Ekta Gupta Murder Case: कौन है वो अंदर का भेदिया, जिसने DM आवास में शव दफनाने में की मदद? एकता गुप्ता मर्डर का अब तक नहीं सुलझा रहस्य
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Ekta Gupta Murder Case: कौन है वो अंदर का भेदिया, जिसने DM आवास में शव दफनाने में की मदद? एकता गुप्ता मर्डर का अब तक नहीं सुलझा रहस्य

Ekta Gupta Murder News: कानपुर के डीएम आवास में वह कौन सा भेदिया है, जिसने कारोबारी की पत्नी के शव को चुपके से अंदर दफनाने में मदद की. पुलिस अभी तक इस पहेली को सुलझा नहीं पाई है.

 

Ekta Gupta Murder Case: कौन है वो अंदर का भेदिया, जिसने DM आवास में शव दफनाने में की मदद? एकता गुप्ता मर्डर का अब तक नहीं सुलझा रहस्य

Ekta Gupta Murder Case Update: कानपुर के एकता गुप्ता मर्डर केस में नए खुलासे हो रहे हैं. पुलिस की जांच में पता चला है कि जिम ट्रेन विमल सोनी ने शोएब नाम के युवक की कार लेकर उसमें एकता गुप्ता का गला घोंटा था. इसके बाद परिचित के जरिए उसे कानपुर के डीएम आवास में दफना दिया. वारदात के बाद वह पुलिस से बचने के लिए लगातार अलग-अलग जगहों पर छिपता रहा लेकिन आखिरकार पुलिस के चंगुल में आ ही गया.

24 जून को गायब हो गई थी महिला

कानपुर के सिविल लाइन में रहने वाले कारोबारी राहुल गुप्ता ने पुलिस में दर्ज करवाई रिपोर्ट के मुताबिक उनकी शादी एकता गुप्ता से हुई थी. दोनों के 10 और 12 साल की उम्र के 2 बच्चे हैं. उनकी पत्नी  रोज ग्रीन पार्क में मौजूद जिम में एक्सरसाइज करने जाती थी. वह 24 जून को भी सुबह जिम करने निकली लेकिन उसके बाद घर लौटकर नहीं आई. 

पत्नी के न लौटने पर आक्रोशित कारोबारी और उनके परिवार के लोगों ने कोतवाली थाने में हंगामा भी किया था. उन्होंने जिम ट्रेनर विमल सोनी पर पत्नी के अपहरण का शक जाहिर किया. इस शक की एक बड़ी वजह ये थी कि घटना के बाद से ही जिम ट्रेनर और और कारोबारी की पत्नी एकता का मोबाइल स्विच ऑफ था. कारोबारी राहुल गुप्ता ने लापता पत्नी एकता के खाते में लाखों रुपए थे. उन रुपयों के साथ ही घर के सारे जेवरात भी गायब थे. 

अपहरण के तुरंत बाद कर दी हत्या

इतनी जानकारी के बाद पुलिस एक्टिव हुई और विमल सोनी की तलाश शुरू की. पता चला कि जिम ट्रेनर के पास शोएब नाम के युवक की कार थी. पुलिस ने महिला के गायब होने के अगले दिन 25 जून को उस कार को बरामद कर लिया. कार में रस्सी, टूटा क्लेचर, टॉवेल, सिम ट्रे समेत अन्य सामान बरामद हुए था. सिम ट्रे मिलने से यह साफ हो गया कि अपहरण के बाद एकता गुप्ता की तुरंत हत्या कर दी गई थी. इतने सुराग मिलने के बाद भी पुलिस आरोपी विमल सोनी का कोई पता नहीं लगा पाई.

रिपोर्ट के मुताबिक कारोबारी राहुल गुप्ता और भाई हिमांशु को कोतवाली पुलिस ने शनिवार शाम को जानकारी दी कि जिम ट्रेनर विमल सोनी को अरेस्ट कर लिया गया है, लिहाजा कोतवाली थाने पहुंच जाएं. थाने पहुंचने पर पता चला कि विमल सोनी ने एकता का मर्डर कर दिया था. इसके बाद पुलिस की कई टीमें और आरोपी विमल सोनी को लेकर घटना पर शव की तलाश में जुट गई. 

शव दफनाने में किसने की मदद?

सबसे बड़ी बात यह रही कि विमल सोनी ने शव को कानपुर के जिलाधिकारी आवास के अंदर दफनाया था. उसने यह आइडिया अजय देवगन की दृश्यम मूवी को देखकर आया था. ऐसे में सवाल ये है कि आरोपी ने डीएम आवास परिसर में शव के साथ घुसकर कैसे 5 फीट का गड्डा खोदा और कैसे बिना किसी दिक्कत के एक डेड बॉडी को दफना दिया. यह भी सवाल उठ रहे हैं कि क्या पूरी घटना क्रम में DM ऑफिस के अंदर का कोई कर्मचारी शामिल है. 

घटना के बाद पुलिस जब घटना स्थल पर पहुँची और शव को बरामद करने के लिए खुदाई शुरू की तो मीडिया को वीडियो बनाने के लिए मना कर दिया गया.लगभग दो घंटे की खुदाई के बाद पुलिस ने शव को बरामद किया, जो पूरी तरह गल चुका था. इस खुदाई के दो घंटे बाद कोई भी पुलिस का अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा. यहां तक कि खुद जिलाधिकारी ने भी आवास के बाहर निकलना उचित नहीं समझा. यहां तक कि शव को निकालने के बाद दो घंटे बाद ही DCP श्रवण कुमार मौके पर पहुंचे.

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