आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) के चित्तूर में बेटियों की निर्मम हत्या करने वाले दंपति के साथ ही बेटियों को भी दोबारा जिंदा होने का भरोसा था.
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चित्तूर: आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) के चित्तूर (Chittoor) में दिल दहला देने वाला हत्याकांड हुआ. मां-बाप ने ही अपनी बेटियों की निर्मम तरीके से हत्या कर दी. हत्या के बाद पुलिस हिरासत के दौरान भी जब मां को कोविड जांच (Corona Test) के लिए ले जाया गया तो अजीबोगरीब बातें करने लगी. वह बोली कि मैं शिव हूं, मेरे शरीर के पार्टिकल से ही कोरोना आया था. मार्च में बिना वैक्सीन के ये खत्म हो जाएगा. इतना ही नहीं वो बोली कि मेरे गले में हलाहल है, मेरी जांच की कोई जरूरत नहीं है.
अंधविश्वास में हत्या
पुलिस जांच में सामने आया है कि मां-बाप द्वारा मार डाली गईं दोनों युवतियों को भी अपने अभिभावकों की तरह मौत के बाद दोबारा जिंदा होने का अंधविश्वास था. चित्तूर के पुलिस अधीक्षक सेंथिल कुमार ने बताया कि पुलिस ने हत्यारोपी दंपत्ति को गिरफ्तार कर लिया है. हत्या अंधविश्वास के चलते की गई. आरोपी दंपति का मानना है कि दोनों बेटियां बुराइयों से मुक्त होकर दोबारा जिंदा हो जाएंगी.
बुरी आत्माओं के प्रभाव का भ्रम
अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तारी मंगलवार को हुई और उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. पुलिस अधीक्षक ने बताया, 'दंपति, बेटियों की हत्या की वजहों को लेकर स्पष्ट हैं. उनको कुछ मानसिक समस्या हो सकती है लेकिन वे बहुत ही अंधविश्वासी और आध्यात्मिक हैं.’ पुलिस अधिकारी ने बताया कि मां-बाप को भ्रम था कि उनकी बेटियों पर बुरी आत्माओं का प्रभाव था और वे मरने के बाद उनसे मुक्त होकर दोबारा जिंदा हो जाएंगी. बताया गया है कि उनकी बेटियों की भी ऐसी ही राय थी.
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मां-बाप भी करने वाले थे आत्महत्या
पुलिस के मुताबिक प्रथम दृष्टया ऐसा लगता है कि पीड़ितों को डम्बल जैसी किसी चीज से पीटा गया है. पुलिस सूत्रों ने बताया कि दंपति की भी आत्महत्या करने की योजना थी क्योंकि वे भी साबित करना चाहते थे कि वे जिंदा हो सकते हैं लेकिन समय पर पुलिस के पहुंचने से ऐसा नहीं हो सका. बता दें, वी पुरुषोत्तम नायडू विज्ञान में डॉक्टरेट हैं और मदनपल्ली स्थित महिला महाविद्यालय में एसोसिएट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं. नायडू की पत्नी पद्मजा पोस्ट ग्रेजुएट हैं गणित में गोल्ड मेडलिस्ट हैं. जबकि बड़ी बेटी अलख्या (27) भोपाल से पीजी कर रही थी और छोटी बेटी साई दिव्या (22) संगीतकार एआर रहमान के संस्थान में पढ़ रही थी.
(इनपुट- भाषा)
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