शामली पुलिस के मुताबिक शिष्य ने ही अपने गुरु व उसके परिवार की हत्या कर दी थी. हिमांशु सैनी नाम का युवक अंतरराष्ट्रीय भजन गायक की मंडली में पिछले दो-ढाई साल से काम करता था और अजय पाठक के यहां आना जाना रहता था. हिमांशु ने ही इस वारदात को अंजाम दिया है.
शामली: कहते हैं जब सिर पर क्रोध सवार हो जाए तो इंसान कब हैवान बन जाए उसे पता ही नहीं चलता है. सिर पर हैवानियत सवार होने पर इंसान ऐसे-ऐसे अपराध को अंजाम दे जाता है जिसकी कल्पना तक नहीं की जा सकती है. उत्तर प्रदेश के शामली में एक ऐसी घटना घटी है जिसमें गुरु डांट-फटकार और अपमान का शिष्य पर इतना गहरा असर हुआ कि उसने उनके पूरे परिवार की ही बेरहमी से हत्या कर दी. पुलिस ने खुलासा किया है कि विश्व प्रसिद्ध भजन गायक अजय और उनके परिवार के लोगों की हत्या उनके शिष्य ने ही कर दी है.
गिरफ्तार आरोपी हिमांशु के पास से पुलिस ने दो चाकू एक तलवार और कुछ लूटा हुआ सामान भी बरामद किया है. पुलिस ने आरोपी को पानीपत से लापता बेटे के शव और लूटी गई कार के साथ बरामद किया. पुलिस ने आरोपी के खिलाफ लूट और हत्या का मुकदमा दर्ज करते हुए आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है. वहीं, पुलिस अधिकारी ने बताया कि 24 घंटे के अंदर हुए इस हत्याकांड के खुलासे को लेकर डीजीपी ने टीम को नकद 25000 का इनाम दिया है.
दरअसल, शामली के आदर्श मंडी थाना क्षेत्र की पंजाबी कॉलोनी में अंतरराष्ट्रीय भजन गायक अजय पाठक, उनकी पत्नी स्नेहा पाठक और बेटी वसुंधरा की धारदार हथियार से काटकर निर्मम हत्या कर दी थी. वहीं मृतक अजय पाठक का 11 वर्षीय बेटा लापता था. जिसके बाद घटना के खुलासे के लिए पुलिस ने चार अलग-अलग टीमों को गठित किया. और पुलिस ने देर रात हरियाणा के पानीपत के हाईवे से हिमांशु सैनी निवासी झाड़ खेड़ा, थाना कैराना को लापता भागवत के शव व लूटी हुई कार के साथ बरामद कर लिया.
आरोपी हिमांशु सैनी ने बताया कि अजय पाठक के पास उनकी 60000 रुपए की तीन कमेटियां थी. जिसके पैसे उनसे कई बार मांगे थे, लेकिन अजय पाठक ने उन्हें पैसे नहीं दिए. जिसके बाद मृतक अजय पाठक ने एक बार थप्पड़ मारकर और डांटकर भगा दिया. जिससे गुस्सा में आकर उसने अपने गुरु अजय पाठक, उनकी पत्नी व बेटा-बेटी को सोते हुए काट कर निर्मम हत्या कर दी.
आरोपी ने बताया कि वो हत्या के बाद शवों को ठिकाने लगाने के लिए बारी-बारी से गाड़ी में डालकर पानीपत लेकर जाना चाहता था. लेकिन घटना के बारे में पुलिस को पता लगने के बाद वह वापस नहीं आया. जबकि घटना का खुलासा होने से पहले करीब 11 बजे दिन में आरोपी मृतक के परिवार को सही लोक में बंद करने के लिए घटनास्थल पर आया था.
आरोपी लूटी हुई कार और अजय पाठक के बेटे भागवत का शव लेकर पूरा दिन इधर से उधर गाड़ी में रख कर घूमता रहा. जिसमें करीब शामली से यूपी और हरियाणा के बॉर्डर तक 5 चौकियां पड़ती हैं. जहां पर उसकी कोई भी तलाशी नहीं ली गई और वो आसानी से शव को यूपी पार करते हुए हरियाणा के पानीपत जनपद तक लेकर चला गया.
उधर, हत्याकांड के मामले में खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक ने बताया कि करीब 60000 रुपए के लेनदेन को लेकर आरोपी ने अपने गुरु व उनके परिवार की हत्या की है. हत्या के मामले में पुलिस ने घर से लूटा हुआ कुछ सामान व हत्या के दौरान प्रयोग किए गए चाकू तलवार व अन्य सामान बरामद कर लिया है. मामले में पुलिस ने अकेला आरोपी होने की बात कही है.
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