ ने कहा कि पिछले दो सालों से टीम इंडिया नंबर टू पोजीशन पर बनी हुई है और इससे साबित होता है कि टीम नियमित है और हम उम्मीदें बढ़ा सकते हैं.
यह भी पढ़ें: सचिन तेंदुलकर या एमएस धोनी नहीं, विराट कोहली हैं यह मुकाम हासिल करने वाले पहले क्रिकेटर
अपने अनुभव से सटीक अनुमान लगाया है द्रविड़ ने
इस टूर्नामेंट में माना जा रहा है कि गर्मी के मौसम की वजह से इंग्लैंड में इस बार गेंदबाजों को सपाट पिच मिलेंगी. इससे बल्लेबाजी आसान हो जाएगी और मैच के हाईस्कोरिंग हो जाने की संभावना ज्यादा हो जाएगी. द्रविड़ ने भी इसी बात पर जोर दिया है. द्रविड़ बतौर खिलाड़ी और बतौर कोच दोनों ही लिहाज से इंग्लैंड की परिस्थितियों से बहुत अच्छी तरह से वाकिफ हैं. उनके अनुभव और मार्गदर्शन के दम पर ही टीम इंडिया अंडर 19 टीम 2018 के शुरुआत में विश्व कप जीतने में कामयाब रही थी.
(इनपुट भाषा)