Delhi Police Special Cell: दिल्ली में एक बड़ी वारदात होने से बच गई. पुलिस की मुस्तैदी से ऐसा संभव हुआ. पुलिसिया कार्रवाई में लॉरेस बिश्नोई गैंग के दो गुर्गे स्पेशल सेल के हत्थे चढ़ गए.
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Lawrence Bishnoi Gang Encounter: दिल्ली पुलिस (Delhi Police) की स्पेशल सेल को आज बड़ी कामयाबी मिली है. स्पेशल सेल की टीम ने वसंत कुंज इलाके में कुछ देर चली मुठभेड़ के बाद लॉरेंस बिश्नोई गैंग के दो गुर्गों को दबोचते हुए अपने शिकंजे में ले लिया. लिस के अफसरों ने ये जानकारी मीडिया से साझा की है. पुलिस ने बताया कि गैंग के इन दो सदस्यों में एक 15 साल का नाबालिग किशोर है. दूसरे गुर्गे का नाम अनीश (उम्र- 23) है. दोनों को बीती रात दिल्ली के वसंत कुंज स्थित पॉकेट-9 के नजदीक पकड़ा गया.
साउथ दिल्ली के नामी होटल के पास था टारगेट
उसने बताया कि दोनों को दक्षिण दिल्ली के एक प्रतिष्ठित होटल के बाहर ‘गोलीबारी’ का काम सौंपा गया था और इसका मकसद जबरन वसूली प्रतीत होता है.
पंजाब की जेल में बंद अमित ने दिया था ऑर्डर
पुलिस ने बताया कि उन्हें गैंगस्टर अनमोल बिश्नोई के कहने पर पंजाब की जेल में बंद अमित से निर्देश मिले थे. अनमोल बिश्नोई लॉरेंस बिश्नोई का रिश्ते का भाई है और संदेह है कि वह कनाडा में छिपा हुआ है. लॉरेंस बिश्नोई गुजरात की साबरमती जेल में बंद है. आरोपियों ने पांच गोलियां चलाई और जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने दो गोलियां दागीं. पुलिस ने बताया कि इस दौरान कोई घायल नहीं हुआ.
पुलिस ने दो पिस्तौल, चार कारतूस और एक मोटरसाइकिल जब्त की है. अनीश सशस्त्र डकैती, शस्त्र अधिनियम एवं हमलों के छह मामलों में और किशोर हरियाणा के रोहतक जिले में सशस्त्र डकैती के एक मामले में नामजद आरोपी है. आरोपियों से पूछताछ जारी है. इसके बाद पुलिस को कुछ और खुलासे होने की उम्मीद है. .
लगातार सुर्खियों में है लॉरेंस बिश्नोई
लॉरेंस बिश्नोई का नाम मर्डर और एक्सटॉर्शन के मामलों में बार-बार सुर्खियों में आता रहा है, जबकि वह 2014 से ही जेल के भीतर है. सलाखों के पीछे से ही वह देश-विदेश में फैला अपना क्राइम नेटवर्क चलाता है. नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) और ईडी (ED) समेत देश के कई राज्यों की पुलिस ने लॉरेंस बिश्नोई के खिलाफ अनगिनत मुकदमे दर्ज कर रखे हैं. हाल ही में राजस्थान में हुए सुखदेवसिंह गोगामेड़ी हत्याकांड में भी उसका नाम सुनने को मिला था.
(एजेंसी इनपुट के साथ)