आपने डेटिंग ऐप, टिंडर या सोशल मीडिया पर कुछ ऐसे लोगों को जरूर देखा होगा, जो दिखने में बड़े आकर्षक लगते हैं. वो चेहरे आसानी से हमें अपनी ओर खींच लेते हैं. लेकिन इसके पीछे की सच्चाई जानकर आप हैरान रह जाएंगे, क्योंकि ये लोग (Fake People) वास्तव में नहीं हैं. ये नकली लोग (Fake People) कंप्यूटर सॉफ्टवेयर द्वारा बनाए गए हैं. इन नकली चेहरों (Fake Faces) का इस्तेमाल करके कई बार लोगों के साथ फ्रॉड भी किया जाता है. ऐसे में फ्रॉड से बचने के लिए आपको जानना जरूरी है कि फोटो देखकर आसानी से नकली चेहरों (Fake Faces) को पहचाना (Facial Recognition) जा सके.(फोटो साभार: रॉयटर्स)
टेक्नोलॉजी के विकास से हमें बहुत सारी सहूलियतें मिली हैं तो कई खतरे भी बढ़ गए हैं. ऐसे में कंप्यूटर सॉफ्टवेयर द्वारा नकली चेहरे बनाना बहुत आसान हो गया है. अमेरिका में विकसित एक सॉफ्टवेयर जेनरेटिव एडवर्सैरियल नेटवर्क (GAN) के जरिए नकली चेहरे (Fake Faces) बनाए जा सकते हैं. फ्रॉड करने वाले कई लोग नकली चेहरों का इस्तेमाल करते हैं और आम लोगों को अपने जाल में फंसा लेते हैं. चूंकि असल में ये होते नहीं हैं तो इनके खिलाफ कोई कार्रवाई भी नहीं हो पाती है.(फोटो साभार: रॉयटर्स)
बता दें कि नकली चेहरे बनाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI Software Misuse) का इस्तेमाल भी किया जाता है. एक नकली चेहरे को बनाने के लिए लाखों बार कोशिश की जाती है, तब जाकर एक नकली चेहरा बनता है. इन नकली चेहरों को मन के मुताबिक बदला भी जा सकता है.(फोटो साभार: रॉयटर्स)
कंप्यूटर सॉफ्टवेयर द्वारा बनाई गई फोटो में कई ऐसी सामान्य चीजें होती हैं, जिन्हें देखकर आप असली और नकली चेहरे की पहचान कर सकते हैं. अगर फोटो में नकली चेहरा होगा तो उसके दांतों, आंखों और कानों के चारों ओर कुछ विषमताएं दिखाई देंगी. इसके अलावा फोटो में दिख रहा इंसान जो कपड़े पहने होगा उसमें कुछ ना कुछ अलग होगा. अगर आप ये फोटो ही देखें तो शख्स के दांतों को अच्छे से डिजाइन नहीं किया गया है. बाईं तरफ का एक दांत होठ में मर्ज हो रहा है और दाईं तरफ का दांत ब्लर हो रहा है. अगर आप इसकी टी-शर्ट के कॉलर को देखें तो बाईं और दाईं तरफ का कपड़ा अलग है. जाहिर है कि टी-शर्ट बनाने वाले ने एक कॉलर को बनाने में अलग-अलग कपड़े का इस्तेमाल नहीं किया होगा.(फोटो साभार: रॉयटर्स)
कंप्यूटर सॉफ्टवेयर से बनाई गई फोटो के बैकग्राउंड से तो बहुत आसानी से असली या नकली की पहचान हो सकती है. नकली फोटो का बैकग्राउंड अधिकतर विकृत होता है. वो सामान्य बैकग्राउंड की तरह नहीं होता है. इस फोटो में देखें तो पीछे की दीवार पर लगे टाइल्स सही से नहीं लगे हैं. इसके अलावा शख्स की दोनों आंखे एक जैसी नहीं हैं, छोटी-बड़ी हैं. चेहरे पर बाल भी सभी जगह सामान्य तरीके से नहीं जमे हैं. ऐसे आप नकली चेहरों को पहचानकर फ्रॉड लोगों से बच सकते हैं.(फोटो साभार: रॉयटर्स)
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